दो मैचः कम ओवर, बड़ा स्कोर- SSP विनीत ने नहीं टूटने दी कानून व्यवस्था की डोर

दो मैचः कम ओवर, बड़ा स्कोर- SSP विनीत ने नहीं टूटने दी कानून व्यवस्था की डोर

मुजफ्फरनगर। तेजतर्रार अफसरों में शुमार वर्ष 2014 बैच के आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल का शासन ने अमरोहा से तबादला करने के पश्चात अत्यंत महत्वपूर्ण जनपदों में शामिल मुजफ्फरनगर भेजा, जहां उन्हें दो त्यौहार (दो मैच) सकुशल सम्पन्न कराने थे, कम दिन (कम ओवर) थे और बड़ी चुनौती (बड़ा स्कोर) थी। इस चुनौती को स्वीकारते हुए आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने कम ओवर में ही इस बड़े स्कोर को पार करने के लिये मैच जीतने में जुट गये थे। मुजफ्फरनगर में सभी अफसर कांवड़ यात्रा से अनजान थे लेकिन एसएसपी विनीत जायसवाल ने होमवर्क करते हुए बुद्धि कौशल का इस्तेमाल किया और चुनौतीपूर्ण इन दोनों मैचों को जीतने के लिये आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने ऐसी व्यवस्था बनाई हुई थी कि अब शिवभक्तों, पब्लिक, मंडलायुक्त, डीआईजी और सबसे मुख्य बात की सूबे के मुखिया द्वारा भी तारीफ की जा रही है। कप्तान विनीत जायसवाल द्वारा खेली गई शानदार पारी पर पेश है खोजी न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट...


इसी वर्ष की चार जुलाई को चार्ज संभालने वाले तेजतर्रार आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल का शासन ने प्रमोशन करते हुए अमरोहा के बाद अतिसंवदेनशील और महत्वपूर्ण माने जाने वाले जिले मुजफ्फरनगर यानि ऐसे जिले की कमान उनके हाथों में सौंपी, जो वर्ष में दो बार कावंड़ यात्रा के अलावा अन्य मामलों में भी राष्ट्रीय स्तर पर चर्चाओं में रहता है। मुजफ्फरनगर की पब्लिक सोच रही थी कि अब तो आईपीएस अभिषेक यादव का तबादला श्रावण मास की कांवड़ के बाद ही होगा क्योंकि कावंड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराना बहुत बड़ी चुनौती रहती है। शासन ने अचानक यूपी में आईपीएस अफसरों की तबादला सूची जारी कर आईपीएस अभिषेक यादव को मथुरा में कप्तान और अमरोहा के तत्कालीन एसपी विनीत जायसवाल को मुजफ्फरनगर का पुलिस कमांडर बनाया।


आईपीएस अभिषेक यादव का तबादला होने के बाद पब्लिक सोच रही थी कि ना जानें अब कैसे अफसर आयेगा और कैसा काम करेगा? अभी पब्लिक के बीच तबादला सूची के बाद बहुत प्रश्न उठ रहे थे, इसी बीच तेजतर्रार आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल 4 जुलाई को मुजफ्फरनगर की धरती पर पधारकर एसएसपी का चार्ज संभाल लेते हैं। एसएसपी का चार्ज संभालने के बाद आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल राजपत्रित अधिकारियों के साथ जनपद की कानून, शांति आदि व्यवस्थाओं को लेकर मंथन करते हैं और वार्ता करते ही कांवड़ मार्ग के निरीक्षण करने के लिये आलाधिकारियों के साथ सड़क पर उतर जाते हैं। आईपीएस अफसर चार्ज संभालने के दौरान ही कह देते हैं कि उनके लिये अपराध पर अंकुश, महिलाओं की सुरक्षा और कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराना ही प्राथमिकता है।


इसके बाद उसी दिन एसएसपी विनीत जायसवाल थाना भौराकलां और थाना तितावी का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं चेक कर सम्बंधित का निर्देश देते हैं। अफसर यहां तक भी नहीं थकते और रात के 2 या तीन बजे तक शहर का हाल जानने को पुरजोर प्रयासरत रहते हैं। कावंड़ समाप्त होने तक आईपीएस अफसर यूं ही देर रात कुछ देर सोते और अलसुबह उठकर भ्रमण करने के लिये फिर जुट जाते थे। आईपीएस अफसर की एक्टिवता को देखते हुए जनता के बीच आईपीएस अफसर को लेकर चर्चाएं होने लगी थी कि अफसर मेहनती और एक्टिव है।


