एक सीट पर सालभर से ज्यादा नही मिलेगा बैठने का मौका-मठाधीशों में हडकंप
चंडीगढ़। सरकारी कार्यालयों में वर्षों से एक ही सीट के ऊपर मठाधीश बने हुए बैठे कर्मचारियों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने अब एक बडा फैसला लिया है। किसी दफ्तर में कर्मचारी अब एक सीट पर एक साल से ज्यादा समय तक तैनात नही रह सकेगा। अफसर को भी किसी फाइल में सारे एतराज एक बार में ही लगाने होंगे। इन एतराजों की भी नियमों का हवाला देते हुए ऐतराज़ की स्पष्ट तौर पर जानकारी देनी पड़ेगी।
विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद पंजाब में सत्तारूढ़ हुई आम आदमी पार्टी की सरकार सरकारी सिस्टम को सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने अब नए आदेश में कहा है कि अब एक सीट पर एक कर्मचारी 1 साल से ज्यादा समय तक तैनात नहीं रहेगा। उधर अफसरों को भी स्पष्ट किया गया है कि वह किसी भी फाइल में एक ही बार सारे एतराज लगा सकेंगे। इन एतराजों को लेकर नियमों का हवाला देते हुए अधिकारियों को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। इसके अलावा अफसरों और कर्मचारियों को समय से दफ्तर पर पहुंचना होगा। यदि कोई व्यक्ति छुट्टी पर है तो उसके स्थान पर किसी दूसरे कर्मचारी को तैनात कर उसके काम को पूरा किया जाएगा। सरकारी योजनाओं या अन्य बातों के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को कौन-कौन से दस्तावेज लगाने जरूरी है, इसकी जानकारी नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी।
विभाग की तरफ से जारी हिदायत भी इस नोटिस बोर्ड पर कर्मचारियों को चस्पा करनी पड़ेगी। कर्मचारियों की ड्यूटी रोटेशन वाइज लगाई जाएगी। इससे कर्मचारी का भी अनुभव बढ़ेगा और मोनोपली की संभावना भी समाप्त होगी। खजाने में उपलब्ध स्टांप और टिकटों की गिनती कर उनकी संख्या नोटिस बोर्ड पर रोजाना दर्शाई जाएगी। खजाना दफ्तर में शिकायती पैटिका लगाई जाएगी। जिन्हें रोज खोलकर उसमें मिली चिट्ठियों को रजिस्टर में दर्ज करना होगा। 1 हफ्ते के अंदर शिकायत बॉक्स में मिली शिकायतों का निपटारा करना अनिवार्य होगा। शिकायत दर्ज करवाने के लिए अफसरों के नाम पद और मोबाइल नंबर नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने होंगे।