सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप - मोरना मिल के सामने RLD का किसान सम्मेलन

सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप - मोरना मिल के सामने RLD का किसान सम्मेलन

मुजफ्फरनगर। पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण की घोषणा के बाद अब गन्ना मंत्री के विस्तारीकरण की योजना के नहीं के जवाब से मीरापुर विधानसभा के विधायक चंदन चौहान और उनकी पार्टी राष्ट्रीयलोक दल नाराज हैं। इसी को लेकर कल 22 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय लोकदल पार्टी एवं मीरापुर से विधायक चंदन चौहान मोरना शुगर मिल यार्ड के सामने ही सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए किसान सम्मेलन करने जा रहे है, जिसमें रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी मुख्य अतिथि होंगे। कल का किसान सम्मेलन मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण में अपनी क्या भूमिका निभाएगा, यह तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा।


चंदन चौहान जब मीरापुर विधानसभा सीट से सपा - रालोद गठबंधन के टिकट पर चुनाव मैदान में थे तो वे इलाके की जनता से मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण का वादा कर रहे थे। इस वादे के पीछे वजह भी थी, इस शुगर मिल की स्थापना उनके दादा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय बाबू नारायण सिंह ने रखी थी। वही विधानसभा चुनाव से पहले दिसम्बर 2021 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण की घोषणा कर दी थी। जब चंदन चौहान चुनावी मैदान में थे तो उन्होंने जनता से वादा किया था कि वह मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण को करा कर ही दम लेंगे।

2022 के विधानसभा चुनाव में चंदन चौहान इलेक्शन जीते तो मोरना क्षेत्र की जनता को विश्वास जगा था कि जिस तरह से इस क्षेत्र से विधायक रहे उनके दादा बाबू नारायण सिंह तथा सांसद और विधायक रहे पिता संजय चौहान जनता से जो वादा करते थे तो उसको पूरा करते थे तो चंदन चौहान भी उनके वादे पर खरा उतरेंगे। विधायक बनने के बाद चंदन चौहान की जिम्मेदारी बढ़ गई थी कि वह मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण की आवाज को बुलंद करके इसका विस्तारीकरण कराएंगे। दरअसल इस इलाके की बड़ी समस्या को देखते हुए भाजपा के नेता भी लगातार प्रयासरत रहे और जब मुख्यमंत्री योगी ने की घोषणा की थी, तब इलाके के कई भाजपा नेताओं के यहां लड्डू बांटे गए थे, लेकिन अब जब विधानसभा में चंदन चौहान द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में गन्ना मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण का कोई प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार में प्रस्तावित नहीं है और ना ही विस्तारीकरण किया जाएगा। गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी हवाला देते हुए बताया कि मोरना मिल की नेटवर्थ ऋणात्मक है। 31 मार्च 2021 तक 351.46 करोड़ की संचित हानियां होने के कारण उक्त चीनी मिल के विस्तारीकरण के लिए आवश्यक वित्तीय व्यवस्था के लिए किसी भी वित्तीय संस्था और बैंकों से ऋण मिलना संभव नहीं है। गन्ना मंत्री के इस ब्यान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि चुनाव से पहले भाजपा ने मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण की बात जरूर कही थी लेकिन 2022 के रिजल्ट आने के बाद अब भाजपा अपने वादे से पलटते हुए नजर आ रही है।

अपने दादा स्वर्गीय बापू नारायण सिंह के कार्यकाल में इस शुगर मिल के नींव रखने की वजह से एवं इलाके के गन्ना किसानों की परेशानी को देखते हुए मीरापुर से रालोद के विधायक चंदन चौहान मोरना मिल का विस्तारीकरण कराने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं ,मगर गन्ना मंत्री की विधानसभा में इस घोषणा के बाद चंदन चौहान ने अब आंदोलन एवं रैली के बहाने सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। उनकी इस कोशिश को परवान चढ़ाने के लिए रालोद के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने रैली में आने के लिए हामी भर कर और धार दे दी है। चंदन चौहान की कल की रैली क्या गुल खिलाएगी, यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा लेकिन मोरना इलाके के ग्रामीणों को यह बात जरूर पता लग गई है कि चंदन चौहान अपने किए गए वादे को पूरा करने के लिए प्रयासरत है।





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