IPS सुकीर्ति माधव की उज्जवल भविष्य के लिये सराहनीय पहल- बोले लोग- 'दिल की पुलिस शामली पुलिस'
शामली। पुलिस अधीक्षक सुर्कीति माधव कोरोना संकट काल में लोगों की मदद करते हुए नज़ीर बन रहे हैं। उन्होंने समाज के संपन्न वर्ग के लोगों से कोरोना वायरस की महामारी में लोगों की मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया है। दरअसल शामली में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात आईपीएस सुकीर्ति माधव समय-समय पर जरूरतमंदों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। उनका मदद करने का तरीका भी कुछ अलग ही है जहां कुछ लोग किसी की थोड़ी सी मदद करने पर भी स्वयं को गौरवान्वित महसूस करने लगते हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव किसी जरूरतमंद की मदद को करने के बाद भूल ही जाते हैं अभी पिछले दिनों ही ट्विटर के माध्यम से एक बालिका ने बीते कल उनसे पुस्तक मांगी गयी। उन्होंने अपने हमराह के माध्यम से वह पुस्तक बाजार से मुहैया की और बालिका को भिजवा दी। उनके ट्वीट को देखकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने इसे हंसकर टालते हुए कहा कि किसी की मदद करके उसे याद रखना जरूरी नहीं बल्कि जरूरत इस बात की है कि आगे मदद मांगने वाले व्यक्ति की सहायता की जाए। जिंदगी का सफर बहुत लंबा है समाज के सभी लोग एक जैसे नहीं है, जिसके चलते संपन्न वर्ग के लोगों को जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए अग्रसर रहना चाहिए। रुपया पैसा कमाना एक अलग बात है लेकिन जो कमाई किसी की मदद करके होती है। उसका एक अलग ही प्रतिफल होता है।
पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव निरंतर लोगों की मदद कर रहे हैं। बीते कल उनसे ट्वीटर के माध्यम से 11वीं कक्षा की बालिका ने उन्हें टैग करते हुए मदद मांगी। बालिका ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सुकीर्ति सर क्या आप क्लास 11वीं हुमयूनिटी साइड की बुक्स एविलेबल करा सकते हैं, सर बुक शाॅप नहीं खुल रही है शामली में और स्कूल वाले बोल रहे है कि कोर्स खरीदो जल्दी बाहर से, प्लीज हेल्प सर। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव द्वारा इसके जवाब दिया गया और कहा गया कि कृपया मुझे अपना पता संदेश भेजें। मैं किसी बुक स्टोर से आपके घर तक किताबें पहुंचाने और वहां बिल जमा करने के लिए कहूंगा। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने अपने पुलिसकर्मी द्वारा बालिका के घर किताब को पहुंचाया है। उसके बाद पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ट्वीटर पर लिखा कि क्योंकि पढ़ाई चलती रहनी चाहिए। शामली पुलिस की ओर से शुभकामनाएं। उनके द्वारा की गई इस पोस्ट पर यूजर्स प्रशंसा करते हुए लिख रहे हैं कि ये वाकई में खुशी की बात है क्या हम कहेंगे 'दिल की पुलिस, शामली पुलिस'!, दिल जीत लिया सर, यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि हमारे पास ऐसे युवा और गतिशील अधिकारी हैं जो जमीनी स्तर पर काम करते हैं।, इसे देखकर न केवल इतना प्यारा लगता है, बल्कि यह एक पवित्र आत्मा द्वारा किया गया एक महान कार्य है।, दिल से सलाम और सम्मान, वाह। बहुत बढ़िया।