मास्क न पहनने वालों को मिलेंगे मास्क लेकिन साथ ही होगा चालान

मास्क न पहनने वालों को मिलेंगे मास्क लेकिन साथ ही होगा चालान

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाव के प्रति फिर से जागरूक करने के लिए अधिकारियों को सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क न लगाने वालों को कम से कम पांच मास्क प्रदान करने और उनसे जुर्माना वसूलने का अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

मनोहर लाखट्टर ने आज यहां प्रशासनिक सचिवों के साथ प्रदेश में कोविड-19 स्थिति के सम्बंध में समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिये। उन्होंने कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करने और कोरोना वायरस का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए सक्रिय रणनीति बनाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के लोगों से मास्क पहनने की अपील करते हुए कहा हालांकि कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है लेकिन सभी को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के सभी दिशानिर्देशों का पालन करते रहना चाहिए ताकि सभी सुरक्षित रहें और इस वायरस के प्रसार को रोकने में कामयाब हो सकें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कोविड-19 के निपटने की तैयारियों में तेजी लाने, जांच सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लीनिकल प्रबंधन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के साथ जन-जागरूकता गतिविधियां बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 दिशा-निर्देशों जैसे मास्क पहनना, हाथों की सफाई और सामाजित दूरी बनाए रखने के बारे में व्यापक प्रचार सामग्री के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाए जाएं। इसके अलावा, उद्योगों में मौके पर जाकर जाँच करने और सार्वजनिक स्थानों जैसे शॉपिंग मॉल, बस स्टैंड, स्कूलों, कॉलेजों आदि में कोविड सावधानियों और दिशानिर्देशों को नियमित रूप से लागू करने और इसकी निगरानी की जाए। इन स्थानों पर मास्क वितरण के साथ-साथ सफाई व्यवस्था को भी मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान तेज करने के साथ पंचायती राज संस्थानों, स्थानीय निकायों और पुलिस विभाग के माध्यम से कोविड दिशा-निर्देशों को पुन: सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।

बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि हरियाणा में रोजाना औसतन 15,000 से 18,000 कोविड जांच की जा रही हैं। साप्ताहिक आधार पर टेस्ट पॉजिटिविटी दर एक प्रतिशत से कम है। वर्तमान में, हरियाणा में कोविड के 1205 सक्रिय मामले हैं। एंटीजन की तुलना में आरटीपीसीआर टेस्ट अधिक किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत किये जाने के बाद से लेकर अब तक 1.5 लाख से अधिक स्वास्थथकर्मियों को पहली खुराक दी जा चुकी है और 71,000 से अधिक को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। लगभग 1.30 लाख पंजीकृत फ्रंट लाइन वर्कर में से 71,000 एफएलडब्ल्यू को पहली खुराक दी जा चुकी है। अब तक कुल 2.2 लाख स्वास्थयकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर को पहली खुराक दी जा चुकी है। कुल मिलाकर 2.93 लाख से अधिक को पहली और दूसरी खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आज से कोविड टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत हुई है जिसमें 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों तथा 45 वर्ष से 60 वर्ष की आयु वाले सह-रुग्णता (को-मोरबिडिटीज) वाले लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।

बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी. एस. ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्त आयुक्त संजीव कौशल, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस. एन. रॉय, स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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