प्रचंड बहुमत से UP की सत्ता में आयेगी अखिलेश सरकार: शिवपाल
इटावा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में उनके भतीजे अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन की सरकार प्रचंड बहुमत के साथ आने को तैयार है।
शिवपाल ने गुरूवार को कहा कि यूपी की 403 विधानसभा सीटो पर सपा-प्रसपा गठबंधन के उम्मीदवार चुनाव मैदान मे उतरे हुए है जिनमे अधिकतर को बड़े अंतर से जीत हासिल होगी। शिवपाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर मे चुनाव कार्यालय का शुभांरभ करने के बाद पत्रकारो से कहा कि उनके भतीजे सपा प्रमुख अखिलेश यादव की अगुवाई मे प्रचंड बहुमत की सरकार बनने जा रही है । प्रतीक की पत्नी अपर्णा के भाजपा में शामिल होने का क्षेत्र के मतदाताओं पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा ।
उन्होने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता केवल झूठ बोलते हैं। भाजपा ने जनता से किये गये वादे पूरे नहीं किये। उनका तो सिर्फ एक काम है कि चुनाव आते ही मंदिर मस्जिद के नाम पर धार्मिक भावनाओं को भड़का कर जनता को गुमराह करना शुरू कर दो। जसवंतनगर से छठी बार चुनाव लड़ने के लिए मैदान पर उतरे शिवपाल ने कहा कि देश की जनता महंगाई,बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान है। जनता ने मन बना लिया है कि भाजपा को हटाकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में जो गठबंधन बना है उसी को जिताएंगे ।
शिवपाल ने कहा कि पश्चिम में गठबंधन के पक्ष में बहुत अच्छे नतीजे आने जा रहे हैं। सपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार पश्चिम में भारी बहुमत से जीतेंगे। पहले, दूसरे और तीसरे चरण में गठबंधन के पक्ष में जोरदार हवा है। उनके निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर से रिकार्ड मतों से जीत होनी तय मानी जा रही है ।
चुनाव आयोग की ओर से राजनैतिक दलो की रैलियों पर रोक पर उन्होने कहा कि जब पश्चिम बंगाल का चुनाव हुआ था ,तभी इस बात की घोषणा कर देनी चाहिए थी कि अगर कोरोना काल की स्थिति में चुनाव होगा तो वर्चुअल प्रचार प्रसार होगा और कम से कम सरकार को सभी दलों को और जितनी भी पार्टियां हैं सबको सुविधाएं देना चाहिए जो छोटी पार्टियां नई पार्टियां हैं उनको भी सुविधाएं देनी चाहिए । वर्चुअल रैली से परेशानी तो है ऐसे मे हम तो मीडिया के माध्यम से कहेगे कि जितने भी हमारे युवा है, यह सभी अपने मोबाइल से जनता तक हमारी बात पहुंचाने का काम करे ।
शिवपाल ने कहा कि वे 28 जनवरी को इटावा कचहरी मे अपना नामांकन करेगे और साइकिल चुनाव निशान से चुनाव लड़ेंगे।
वार्ता