विक्रम सैनी की विधायकी जाने के बाद अब रालोद मुखिया का खतौली में डेरा
मुजफ्फरनगर। भारतीय जनता पार्टी के खतौली सीट के विधायक विक्रम सैनी की कवाल दंगा मामले में विधायकी चली जाने के बाद मीडिया की सुर्खियां बने रालोद सुप्रीमो चौधरी जयंत सिंह का खतौली में डेरा जमने जा रहा है। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह आगामी 15 नवंबर को खतौली पहुंच रहे हैं।
दरअसल भारतीय जनता पार्टी के खतौली सीट के विधायक विक्रम सैनी की जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव कवाल में वर्ष 2013 के दौरान हुए दंगों में भड़काऊ भाषण देने के मामले में 2 साल की सजा मिलने के चलते विधायकी चली गई है। राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी जयंत सिंह ने बीजेपी एमएलए की सदस्यता को रदद किये जाने के मुद्दे को उठाते हुए पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को चिट्ठी भी भेजी थी।
जिसके चलते यह मामला सुर्खियों में आ गया था। इस बीच बीते दिन जब खतौली विधायक की विधायकी चली जाने का पता चला तो राष्ट्रीय लोकदल में जश्न का माहौल व्याप्त हो गया। बीजेपी एमएलए की विधायकी चली जाने के तुरंत बाद राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी जयंत सिंह की ओर से आगामी 15 नवंबर को अपना खतौली पहुंचने का कार्यक्रम डिक्लेअर कर दिया गया है। जिसकी जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता पार्टी सुप्रीमो के आगमन की तैयारियों में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि रालोद सुप्रीमो चौधरी जयंत सिंह इस सीट पर अपने उम्मीदवार की जीत की संभावनाएं टटोलने के लिए आ रहे हैं। सपा के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान हुए गठबंधन के तहत खतौली सीट रालोद के हिस्से आई थी। वह बात अलग है कि रालोद के हिस्से आई इसी सीट पर सपा नेता पूर्व सांसद राजपाल सैनी को चुनाव मैदान में उतारा गया था। परंतु राजपाल सैनी मौजूदा एमएलए के प्रति मतदाताओं के भीतर उभरे रोष के स्वर भुना नही पाये थे। हालात कुछ ऐसे बने थे कि बीजेपी एमएलए की डावांडोल नैया को पार लगाने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुद खतौली आना पडा था।