भीम आर्मी का सपा से होगा चुनावी गठजोड़? चर्चाओं का बाजार गर्म
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को अपनी तरफ खींचने के लिए सक्रिय हो गए हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया गठबंधन की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए छोटे बड़े राजनीतिक दलों के साथ गठजोड़ कर रहे हैं। इस बीच भीम आर्मी मुखिया एवं आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ हुई मुलाकात ने एक बार फिर से ठंड के बावजूद राजनैतिक इलाकों में गरमाहट पैदा करती है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में गठजोड़ के मसले को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है।
रविवार को उत्तर प्रदेश में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के एक और राजनीतिक दल द्वारा समाजवादी पार्टी के साथ गठजोड़ किए जाने के आसार उत्पन्न हो गए हैं। भीम आर्मी प्रमुख एवं आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद की ओर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ हुई मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में गर्माहट उत्पन्न कर दी है। इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव राष्ट्रीय लोकदल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अलावा कई अन्य दलों के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन किए जाने की घोषणा कर चुके हैं।
समाजवादी पार्टी की ओर से जिस प्रकार हर दल के लिए गठबंधन के दरवाजे खोले गए हैं, उसके चलते चंद्रशेखर और अखिलेश यादव की मुलाकात पर गठजोड़ के आसार लगने शुरू हो गए हैं। यह तो अब जगजाहिर हो ही चुका है कि भीम आर्मी मुखिया चंद्रशेखर आजाद राज्य के दलितों के युवा नेता के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं। वह कई अवसरों पर कह भी चुके हैं कि उत्तर प्रदेश में अगली सरकार उनके सहयोग से ही बनेगी। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान भी पहले से कर रखा है माना जा रहा है कि वह अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करना चाहते हैं अभी भीम आर्मी और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों के बटवारे का ऐलान नहीं हुआ है।