वरुण की सरकार को नसीहत, बोलने से ज्यादा जनता को सुनने की जरूरत
पीलीभीत। केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ किसानों के मुददों पर मुखरता बरत रहे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने किसानों के साथ हुई पंचायत का फोटो ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है कि लखीमपुर और पीलीभीत की सीमा पर किसानों के बीच फसलों की बढ़ती लागत के बीच उपज की उचित कीमत या एमएसपी नहीं मिलने और देश में कमरतोड़ महंगाई जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई है। भाजपा सांसद ने लिखा है कि जनता की पीड़ा को समझने के लिए सरकार को बोलने से ज्यादा उन्हें सुनने की जरूरत है।
सोमवार को भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक बार फिर से किसानों के समर्थन में आगे आते हुए सरकार के खिलाफ अपना मोर्चा खोला है। सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि सरकार किसानों को विभिन्न सुविधाएं देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। लेकिन हकीकत ठीक इसके विपरीत है। जिसके चलते किसानों के फसलों को उगाने की लागत बढ़ती जा रही है और उनकी उपज का दाम उन्हें नहीं मिल पा रहा है। कमरतोड़ महंगाई जैसे हालातों के बीच किसानों को एमएसपी नहीं मिलने से आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने ट्विटर पर किसानों के साथ हुई पंचायत का फोटो साझा करते हुए कहा है कि लखीमपुर और पीलीभीत की सीमा पर किसानों के बीच फसलों की बढ़ती लागत उसका उचित मूल्य नहीं मिलने और देश में कमरतोड़ महंगाई जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई है।
सांसद वरुण गांधी ने इसके साथ ही लिखा है कि जनता की पीड़ा को समझने के लिए सरकार को बोलने से ज्यादा उन्हें सुनने की जरूरत है। गौरतलब है कि बीते दिनों सांसद वरुण गांधी ने पीलीभीत में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण करते हुए अपनी ही सरकार की नीतियों को गलत ठहराया था। सांसद वरुण गांधी ने इस दौरान कहा था कि किसानों की मौजूदा हालत के लिए प्रशासन और सरकार दोनों ही बराबर के जिम्मेदार हैं। उन्होंने धान खरीद की व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर बयान देते हुए कहा था कि अगर उन्हें भ्रष्टाचार का कोई भी सबूत मिलता है तो वह सरकार के आगे हाथ जोड़ने के बजाए सीधे कोर्ट जाकर भ्रष्टाचार के जिम्मेदार लोगों को जेल भिजवाने का काम करेंगे।