कश्मीर की पीडीपी और पीसी दलों ने घर में हिरासत वाले केन्द्र के बयान को नकारा
श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) ने संसद में केन्द्र सरकार की ओर से दिए गए उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया है जिसके मुताबिक जम्मू-कश्मीर में किसी भी व्यक्ति को घर में हिरासत में नहीं रखा गया है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और अपनी पार्टी ने केन्द्र के इस बयान के संबंध में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। दरअसल, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने संसद में एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए कहा था कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में किसी भी व्यक्ति को उसके घर में हिरासत में नहीं रखा गया है।
पीसी के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर केन्द्र से झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति कह रहा है कि वह अपने घर में नजरबंद है तो या प्रदेश का प्रशासन केन्द्र को गलत जानकारी दे रहा है अथवा यह केन्द्र की अपनी ही एक पहल है।
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रह चुके श्री लोन ने कहा, " यह प्रदेश के मामलों की एक निराश करने वाली स्थिति है। उन्हें ऐसा क्यों करना पड़ रहा है। यदि कोई व्यक्ति अपने घर में हिरासत में बंद है तो यह स्वीकार किया जाना चाहिए या जम्मू-कश्मीर का प्रशासन केन्द्र सरकार को गलत जानकारी दे रहा है अथवा यह केन्द्र की अपनी ही एक पहल है। हम यहां रहते हैं और हम आपको बता रहे हैं कि लोगों को उनके घरों में हिरासत में रखा गया है। "
सज्जाद गनी लोन ने कहा कि उनकी पार्टी पीसी के उपाध्यक्ष अब्दुल गनी वकील को उनके घर में नजरबंद करके रखा गया है और उन्हें उनके बेटों की सगाई और शादी समारोह में हिस्सा लेने नहीं दिया गया था। लेकिन संसद में दिए गए वक्तव्य के मुताबिक वह स्वतंत्र हैं।
वार्ता