यूपी बोर्ड का जॉइंट डायरेक्टर लाखों की रिश्वत लेते गिरफ्तार- 10 लाख...
आगरा। उत्तर प्रदेश के संभागीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा को ₹300000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। टीचर की शिकायत के आधार पर अपना जाल फैलाने वाली विजिलेंस की टीम ने रिश्वत की रकम लेते ही संभागीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को दबोच लिया। पकड़े गए अफसर के खिलाफ विजिलेंस की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
विजिलेंस की टीम की ओर से ताज नगरी आगरा में भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई एक बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत संभागीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा राम प्रताप शर्मा को ₹3 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
विजिलेंस की टीम की ओर से भ्रष्टाचार के मामले को लेकर मिली शिकायत के बाद अपना जाल फैलाया था और रिश्वत की रकम लेते ही टीम ने राम प्रताप शर्मा को दबोच लिया। विजिलेंस के पुलिस अधीक्षक आगरा सेक्टर शगुन गौतम की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक डीसी वैदिक इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक अजय पाल सिंह के खिलाफ फर्जी नियुक्ति की शिकायत हुई थी।
महानगर के बीएस टावर आवास विकास कॉलोनी सेक्टर 3 के रहने वाले सहायक अध्यापक अजय पाल सिंह के खिलाफ हुई शिकायत के बाद एक जांच पूर्व में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा की गई थी। जिसमें टीचर को क्लीन चिट दे दी गई थी। इसके बाद जांच के लिए बनी दूसरी समिति के अध्यक्ष के तौर पर राम प्रताप शर्मा द्वारा जांच को निस्तारित करने की एवज में 10 लाख रुपए की डिमांड की गई थी।