कौन है यह इंस्पेक्टर? जिसके कार्यकाल में 4 थानों में नहीं हुआ कोई मर्डर
मुजफ्फरनगर। इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी मुजफ्फरनगर के सात थानों में कमान संभाल चुके हैं, जिसमें से चार थाना क्षेत्रों में उनके कार्यकाल में कोई मर्डर नहीं हुआ। तथ्य यह भी है कि थाना चरथावल क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में फंसाये गये निर्दोष लोगों को बचाकर इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी ने हत्या करने वाली पत्नि और उसके प्रेमी को जेल भेजा था। इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी के कार्यकाल में कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न हुई और खतौली थाने पर तैनाती के दौरान सीएए व एनआरसी के विरोध में उन्होंने हजारों की भीड़ को शांत कराकर कानून व्यवस्था को बनाये रखने का काम किया था। इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी वर्तमान में पुलिस लाईन में कार्यरत हैं।
गौरतलब है कि इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी संभल में एसओजी के पद पर तैनात थे तो उस दौरान इंस्पेक्टर द्वारा अपनी टीम के साथ मिलकर हत्या, लूट, चोरी, डकैती सहित आदि घटनाओं का शत-प्रतिशत खुलासा किया गया था। एसओजी में रहते हुए किये गये शानदार कार्यों से प्रशंसित होकर उन्हें डीजीपी सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया गया था।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी का तबादला कर उन्हें जिला मुजफ्फरनगर भेजा गया। जनपद मुजफ्फरनगर में 21 थाने हैं, जिनमें से 7 थानों में इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी प्रभारी निरीक्षक के रूप में तैनात रहे चुके हैं। इंस्पेक्टर संतोष त्यागी जिले के थाना चरथावल, जानसठ, खतौली, मीरापुर, सिविल लाईन, शहर कोतवाली और थाना नई मंडी पर रहकर विभिन्न घटनाओं का पर्दाफाश कर अपराधियों को जेल पहुंचाने का काम कर चुके हैं। इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी का सबसे लम्बा कार्यकाल थाना खतौली पर रहा, जहां पर वह एसएचओ के पद एक साल तक कार्यरत रहे और सबसे छोटा कार्यकाल शहर कोतवाली और थाना नई मंडी पर रहा। शहर कोतवाली पोस्टिंग के दौरान समय पूरा होने की वजह से सहारनपुर स्थानांतरण हो गया था। मुजफ्फरनगर जिले में आने के बाद फिर उन्हें थाने की कमान सौंपी गई थी।
इस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी के कार्यकाल में थाना मीरापुर, थाना सिविल लाईन और थाना नई मंडी क्षेत्र में कोई मर्डर नहीं हुआ है। इन चार थानों में पोस्टिंग के दौरान कोई मर्डर ना होना उनकी कार्यशैली कहा जाये या उनकी किस्मत। उक्त थानों में हुई छोटी-छोटी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल पहुंचाने का कार्य किया।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी के थाना सिविल लाईन, थाना कोतवाली नगर और थाना नई मंडी पर पोस्टिंग के दौरान हुई कावंड़ यात्रा में अपनी पुलिस टीम के साथियों के संग मिलकर कावंड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराई। कावंड़ यात्रा के दौरान इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी सिविल लाईन, थाना कोतवाली नगर पर ढ़ाई महीने और थाना नई मंडी के प्रभारी निरीक्षक के पद पर तीन महीनों से अधिक तक कार्यरत रहे। कांवड़ यात्रा के दौरान उनके कार्यकाल में कोई घटना नहीं घटी।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी खतौली थाने पर प्रभारी निरीक्षक तैनात थे। उस दौरान सीएए और एनआरसी को लेकर पूरे देश में द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। देश के विभिन्न स्थानों पर आगजनी हुई, बवाल हुआ। जनपद मुजफ्फरनगर के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये पूरा प्रयास कर रहे थे। उच्चाधिकारी जिला मुख्यालय पर विरोध कर रहे लोगों की भीड़ को शांत करने का काम कर रहे थे। वहीं सीओ खतौली थाना मंसूरपुर क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराने के लिये पहुंचे गये थे। खतौली जिले की दूसरी नगर पालिका है। खतौली में सीएए और एनआरसी के विरोध में तकरीबन 6 हजार लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई थी। उस दौरान थाना खतौली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार त्यागी अपने टीम के साथ उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे थे। इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी द्वारा किया गया समझाने का प्रयास कामयाब हो गया था क्योंकि भीड़ शांत होकर वापस लौट गई थी।
