बेटियों के साथ महिला ने घर में ही चला दिया नोट छापने का कारखाना
मेरठ। महिला ने बेटियों को साथ लेकर घर में नोट बनाने का कारखान स्थापित कर छापे गये नोट बाजार में उतार दिये। दुकानदार की सजगता से हत्थे चढी महिला और उसकी बेटियों के साथ नोट छापने के गौरखधंधे मे शामिल कई युवकों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले का भंडाफोड किया है।
मंगलवार को मेरठ पुलिस ने महानगर में नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। महानगर के पाॅश इलाके गंगानगर के एक घर के अंदर नकली नोट छापने का यह खेल चल रहा था। पुलिस ने देश विरोधी इस मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया है। जिनमें एक महिला और उसकी बेटियां भी शामिल हैं।
नकली नोट छापने के इस मामले का खुलासा बी-ब्लॉक निवासी एक किरयाना दुकानदार की सजगता से हुआ। दरअसल, गिरोह की एक महिला सदस्य मंगलवार को नकली नोट लेकर किरयाने की दुकान पर सामान खरीदने के लिए गई थी। जो नोट उसने दुकानदार को दिया उसी सीरियल नंबर का नोट तीन दिन पहले उसकी बेटी भी उसी किरयाना की दुकान पर लेकर गई थी। जिससे दुकानदार को नोट के नकली होने का शक हुआ। दुकानदार ने महिला को भनक दिये बिना तुरंत ही इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस दुकानदार से जानकारी हासिल कर मामले की जांच पडताल में जुटी तो इस हाई प्रोफाईल मामले का खुलासा हुआ। पुलिस द्वारा की गई छानबीन में आरोपियों के घर से प्रिंटर और एक लाख दस हजार के नकली नोट मिले हैं। जो 200 और 500 रुपये मूल्य के हैं। पुलिस ने नकली नोट छापने के आरोप में महिला, उसकी बेटी, दो अन्य युवती और सात युवकों को हिरासत में लिया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी सचेत हो गए हैं और पकड़े गए 12 लोगों से पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि रैकेट की सरगना महिला और पुरुष हैं। पुलिस ने इस मामले को लेकर पिलखुवा में भी दबिश दी, लेकिन मुख्य आरोपी युवक को पुलिस अभी पकड़ नहीं पाई है।