टिकट वितरण से नाराज सामूहिक इस्तीफे से मचा हडकंप
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रही कांग्रेस के भीतर टिकट देने के मामले को लेकर विवाद शुरू हो गया है। सदर विधानसभा सीट से चेतना पांडे को टिकट दिए जाने से पैदा हुआ असंतोष पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से देने के मुकाम तक पहुंच गया है। पदाधिकारियों ने एक साथ अपने अपने पदों से इस्तीफा देकर हड़कंप मचा दिया है। पदाधिकारियों का आरोप है कि पार्टी यदि जिले के किसी छोटे से कार्यकर्ता को भी टिकट दे देती तो उन्हें मंजूर था, लेकिन सदर विधानसभा सीट पर निजी स्वार्थ की सिद्धि के लिए कमजोर प्रत्याशी को टिकट दिया गया है।
दरअसल गोरखपुर जनपद की सदर विधानसभा सीट से कांग्रेस की ओर से चेतना पांडे को टिकट देकर मैदान में उतारा गया है। उन्हें टिकट दिए जाने से कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के भीतर नाराजगी चल रही है। इसी के चलते कांग्रेस पदाधिकारियों ने एक साथ सामूहिक रूप से अपने अपने पदों से इस्तीफा देकर इस मामले को और अधिक गर्भा दिया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि जनपद के किसी भी छोटे से छोटे कार्यकर्ता को इस विधानसभा सीट से टिकट दे दिया जाता तो वह उन्हें मंजूर था। लेकिन चेतना पांडे एक ऐसी उम्मीदवार है जो अत्यंत ही कमजोर है और उन्हें टिकट स्वार्थ पूर्ति के लिए दिया गया है। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि टिकट प्राप्त करने वाली चेतना पांडे संगठन की किसी भी इकाई में नहीं थी ना ही कभी पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय रही और न ही पार्टी द्वारा चलाए गए किसी भी अभियान में शामिल रही। उन्होंने कहा है कि आज पार्टी में जयचंदों का बोलबाला है और यही जयचंद पार्टी को दीमक की तरह खा रहे हैं। यदि महिला प्रत्याशी को टिकट देना ही था तो संगठन में बहुत दिनों से कार्य कर रही महिलाएं उसकी हकदार थी।