परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश- 3 अरेस्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रशिक्षित स्नातक जीव विज्ञान शिक्षक (टीजीटी) की आज हो परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना व साल्वर सहित तीन सदस्यों को आज वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज शाम यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीजीटी की 2016 की बालक वर्ग की परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना व साल्वर तीन सदस्यों को वाराणसी कोतवाली नगर, जनपद वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में सरगना प्रयागराज निवासी अशोक कुमार पाल के अलावा साल्वर आजमगढ़ निवासी रविन्द्र चौरसिया और अभ्यर्थी जौनपुर निवासी सुनील कुमार पाल को आज बल्लभ विद्यापीठ बालिका इण्टर कालेज परीक्षा केन्द्र से गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एडमिट कार्ड, बुकलेट, ओएमआर शीट और कुछ नकदी बरमाद की गई।
उन्होंने बताया कि टीजीटी परीक्षा 2016-बालक वर्ग की शनिवार को लिखित परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस सम्बन्ध में अभ्यर्थियों को बहला-फुसलाकर धन उगाही का प्रयास करने, परीक्षा में साल्वर उपलब्ध कराने और पेपर लीक कराने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के लिए शासन एवं उच्चाधिकारीगणों द्वारा एसटीएफ को निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन एवं ठोस कार्रवाई के लिए लगाया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि इसी क्रम में सूचना मिलने पर प्रयागराज एसटीएफ फील्ड इकाई की टीम ने नकल गिरोह के सरगना और एक साल्वर और एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ पर गिरोह सरगना ने बताया कि वह जौनपुर निवासी सन्दीप विश्वकर्मा के अलावा उसके साथी डाक्टर बृजेश पाल संगठित गिरोह बनाकर इस धन्धें को संचालित करते है, जिसमें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराकर पास कराने का ठेका लेते है। इसमें हमारा साल्वर भी होता है, पेपर आउट कराने वाला भी होता है तथा फोटो मिक्सिंग कर फर्जी आधार कार्ड, फर्जी एडमिट कार्ड व अन्य आईडी तैयार करने वाला भी है। अभ्यर्थियों एवं साल्वर के फोटो मिक्सिंग करने का काम जौनपुर निवासी रमेश द्वारा किया जाता है। परीक्षा पास करवाने के एवज में हम लोग प्रति कण्डीडेट 12 से 15 लाख रूपये लेते है। गिरफ्तार आरोपियों को कोतवाली वाराणसी में दाखिल करा दिया। आगे की कार्रवाई स्थानीय पुलिस कर रही है।
वार्ता