संडे स्पेशल: पशु प्रेमी हैं कप्तान- अब मुजफ्फरनगर वाले हो जाएँ सावधान
मुजफ्फरनगर। कुछ लोग पशु प्रेमी होते हैं। वह एक इंसान की तरह ही पशुओं को प्रेम देकर उनका ख्याल रखते हैं और वह उन्हें अपने परिवार के सदस्य की तरह ही मानते हैं। भाजपा का आरोप रहता है कि सपा सरकार में गोकशी की घटनाएं होती थी। अब सीएम योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि उनके राज में गोकशी पर रोकथाम लगी है। भाजपा ने यूपी में वर्ष 2017 में बहुमत हासिल कर योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया था। यह बात तो सभी को पता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गो प्रेमी हैं। उन्होंने गोवंश के लिये हर जिले में गौशाला की व्यवस्था बनाकर दी। गो हत्या करने वालों के खिलाफ योगी सरकार द्वारा एक सख्त कदम उठाया और अब यूपी में गोकशी की घटना सामने नहीं आती हैं अगर कोई आती भी है तो उसके खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ की पुलिस ऐसी कार्रवाई करती है कि फिर किसी की ऐसा करने की हिम्मत नहीं होती है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह यूपी कैडर के साल 2014 के आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल भी गऊ प्रेमी हैं। यह भी एक संयोग है कि सीएम योगी आदित्यनाथ और आईपीएस विनीत जायसवाल गोरखपुर से ही निवास करते हैं। दोनों ही शख्सियत गऊ प्रेमी हैं। आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल समय-समय पर कभी गौरी नाम की बछिया तो कभी नंदिनी नाम की बछिया के साथ फोटो अपलोड करते रहते हैं। उनकी इस तस्वीर को देखकर जो भी गो प्रेमी या जीव प्रेमी होता है, तो उसका ह्दय प्रसन्न हो उठता है। जब आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल को हाथरस एसपी के पद से तबादला कर उन्हें शासन ने अमरोहा भेजा तो इस दौरान उन्होंने नंदिनी के साथ एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा था कि नंदिनी भी उनके साथ अमरोहा आई है। उनके द्वारा अपलोड़ की गई नंदिनी व गौरी के साथ फोटो में स्माइल व केप्सन में लिखे गये प्यार भरे अल्फाज बयां करते हैं कि उनसे कितना प्रेम करते हैं।
यदि आईपीएस विनीत जायसवाल के गो प्रेम की बात करें तो दिनांक 2 जून 2021 को जनपद हाथरस के थाना चन्दपा क्षेत्र के ग्राम दरकई में हुई गोकशी की घटना के सम्बंध में आईपीएस विनीत जायसवाल द्वारा टीम बनाकर घटना के मात्र एक सप्ताह के अन्दर गौकशों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुये 4 गौकशों को पुलिस मुठभेड़ के उपरान्त गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। आईपीएस विनीत जायसवाल एवं उनकी पूरी टीम द्वारा किये गये उक्त सराहनीय कार्य की अखिल भारतीय गौरक्षा परिषद संगठन एवं हाथरस की समस्त जनता द्वारा प्रशंसा की गयी। इसके बाद अखिल भारतीय गौरक्षा परिषद के पदाधिकारियों द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पहुँचकर आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल का पगड़ी व अंग वस्त्र पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया व धन्यवाद ज्ञापित किया गया था।
आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल को मिले इस सम्मान के बाद उनके द्वारा सोाशल मीडिया एकाउंट ट्विटर पर अपलोड की गई तस्वीर पर यूजर्स ने विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं पेश कर अफसर की प्रशंसा की। इसी तस्वीर पर एक यूजर ने कमेंट बॉक्स में उनकी तारीफ करते हुए लिखा कि आपके द्वारा दिये गये आश्वासन के समयानुसार आपने हमारी गौमाता के हत्यारों को जेल भेजकर ये सिद्ध कर दिया कि आपके द्वारा सभी को दिया जा रहा निष्पक्ष न्याय, चाहे वो मनुष्य हो या गाय।
सीएम सिटी यानि गोरखपुर की सरजमीं पर जन्म लेने वाले तेजतर्रार आईपीएस विनीत जायसवाल को अब शासन ने मुजफ्फरनगर एसएसपी के पद पर तैनात किया है। एसएसपी विनीत जायसवाल गौकशी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजकर ही सांस लेते हैं। ऐसा नहीं है कि वह सिर्फ गो प्रेमी है, वह अन्य पशुओं का भी ख्याल रखते हैं। आईपीएस विनीत जायसवाल की जब शामली में पोस्टिंग थी तो कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन में पशुओं को खाना नहीं मिल पा रहा था। ऐसी स्थिति में आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने उनकी मदद की पहल करते हुए शामली के लोगों से भी अपील की थी। जब तक लॉकडाउन रहा, चाहे वह इंसान हो या फिर पशु उनकी सहायता करने में आइपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
यह भी आईपीएस अफसर के पशु प्रेम की एक मिसाल है कि जब आईपीएस विनीत जायसवाल कैराना के भ्रमण पर पहुंचे थे तो ईदगाह रोड पर उन्हें कुछ बेजुबान जानवर सड़क पर मिले। जानवरों को देखकर आईपीएस अफसर को लगा कि उन्हें भूख लगी है। इस दौरान आईपीएस अफसर ने बेजुबानों को ब्रेड व बिस्किट खिलाए। आईपीएस विनीत जायसवाल ने कहा कि जहां समाज के लोगों द्वारा गरीब व बेसहारा लोगों की लॉकडाउन के दौरान मदद की जा रही है, वहीं हमें बेजुबान पशुओं का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने लोगों से बेजुबानों की मदद करने की भी अपील की। उधर, बेजुबानों की सेवा के बाद अफसर की सराहना हुई थी।
आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल अब मुजफ्फरनगर के पुलिस कमांडर बन चुके हैं। आईपीएस अफसर के पशु प्रेम को देखते हुए अब यह तो निश्चित है कि अगर मुजफ्फरनगर में कोई भी व्यक्ति गोकशी करता पाया जाता है तो उसे उसके अंजाम तक पहुंचाया जायेगा। लिहाजा अब मुजफ्फरनगर का कोई भी गोकश गोकशी करने की सोचे भी ना, वरना आईपीएस विनीत जायसवाल उन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें कारागार में डालकर उनसे चक्की चलवा देंगे। आईपीएस अफसर जहां भी अपनी सेवाएं देते हैं, वहां की पब्लिक उन्हें भूला नहीं पाती हैं क्योंकि उनका कुशल व्यवहार और मृदुल कार्यशैली हर जिले में काबिल-ए-तारीफ रही है। यही वजह रही है कि हाथरस की जनता द्वारा आईपीएस विनीत जायसवाल को कई बार जिले में रहते सम्मानित किया गया था।