उप्र डीजीपी ने दिए कानून व्यववस्था एवं पुलिस प्रबन्ध के सम्बन्ध में दिशा निर्देश

उप्र डीजीपी ने दिए कानून व्यववस्था एवं पुलिस प्रबन्ध के सम्बन्ध में दिशा निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर अपराध, कानून व्यववस्था एवं पुलिस प्रबन्ध के सम्बन्ध में अधिकारियों को आज आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।

पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुकुल गोयल ने पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जिला को अपराध, कानून व्यवस्था एवं पुलिस प्रबन्ध के सम्बन्ध में दिशा निर्देश दिये हैं।

उन्होंने बताया कि अपने निर्देशों में डीजीपी ने अपराध नियत्रंण एवं सुदृढ कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कार्य योजना के तहत प्रभावी कार्रवाई करते हुए अपराधिक घटनाओं का पंजीकरण कर शीघ्र विधिक कार्रवाई की जाय। वरिष्ठ अधिकारी गम्भीर एवं सनसनीखेज वारदात में घटनास्थल का निरीक्षण करें। विवेचना में वैज्ञानिक साक्ष्य पर बल दिया जाय एवं न्यायालय में प्रभावी/समुचित पैरवी सुनिश्चित करायी जाये।

मुकुल गोयल ने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से गम्भीर प्रवृत्ति के अपराध की समीक्षा कर विवेचनाओं का समयबद्ध एवं गुणवत्तापरक निस्तारण कराये। वर्तमान समय में साइबर क्राइम की चुनौतियों के दृष्टिगत अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जनमानस को जागरूक करते हुए अत्याधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों का प्रयोग कर गुणवत्तापरक विवेचना के साथ-साथ लगातार अनुश्रवण करते हुए प्रभावी कार्रवाई की जाये।

अपने निर्देश में कम्युनिटी पुलिसिंग एवं फुट पेट्रोलिंग पर विशेष बल देते हुए सोशल मीडिया सेल को और अधिक सक्रिय रखते हुये सभी प्लेटफार्मो की सघन मानीटरिंग की जाये। ऐसे सभी पोस्ट जो किसी भी प्रकार के सामाजिक एवं धार्मिक विद्वेष उत्पन्न करते हों, उन पर तत्काल कार्यवाही की जाये। पुलिस अधिकारी समय से कार्यालय में बैठकर जनता की समस्याओं को सुनकर उनके त्वरित निराकरण के लिए आवश्यक कदम उठाये।

डीजीपी ने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ को सक्रिय कर उनके साथ मासिक बैठक करने के साथ बीट पुलिसिंग का निकट पर्यवेक्षण किया जाये एवं बीट व्यवस्था सुदृढ़ बनायी जाये, साथ ही साथ दिन-प्रतिदिन के पुलिस कार्यो में टेक्नालॉजी का प्रभावी उपयोग किया जाय। जिले में सार्वजनिक स्थलो और चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरो की क्रियाशीलता के सम्बन्ध में समीक्षा कर ली जाय।

उन्होंने मुख्य रुप से महिलाओं एवं बच्चों के प्रति घटित अपराधों की रोकथाम के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए प्रभावी पैरवी कर लगातार इसका अनुश्रवण किया जाय। उन्होंने आगामी त्योहारों के सम्बन्ध में पुलिस प्रबन्ध के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश।

वार्ता

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