2019 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीते 10 MP फिर से जलवा दिखाने को बेताब
पटना। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार जीत हासिल करने वाले 15 सांसदों में से 10 सांसद चुनावी रणभूमि में फिर से अपना जलवा बिखेरने को बेताब हैं।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने दिग्गज नेताओं के साथ नये चेहरे पर भी भरोसा जताते हुये उनपर दांव लगाया। वर्ष 2019 में पहली बार चुनाव लड़ने वालों में 15 को सांसद बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाईटेड (जदयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने 14 नये चेहरों पर भरोसा जताते हुये उन्हें उम्मीदवार बनाया। जदयू के टिकट पर आठ नये चेहरों ने पहली बार लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमायी। सभी सीट पर जदयू के उम्मीदवार ने अपनी शानदार पारी का आगाज किया। इनमें सीतामढ़ी से पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू, झंझारपुर से रामप्रीत मंडल,कटिहार से पूर्व मंत्री दुलालचंद गोस्वामी, गोपालगंज (सु) आलोक कुमार सुमन,सीवान से दरौंधा की तत्कालीन विधायक कविता सिंह, भागलपुर से नाथनगर के तत्कालीन विधायक अजय कुमार मंडल,जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और गया (सु) विजय कुमार मांझी जीत हासिल कर पहली बार सांसद बनने में सफल रहे।
इसी तरह भाजपा के टिकट पर पटना साहिब से भाजपा के दिग्गज रवि शंकर प्रसाद, मधुबनी से पूर्व विधायक अशोक कुमार यादव और दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर ने पहली बार लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाया। भाजपा के सभी तीन प्रत्याशी ने शानदार जीत हासिल की और पहली बार सांसद बने।
वहीं लोजपा के टिकट पर हाजीपुर (सु) से तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, नवादा से चंदन सिंह और वैशाली से वीण देवी पहली बार लोकसभा की चुनावी रणभूमि में पहली बार अपनी किस्मत आजमायी। लोजपा के इन तीनों प्रत्याशी के सिर भी जीत का सेहरा सजा और वे सभी सांसद बनने में सफल रहे । महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मंत्री मोहम्मद हुसैन आजाद के पुत्र और किशनगंज के तत्कालीन विधायक डॉ. मोहम्मद जावेद ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की और पहली बार सांसद बने। किशनगंज एकमात्र सीट थी जहां महागठबंधन ने जीत हासिल की थी। इस तरह लोकसभा में 15 नये चेहरे साांसद बने।
इस बार के चुनाव में सीतामढ़ी संसदीय सीट से जीते सुनील कुमार पिंटू, सीवान से जीती कविता सिंह और गया (सु) से जीते विजय कुमार मांझी बेटिकट कर दिये गये।वहीं पांच सीट पर झंझारपुर से रामप्रीत मंडल,कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी, गोपालगंज (सु) से आलोक कुमार सुमन,भागलपुर से अजय कुमार मंडल और जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी इस चुनाव में भी चुनावी रणभूमि में अपना जलवा बिखरने के लिये बेताब हैं। पशुपति कुमार पारस और चंदन सिंह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वहीं लोजपा के टिकट पर वीणा देवी फिर से वैशाली सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वहीं वर्ष 2019 में भाजपा के टिकट पर जीते रवि शंकर प्रसाद पटना साहिब, अशोक कुमार यादव मधुबनी और दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर इस बार भी चुनावी संग्राम में जीतने के लिये बेताब है। वहीं किशनगगंज सीट पर जीते डॉ. मोहम्मद जावेद इस बार भी कांग्रेस के टिकट पर चुनावी रणभूमि में जीत का सेहरा बांधने के लिये बेकरार हैं।