बेरोजगारी में मामा बन गया भांजे का क़ातिल
हरदोई। उत्तर प्रदेश में हरदोई के बेनीगंज क्षेत्र में पुलिस ने तीन दिन पूर्व अपने ननिहाल से गायब हुए बालक का शव बरामद करके उसके अपहरण और हत्या के आरोप में चचेरे मामा को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने शनिवार को यहां बताया बेनीगंज कोतवाली के चपरतला गांव का रहने वाला प्रमोद सिंह का आठ वर्षीय पुत्र रूद्र प्रताप अपने ननिहाल बेनीगंज के ही जरुआ गांव अपने मामा दिलीप सिंह के यहां आया था। चार नवंबर को दोपहर घर के बाहर खेलने के लिए निकला और उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करके गांव में सघन तलाशी करते हुए कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया। इसी दौरान पुलिस को यह भी जानकारी लगी की रुद्र का चचेरा मामा रामप्रताप भी चार नवंबर को गांव आया था। आरोपी रामप्रताप भी परिवार और पुलिस के साथ बच्चे की खोजबीन में जुटा था। इसी दौरान बच्चे के ननिहाल में उसके सगे मामा दिलीप सिंह के पास मोबाइल फोन में दो लाख रुपए की फिरौती देने का मैसेज आया। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करते हुए तीन टीमें पूरे मामले को सुलझाने में लगाएं थी।
उन्होंने बताया कि तफ्तीश के दौरान पुलिस को रामप्रताप की गतिविधियों को देखकर कुछ शक हुआ। पुलिस ने रामप्रताप से मोबाइल पर कुछ शब्दों को मैसेज टाइप करवाएं। फिरौती के लिए भेजे गए मोबाइल के मैसेज और रामप्रताप द्वारा टाइप किए गए मैसेज के शब्दों में समानता पाए जाने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। उसने फिरौती के लिए अपहरण और उसकी हत्या के राज से पर्दा उठा दिया।
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने संडीला कोतवाली इलाके मलहरा के जंगलों से मासूम का शव बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक बीएससी पास आरोपी बेरोजगार था और उसने कोई रोजगार करने के लिए अपने ही चचेरे भांजे का अपहरण किया और पहचाने जाने के डर से उसी दिन उसकी अपने अगौंछे से गला घोट कर हत्या करके शव को मलहरा के जंगलों में फेंक दिया था। वह पुलिस और परिवार के लोगो के साथ बच्चे की खोजबीन में भी जुटा रहा। पुलिस अब आरोपी मामा को जेल भेजने की कार्रवाई में जुटी हुई है।