यह चौकी इंचार्ज कर चुका है दर्जनों बदमाशों का हाफ एनकाउंटर- खुद भी खाई गोली
मुजफ्फरनगर। उपनिरीक्षक राकेश शर्मा जनपद के विभिन्न थानों में एसएसआई व विभिन्न पुलिस चौकी के प्रभारी रह चुके हैं और अब वह शहर कोतवाली की खालापार चौकी का जिम्मा संभाल रहे हैं। राकेश शर्मा इससे पहले भी खालापार चौकी इंचार्ज रह चुके हैं। उपनिरीक्षक राकेश शर्मा की जहां भी तैनाती रही, वहां पर क्राईम कंट्रोल करने के लिये उन्होंने क्रिमनलों पर कार्रवाई कर उन्हें कारागार की सींखचों के पीछे पहुंचाया है। राकेश शर्मा द्वारा पहला हाफ एनकाउंटर खालापार चौकी इंचार्ज रहते हुए किया था। चौकी इंचार्ज राकेश शर्मा द्वारा अपने कार्यकाल में मुजफ्फरनगर के विभिन्न थानों व विभिन्न चौकी में रहते हुए करीब दो दर्जन एनकाउंटर किये हैं।
चौकी इंचार्ज राकेश शर्मा अवैध असलहा फैक्ट्री का पर्दाफाश करने में भी माहिर है। उनके द्वारा अभी तक तकरीबन दर्जनभर अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। राकेश शर्मा का कहना है कि रतनपुरी थाने पर कभी अवैध शस्त्र फैक्ट्री और अवैध शराब भट्टी का राजफाश नहीं किया गया था। पंचायत चुनाव के दौरान राकेश शर्मा द्वारा रतनपुरी थाने पर अवैध शस्त्र फैक्ट्री और शराब भट्टी का भी पर्दाफाश किया गया। यूं तो राकेश शर्मा ने अपने कार्यकाल में कई बड़े गुडवर्कों में अहम योगदान दिया। लेकिन हम उनके द्वारा किये गये कुछ विशेष गुडवर्कों को आपके सामने पेश करते हैं। राकेश शर्मा की विशिष्ट कार्यशैली पर पेश है खोजी न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट...
मूल रूप से अलीगढ़ जनपद के थाना इगलास के गांव दुमेडी के निवासी राकेश शर्मा अक्टूबर 1998 को पीएसी में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे, दस साल पीएसी में तैनात रहने के बाद उनको शासन से हैड कांस्टेबल नागरिक पुलिस में प्रमोशन मिला। इस पद पर उनको गाजियाबाद जिले में पहली तैनाती मिली। 2011 में शासन से राकेश शर्मा को उत्तर प्रदेश उपनिरीक्षक के पद पर प्रोन्नत किया गया। मुजफ्फरनगर जनपद में राकेश शर्मा 24 सितम्बर 2016 को तैनात हुए। उनको नई मण्डी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत नई मण्डी पुलिस चौकी का इंचार्ज बनाया गया। वहां वो आठ माह तक तैनात रहे। इसी बीच 27 जून 2017 को जब ईद के बाद खालापार में कस्सावान प्रकरण हुआ तो तत्कालीन एसएसपी अनन्त देव ने उन पर भरोसा जताते हुए खालापार चौकी की जिम्मेदारी सौंपी थी। एसआई राकेश शर्मा ने अपने कप्तान के भरोसे पर खरा उतरे और कस्सावान प्रकरण के आरोपियों को जेल पहुंचाने का काम किया।
खालापार में तैनाती के दौरान उन्होंने बदमाशों की कमर तोड़ने का काम किया और एक रिकॉर्ड बनाकर अपने नाम कीर्तिमान स्थापित किया। राकेश शर्मा ने खालापार चौकी इंचार्ज रहते हुए शहीद चौक स्थित एक मकान में चल रही अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर भारी मात्रा में अवैध असलहा और बनाने के उपकरण बरामद किये थे। अवैध असलहा फैक्ट्री पर हुई छापेमार कार्रवाई में एसआई राकेश शर्मा ने तीन आरोपियों को मौके से अरेस्ट कर उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भिजवा दिया था। खालापार चौकी इंचार्ज राकेश शर्मा द्वारा खोजी न्यूज को बताया गया कि अभी तक खालापार से इतनी बड़ी असलहा फैक्ट्री नहीं पकड़ी गई है।