जब मुजफ्फरनगर एसएसपी का चार्ज संभाला तो आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल के सामने दो त्यौहार (मैच) थे, कम दिन थे (कम ओवर) और बड़ी चुनौती (बड़ा स्कोर) थी। हर व्यक्ति को नई जगह को पहचानने में वक्त लगता है लेकिन विनीत जायसवाल ने जनपद की कानून व्यवस्था को जानने के लिये दिन-रात आलाधिकारियों के साथ जिले की सड़कों पर दौड़ लगाई और कम समय में ही जिले को पहचान लिया। यह भी एक संयोग जुड़ा है कि आईपीएस अफसर की पोस्टिंग अधिकतर पश्चिमी यूपी में ही रही है। व्यवस्थाओं को जायजा लेते वक्त अफसर को, जो भी समस्या मिली सम्बंधित को दिशा-निर्देश देते रहे और उसका समाधान कराते रहे। कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु एसएसपी विनीत जायसवाल दिन-रात एक कर व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।


आईपीएस अफसर ने व्यापारियों, पत्रकारों, पुलिसकर्मियों व अन्यों लोगों से वार्ता कर फीडबैक लिया और उसके बाद अपने मुताबिक वर्क किया। आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्या को समाप्त करने के लिये अपनी बुद्धि कौशल का प्रयोग करके समस्याओं का दी एंड किया। आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने आलाधिकारियों के संग बैठक कर निर्देश दिये थे कि अगर किसी भी कांवडिए को परेशानी होती है तो कम वक्त में वह बुलाये गये स्थान पर पहुंचे और वहां पहुंचकर उनकी हरसंभव मदद करें। एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह द्वारा द्वारा पीआरवी कर्मियों को समझाने के लिये उनके साथ बैठक की गई और उनको ब्रीफ करते हुए सारी बातों से अवगत कराया गया। इसके पश्चात यूपी 112 प्रभारी निरीक्षक द्वारा पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया गया था।


एसएसपी विनीत जायसवाल के निर्देश पर जिले की पुलिस मुसलसल सड़कों पर दौड़ती रही। इसके अलावा थानाध्यक्षों, सीओ और एसपी द्वारा त्यौहारों को सकुशल सम्पन्न कराने के उद्देश्य से संभ्रांत लोगों के साथ मीटिंग की गई। एसएसपी विनीत जायसवाल ने सभी दुकानदारों को चेता दिया था कि कांवड़ियों से अगर ज्यादा दाम वसूले तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी, जिसके बाद ढ़ाबे और होटलों पर रेट लिस्ट लगा दी गई थी। एसएसपी विनीत जायसवाल ने 6 जुलाई को फिर कावंड़ मार्ग का बारिकी से निरीक्षक कर व्यवस्थाओं को हाल जाना। इस दौरान उनके द्वारा अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिये गये थे कि कांवड़ियों की व्यवस्था में थोड़ी भी चूक ना हो और उन्हें परेशानी का सामना ना करना पड़े।


एसएसपी विनीत जायसवाल द्वारा कांवड़ यात्रा का सकुशल सम्पन्न कराने के दृष्टिगत जिले में पुलिस, पीएसी, पैरामिलिट्री, होमगार्ड आदि के 5 हजार से अधिक जवान कार्यरत किये गये थे। इनके अलावा गंगनहर कांवड़ मार्ग का निरीक्षण करने के पश्चात एसएसपी द्वारा 15 अस्थाई चौकियां स्थापित की गई थी, जिस पर एक उपनिरीक्षक, एक हैड कांस्टेबल और चार सिपाही अपनी सेवा दे रहे थे। जनपद मुजफ्फरनगर को 9 सुपर जोन, 16 जोन, 53 सब जोन में बांटा था और 80 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाये हुए थे। सभी अधिकारियों के साथ एसएसपी और डीएम ने ग्राम प्रधानों और शिविर संलाचकों के बैठक कर कांवड़ यात्रा को लेकर फीडबैक लेकर कावंड़ यात्रा में उनका सहयोग मांगा। ग्राम प्रधानों और शिविर संचालकों ने कावंड़ यात्रा का सकुशल सम्पन्न कराने में अपना योगदान दिया। इनके अलावा कांवड़ मार्ग पर गड्ढों का भराव, पेडों की छटाई, विद्युत के तार, और साफ-सफाई की पुलिस-प्रशासन द्वारा बेहतरीन व्यवस्था की गई थी।


