बयानवीर स्वामी प्रसाद अपने ही दल में पढ़े अलग थलग- सपा ने किया किनारा
लखनऊ। दल बदलते ही आस्था और हृदय परिवर्तन के बाद रामचरितमानस की बातों को नकारते हुए बयानवीर बनने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अब अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं। समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री के बयान को उनके निजी विचार बताते हुए उनके बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया है।
सोमवार को समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा है कि मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से रामचरितमानस को लेकर दिया गया बयान उनके निजी विचार हैं। समाजवादी पार्टी का पूर्व मंत्री के बयान से कोई लेना देना नहीं है और श्री रामचरितमानस के प्रति समाजवादी पार्टी का यह स्टैंड नहीं है।
उन्होंने कहा है कि नेताओं को धार्मिक ग्रंथों की बाबत बोलने की बजाय महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर बोलना चाहिए। पूर्व मंत्री के बयान को लेकर ऐसा लग रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने अज्ञानतावश इस प्रकार की टिप्पणी की है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के संज्ञान में यह पूरा मामला है। जल्द ही अखिलेश यादव इस संबंध में कार्रवाई करेंगे।