नकाबपोश डकैतों का धावा- आधे घंटे में एक करोड़ की डकैती
अलवर। बाइक पर सवार होते हुए मुंह पर नकाब लगाकर पहुंचे आधा दर्जन डकैतों ने हथियारों से आतंकित कर बैंक कर्मियों को बंधक बनाते हुए 30 मिनट के भीतर तकरीबन एक करोड़ रुपए की डकैती की घटना को अंजाम दे दिया और बैंक के भीतर से नगदी एवं गोल्ड लूटकर आराम के साथ फरार हो गए। बैंक के भीतर एक करोड़ की डकैती की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आला पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और बैंक तथा आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालकर डकैतों की तलाश में लग गए।
सोमवार को भिवाड़ी के रीको चौक स्थित एक्सिस बैंक की ब्रांच में जब ग्राहकों की आवाजाही लगी हुई थी और लोग लेनदेन के सिलसिले में बैंक में आ जा रहे थे तो उसी समय तीन बाइकों पर सवार होकर छह बदमाश बैंक पर पहुंचे। चेहरे पर नकाब लगाकर बैंक में घुसे आधा दर्जन डकैतों ने हथियारों की नोक पर बैंक के भीतर काम कर रहे अफसरों व कर्मचारियों को बंधक बना लिया और उनसे बैंक के लॉकर की चाबी ले ली।
बताया जा रहा है कि योजनाबद्ध तरीके से डकैती डालने के लिए आए बदमाश अपने साथ बैग भी लेकर आए थे। बैंककर्मियों से चाबी लेने के बाद डकैतों ने लॉकर का ताला खोला और लॉकर के भीतर जितनी भी नकदी और सोने-चांदी के जेवरात मिले उन सभी को समेटकर बदमाशों ने अपने बैग के भीतर भर लिए और बैंक कर्मियों को शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।
बदमाशों के जाने के बाद बदहवास बैंक कर्मियों ने किसी तरह हौंसला जुटाकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। बैंक के भीतर एक करोड़ की डकैती की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार अन्य पुलिस अधिकारियों एवं फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और बैंक कर्मियों से डकैती डालकर फरार हुए बदमाशों के हुलिए आदि के संबंध में जानकारी हासिल की। बाद में पुलिस द्वारा पूरे इलाके की नाकेबंदी करते हुए चेकिंग अभियान चलाकर बदमाशों की तलाश की गई। पुलिस द्वारा बैंक और आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले लिए हैं।
पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार ने बताया है कि बाइक और हुलिये के आधार पर बदमाशों की पहचान की जा रही है। वह जिस रास्ते से आए थे उसके बारे में पुलिस को जानकारी हाथ लग गई है। पुलिस की कई टीमों को डकैती डालकर फरार हुए बदमाशों के पीछे लगाया गया है। उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही डकैतों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।