खाकी को किया दागदार-घर से खींच कर लड़की को अगवा करने की कोशिश
गोरखपुर। दो व्यक्तियों के साथ स्कॉर्पियो कार में सवार होकर पहुंचे वर्दीधारी दारोगा ने एक घर में घुसकर युवती को जबरिया गाड़ी में बिठाने का प्रयास किया। मौके पर हुए शोर-शराबे पर दौड़े ग्रामीणों ने जबरिया युवती को ले जाने का प्रयास कर रहे दारोगा को पकड़ लिया। दारोगा ने जब वर्दी का रौब दिखाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उसकी जमकर धुनाई कर दी। पीछा छुड़ाने के लिए दारोगा अपना मोबाइल और पिस्टल मौके पर ही छोड़कर भाग गया। सवेरे पहुंची पुलिस ने उक्त सामान बरामद कर लिया। किसी भी पक्ष की ओर से अभी इस बाबत तहरीर नहीं दी गई है।
दरअसल गीड़ा थाना क्षेत्र के गाहासाड के रंजीतवा टोला पर बीती रात लगभग 12.00 के करीब एक स्कॉर्पियो में सवार होकर तीन लोग गांव में पहुंचे। वर्दी पहने एक दारोगा गांव के एक व्यक्ति के घर में घुस गया। आरोप है कि दारोगा ने घर में सो रही युवती को पिस्टल सटाकर अपनी गाड़ी में जबरन बैठाने की कोशिश की। युवती के शोर-शराबे पर परिवारजन जाग गए और दारोगा की हरकतों का विरोध करने लगे। वर्दीधारी दारोगा रौब दिखाकर परिवारजनों को चुप कराने में लग गया। इसी बीच आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने दारोगा को पकड़ लिया। ग्रामीणों पर जब दारोगा ने धौंस जमाने की कोशिश की तो उन्होंने मिलकर दारोगा की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान ग्रामीणों का रौद्र रूप देखकर दारोगा के साथ आये दोनों युवक वहां से अपनी जान बचाकर भागने लगे। साथियों को भागता देखकर दारोगा के हाथ पांव फूल गये और वह भी ग्रामीणों से अपना पीछा छुड़ाने के लिए सरकारी पिस्टल व मोबाइल छोड़ कर भाग गया। ग्रामीणों ने 112 नंबर पर मामले की सूचना दी। जिस पर गीड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल की। रात में ही पुलिस ने दारोगा को स्काॅर्पियों समेत पकड़कर थाने पर बैठा लिया। युवती के पिता व चचेरे भाई को भी पुलिस उठाकर थाने ले गई। रात में ही पुलिस दारोगा की पिस्टल बरामद करने का प्रयास करने लगी। लेकिन ग्रामीणों के विरोध पर वापस लौट आई। बुधवार की सवेरे ग्रामीणों की मौजूदगी में पुलिस ने दरोगा के पिस्टल और मोबाइल को अपने कब्जे में लिया। प्रभारी निरीक्षक गीड़ा डीडी मिश्रा ने बताया कि दारोगा को थाने पर बैठाया गया है और सिर में चोट लगने के साथ उसकी वर्दी भी फट गई है। अभी किसी भी पक्ष की ओर से थाने में तहरीर नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि थाने पर बैठाया गया दरोगा काफी पहले सजनवां थाने पर तैनात रह चुका है।