प्रेमी के साथ पति के मर्डर की रची थी साजिश- किसी और के नाम दर्ज कराई थी रिपोर्ट- इंस्पेक्टर संतोष ने किया था मर्डर मिस्ट्री का खुलासा
इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी थाना चरथावल एसएचओ का कार्यभार संभाले हुए थे। उसी दौरान थान चरथावल क्षेत्र के बलवाखेड़ी में हुई कंवरपाल की हत्या हो गई थी। कंवरपाल की पत्नि ने चचेरे देवर व उसके साथी पर हत्या का आरोप लगाकर नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। थाना चरथावल के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार त्यागी द्वारा बारिकी से मामले की जांच पड़ताल की गई तो मामला कुछ और ही निकला था। पुलिस द्वारा की गई बारिकी से जांच के बाद नामजद आरोपियों को क्लीनचीट मिल गई थी और वह झूठे जेल जाने से भी बच गये थे। हत्या की साजिश उसकी पत्नि कविता ने अपने प्रेमिका के साथ मिलकर रची थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पूछताछ में बताया गया था कि मृतक कंवरपाल की पत्नी कविता बलवाखेड़ी की है। कविता का गांव के ही पीतम नामक व्यक्ति के साथ बचपन से ही भावनात्मक लगाव था। दोनों गांव में साथ-साथ खेले और पढ़े थे। परिजनों से कविता की शादी उससे दोगुनी उम्र के कंवरपाल से कर दी गई थी, जिससे महिला अक्सर परेशान रहती थी और उसके संबंध पीतम से हो गए थे। पीतम के साथ मिलकर महिला ने पति कंवरपाल के मर्डर करने की साजिश रची। उसने जमीन दिखाने के बहाने अपने पति को बलवाखेड़ी बुलाया था। रात में उसे शराब पिलाई और गला घोटकर हत्या कर दी गई थी। नामजद आरोपियों की जान बचाने में मोबाइल सर्विलांस बड़ा हथियार बना था।
चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दबोचे आरोपी- 9 घटनाओं का किया था खुलासा
थाना नई मंडी के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार त्यागी ने चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड करते हुए 9 घटनाओं को ओपन किया। आरोपी आमिर द्वारा बताया गया कि दिनांक 21.03.2023 को पुनः थाना मंसूरपुर मु0नगर क्षेत्र के ग्राम नोना से बैट्री चोरी की थी। दिनांक 26/ 27.04.2023 की रात्रि में थाना खतौली क्षेत्र के ग्राम अन्तवाडा में लगे टॉवर से बैटरी (शैल) चोरी किये थे। इसके बाद दिनांक 04/05.05.2023 को रात्रि में थाना चरथवाल मु0नगर क्षेत्र के ग्राम मुखरा में लगे टॉवर से 02 बैट्री (शैल) चोरी किये थे दिनांक 05/06/.05.2023 की रात्रि में थाना क्षेत्र नई मण्डी मुजफ्फरनगर के ग्राम रथेडी में लगे टॉवर से 17 बैट्री (सेल) की चोरी की थी। दिनांक 09.05.2023 को थाना मंसूरपुर मु0नगर क्षेत्र के ग्राम संधावली में लगे टॉवर से बैट्री चोरी की थी, दिनांक 15/16/.05.2023 को पुनः ग्राम रथेडी में लगे टॉवर से 24 बैट्री (सेल) चोरी की थी तथा पुनः दिनांक 18/19 मई 2023 को पुनः थाना खतौली क्षेत्र के ग्राम अन्तवाडा में लगे टावर से बैट्री (सैल) चोरी किये थे तथा हम लोगो ने जनपद सहारनपुर जिला शामली मे भी में इसी तरह से बैट्री चोरी की थी जिनका दिनांक याद नहीं है तथा चोरी की गई सभी बैट्रियों (सेल) को सेन्ट्रो कार मे रखकर उस पर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर कबाडी राशिद पुत्र कल्लू निवासी सीलमपुर गली नंबर जीरो झुग्गी नाले के पास थाना कृष्णानगर दिल्ली को बेची थी। आरोपी द्वारा थाना नई मण्डी क्षेत्र, थाना चरथावल क्षेत्र, थाना खतौली क्षेत्र, थाना मन्सूरपुर क्षेत्र जनपद मु0नगर जनपद सहारनपुर जनपद शामली से बैट्री चोरी करने की बात का इकबाल जुर्म किया है। पुलिस ने चोरी करने वाले आरोपी और चोरी का माल खरीदने वाले कबाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल की सलाखेां के पीछे पहुंचा दिया था।