तो क्या रालोद के लिए संजीवनी बनेगी भैंसवाल महापंचायत

तो क्या रालोद के लिए संजीवनी बनेगी भैंसवाल महापंचायत

शामली। रालोद द्वारा आहूत किसानों की महापंचायत में शामिल होने के लिए सवेरे से शुरू हुआ लोगों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। उमडती भीड ने महापंचायत के आयोजकों की बांछे खिला दी है।

शुक्रवार को प्रस्तावित रालोद की महापंचायत को प्रशासन द्वारा अनुमति ना दिये जाने के बावजूद आयोजक अपने इरादों पर अडिग रहते हुए बारिश के बावजूद अपनी तैयारियों में लगे रहे। जिसका सुफल यह रहा कि दिन निकलते ही महापंचायत में शामिल होने के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। देखा जाए तो रालोद की शुक्रवार को जनपद के गांव भैंसवाल में आयोजित की जा रही महापंचायत पार्टी के लिए एक बड़ी संजीवनी साबित हो सकती हैं।


दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा दखल और वजूद रखने वाला राष्ट्रीय लोकदल पिछले तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव से राजनीतिक परिदृश्य से गायब हुआ पड़ा है। वैसे तो भाजपा और मोदी लहर के बीच कांग्रेस, बसपा, और सपा को भी बड़ा नुकसान रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान रालोद को ही उठाना पड़ा है। वर्ष 2013 में हुए दंगों की आंच में रालोद को सबसे अधिक क्षति पहुंची है। रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह लाख कोशिशों के बाद भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नल से पानी निकालने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे विकट हालातों के बीच रालोद ने अब पार्टी उपाध्यक्ष जयंत चौधरी को संकट मोचन की भूमिका के लिए आगे कर दिया है। शायद यही वजह है कि वर्ष 2017 से रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी लगातार सक्रिय रहते हुुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना डेरा जमाए पड़े हैं।


किसान आंदोलन को समर्थन देने के साथ ही रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी अपने दल को उबारने और लोंगो को पार्टी से जोडने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की यादों को ताजा करते हुए जयंत चौधरी लगाता जाट, मुस्लिम और पिछड़ों के समीकरण को फिर से तैयार करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। उधर जलालाबाद से पूर्व चेयरमैन अशरफ अली खान कार्यकर्ताओं की भारी भरकम भीड के साथ नारेबाजी के बीच भैंसवाल के लिए रवाना हुए।

महापंचायत में शामिल होने के लिए जनपद के चारों तरफ से लोग आ रहे हैं। बागपत, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर आदि जनपदों से भी लोगों का रेला महापंचायत में शामिल होने के लिए उमड रहा है। उधर कानून और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए डीएम जसजीत कौर और एसपी सुुकीर्ति माधव ने पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महापंचायत स्थल का दौरा करते हुए भारी सुरक्षा बल की तैनाती की है।




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