एसएसपी विनीत जायसवाल द्वारा जिले में कावंड़ यात्रा के दृष्टिगत ऐसा यातायात डायवर्जन प्लान बनाया गया, जिससे मुजफ्फरनगर से लाखों के कांवडिये गुजर कर गये लेकिन उन्हें किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। रूट डायवर्जन की प्रक्रिया 14 जुलाई से 27 जुलाई तक की गई थी। एसएसपी ने जिले की सड़कों को विभिन्न रूट डायवर्जन में बांटा था। एसएसपी विनीत जायसवाल द्वारा कांवड़ यात्रा पर पैनी निगाह रखने के लिये सात मुख्य कांवड़ मार्गों पर 466 प्वाइंट बनाये गये थे। इस सभी प्वाइंटों पर पुलिस बल को कार्यरत किया हुआ था, जो शिवभक्तों की सेवा में 24 घंटे तत्पर थे। इतना ही नहीं एसएसपी द्वारा शिवभक्तों की सुरक्षा के दृष्टिगत कांवड़ शिविर, मंदिर, मुख्य चौराहों सहित अन्य स्थानों पर लगभग एक हजार पुलिसकर्मी कांवडियों की वेशभूषा में तैनात किये हुए थे।


शिवभक्तों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिये एसएसपी विनीत जायसवाल ने अधीनस्थों को निर्देश दिये हुए थे कि किसी भी शिवभक्त को कोई भी परेशानी ना हो। उनके द्वारा बनाई गई व्यवस्थाओं को चेक करने के लिये एसएसपी विनीत जायसवाल देर रात सीओ सदर हेमंत कुमार के साथ बाइक पर सड़कों पर निकल गये। उस दौरान एसएसपी विनीत जायसवाल ने कांवड़ शिविर में जाकर कांवड़ियों से बातचीत कर उनसे सुरक्षा एवं व्यवस्था की जानकारी ली। कावंड़ियों से बातचीत कर एसएसपी विनीत जायसवाल ने उनसे कहा था कि अगर कोई परेशानी होती है तो पुलिस को बताये अगर पुलिस आपके आसपास नहीं है तो तुरंत 112 पर कॉल करें। बाइक पर घूमकर जायजा ले रहे एसएसपी विनीत जायसवाल को जब लोगों ने देखा तो उन्हें आईपीएस अफसर का यह अंदाज काफी पंसद आया, जिसके बाद वह कहने लगे अफसर हो तो ऐसा।


मण्डलायुक्त सहारनपुर डा. लोकेश एम. और डीआईजी रेंज सहारनपुर सुधीर कुमार द्वारा कांवड मार्ग की व्यवस्था व मैडिकल कैम्प, पेट्रोलिंग व अधिकारियों के द्वारा समय-समय पर निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा जा रहा था। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं पाई गयी थी। मंडलायुक्त और डीआईजी सुधीर कुमार सिंह ने कहा था कि प्रशासन द्वारा पूरे मनोबल से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जा रहा है। पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था का कई बार निरीक्षण कर जायजा लेकर मंडलायुक्त और डीआईजी सुधीर कुमार सिंह द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की तारीफ की गई थी।


कांवड यात्रा में लाखों श्रद्धालु चिलचिलाती गर्मी और धूप में पैदल चलकर शिव चौक की परिक्रमा कर अपने गन्तव्य की ओर जा रहे थे। इसी दौरान अधिकारियों ने आने वाले श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। अधिकारियों द्वारा की गई पुष्पवर्षा से श्रद्धालु गद-गद हो गये थे और भोले बम-बम का जयकारा लगाते हुए अपने पथ की ओर जा रहे थे। पुलिस-प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लगाये गये शिविरों में उनके खान-पान एवं ठहरने की व्यवस्था और स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था प्रशासन द्वारा अच्छे से की गई, जिससे श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। इससे श्रद्धालु भी प्रशासन की व्यवस्था को लेकर खुश नजर आये। शिवभक्तों के सामने कोई भी समस्या नहीं आई और आई भी तो पुलिस ने उनकी तत्काल मदद की। इसकी वजह थी आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल की मेहनत।


आजादी के अमृत महोत्सव में हर घर तिरंगा अभियान के तहत सरकार के आदेश पर मुजफ्फरनगर के डीएम चंद्र भूषण सिंह और एसएसपी विनीत जायसवाल ने मुजफ्फरनगर के हृदय स्थली कहे जाने वाले शिव चौक पर तिरंगा झंडे बांटने के साथ-साथ पूरे जिले में पुलिस प्रशासन ने सड़क पर खड़े होकर लगभग 2000 झंडे कावड़ियों के बीच वितरित किए। मुजफ्फरनगर पुलिस प्रशासन द्वारा दिए गए तिरंगा झंडा को कांवड़ियों ने भी अपनी कांवड़ पर सजा कर हर हर महादेव के नारे के साथ आगे बढ़ना शुरू किया। कलेक्टर और कप्तान ने सरकार के आदेश पर कांवड़ियों को तिरंगा झंडे बांटकर धार्मिक उल्लास के बीच राष्ट्र भावना को भी सुदृढ़ करने का काम किया।


25 जुलाई को हिंडन एयरपोर्ट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उड़नखटोला उड़ान भरता है, जिसके बाद वह निरीक्षण करते हैं। इसी दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ की जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह के पास कॉल आती है, पहले तो वह उनसे कांवड़ यात्रा की जानकारी लेते है। उसके पश्चात सीएम योगी जनपद मुजफ्फरनगर में कांवड़ियों के लिये की गई व्यवस्था की तारीफ करते हैं। जब यह बात आलाधिकारियों का पता चलती है कि उनके जिले में शिवभक्तों के लिये की गई व्यवस्था की सूबे के मुखिया ने सराहना की है तो उनके चेहरे खिल जाते हैं।


26 जुलाई 2022 को महाशिवरात्रि के मौके पर सभी कांवडिये जलाभिषेक करते हैं। इस दिन भी एसएसपी विनीत जायसवाल अलसुबह कई जगहों का निरीक्षण कर व्यवस्था को चेक करते हैं। एसएसपी द्वारा सुबह 4 बजे शिव चौक पर पहुंचकर जलाभिषेक किया जाता है। इसके बाद वह जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए सम्भलहेड़ा में स्थित पंचमुखी महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर जनपदवासियों के लिए शांति व समृद्धि की मंगलकामना भी करते हैं। 26 जुलाई तक सभी शिवभक्त मुजफ्फरनगर से होकर जलाभिषेक करने के बाद घर लौट जाते हैं। एसएसपी विनीत जायसवाल द्वारा की गई व्यवस्था को शिवभक्तों के साथ-साथ मुजफ्फरनगर की पब्लिक ने भी सराहा है।


चाक-चौबंद व्यवस्था, चौकन्नी रही पुलिस- सकुशल अदा कराई नमाज

एसएसपी विनीत जायसवाल ने ईद-उल-अजहा त्यौहार को जनपद में शांतिपूर्ण व सकुशल सम्पन्न कराने के लिये आलाधिकारियों के साथ धर्मगुरुओं व संभ्रांत व्यक्तियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में शांति समिति बैठक की। एसएसपी विनीत जायसवाल ने ईद-अल-अजहा से एक दिन पहले बॉडी प्रोटेक्टर पहनकर पुलिस फोर्स के साथ फ्लैग मार्च, ड्रोन कैमरों से निगरानी तथा धार्मिक स्थलों का निरीक्षण करते हुए धर्मगुरूओं व अन्य लोगों से शांतिपूर्वक त्यौहार मनाने की अपील की। ईद-उल-अजहा की नमाज को सकुशल सम्पन्न कराने के लिये एसएसपी के निर्देश पर जनपद की पुलिस मुसलसल सड़कों पर दौड़ लगाती रही। ईदगाह पर ईद-उल-अजहा की नमाज से पहले ही एसएसपी विनीत जायसवाल आलाधिकारियों समेत ड्रोन कैमरों की टीम के साथ मौके पर मौजूद थे और नमाज के दौरान लगातार निगरानी रख रहे थे। नमाज अदा करने के बाद जब एक साथ बाहर भीड़ आई तो बेरिकेटिंग लगाकार धीरे-धीरे सभी नमाजियों को बाहर निकाला। ईद-उल-अजहा का त्यौहार जनपद में शांतिपूर्वक समाप्त हो गया था।

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