खालापार चौकी पर राकेश शर्मा की 11 महीने तक तैनाती रही। वर्ष 2017 में जब यूपी में भाजपा की प्रचंड बहुमत से सरकार आई तो योगी सरकार पार्ट-1 में जनपद मुजफ्फरनगर की शहर कोतवाली इलाके में सबसे पहले हाफ एनकाउंटर राकेश शर्मा ने किया था। राकेश शर्मा ने खालापार चौकी इंचार्ज रहते हुए पांच बदमाशों को मुठभेड़ में लंगड़ा कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। एक मुठभेड़ में खुद राकेश शर्मा बदमाश की गोली से घायल हो गये थे। उन्होंने शहर कोतवाली की सबसे पहली पुलिस मुठभेड़ में अहम भूमिका निभाई और बदमाश तालिब को गिरफ्तार किया। इसके बाद शातिर बदमाश वसीम ननवा को भी मुठभेड़ में गिरफ्तार कर जेल भेजने में उनकी मुख्य भूमिका रही। वाहन चोरी पर अंकुश लगाते हुए इंचार्ज राकेश शर्मा ने तीन वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनकी निशादेही पर 05 बाइक और 01 स्कूटी बरामद की, तो वहीं मोबाइल लूट गिरोह का भंडाफोड करते हुए दो शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर एप्पल, सेमसंग, नोकिया व अन्य कम्पनियों के करीब तीन लाख रुपये कीमत के मोबाइल फोन बरामद किये थे। 13 फरवरी को पीस पार्टी के नेता और गौकशी के आरोपी 10 हजार रुपये के इनामी बदमाश नजर कुरैशी को गिरफ्तार किया। नजर कुरैशी विभिन्न मुकदमों में वांछित चल रहा था। उसके विरुद्ध करीब 20 मुकदमे दर्ज हैं। उसके बाद बुढ़ाना मोड़ पर हुई मुठभेड़ में खालापार चौकी प्रभारी राकेश शर्मा ने नजर कुरैशी के बड़े भाई 10 हजार के इनामी बदमाश आशु और 10 हजार के इनामी उसके साथी पारा रथेडी को गिरफ्तार करने का जौहर दिखाने का काम किया था।
राकेश शर्मा का खालापार चौकी से तबादला कर वर्ष 2018 में चौकी प्रभारी रोहाना बनाया। रोहाना में 4 माह की पोस्टिंग के बाद शहर कोतवाली की चौकी रामलीला टिल्ला का राकेश शर्मा को प्रभार दिया गया। रामलीला टिल्ला पर रहते हुए अपने पांच माह के कार्यकाल में उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें कारागार भिजवाया। रामलीला टिल्ला से तबादला करते हुए एसएसपी ने राकेश शर्मा को थाना मीरापुर पर एसएसआई के तौर पर भेजा। मीरापुर थाने पर भी राकेश शर्मा पांच महीने तक कार्यरत रहे और उसके बाद उन्हें थाना बुढ़ाना की चौकी गढ़ी सखावत पर कार्यरत किया गया।
थाना बुढ़ाना की चौकी गढ़ी सखावत का प्रभार मिलने के बाद राकेश शर्मा ने वहां होने वाले अपराध को भांप लिया था, जिसके बाद बदमाशों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते उन्हें हवालात की हवा खिलाई जा रही थी। राकेश शर्मा गढ़ी सखावत चौकी पर करीब एक साल तक कार्यरत रहे। इस कार्यकाल में उन्होंने तीन अवैध असलहा फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ कर बम्पर में अवैध असलहा बरामद किया। इसके अलावा बदमाशों के साथ 15 मुठभेड़ हुई, जिसमें अलग-अलग इनामी बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने का काम किया।
राकेश शर्मा ने एक दिन में अलग-अलग स्थानों में हुई मुठभेड़ में दो बदमाशों को दबोच लिया था। एक 20 हजारी इनामी को मुठभेड़ में लंगड़ा कर दबोचा था तो दूसरी मुठभेड़ में राकेश शर्मा ने एक हिस्ट्रीशीटर को दबोचा था, जिसके विरूद्ध विभिन्न थानों में 14 मुकदमें पंजीकृत थे। राकेश शर्मा बताते हैं कि गढ़ी सखावत चौकी में पड़ने वाले गांव हुसैनपुर में गांजे का कारोबार होता था। राकेश शर्मा ने नशे का कारोबार कर रहे आरोपियों के पास से 40 से 45 किलों गांजा बरामद कर उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए नशे के कारोबार को कंट्रोल किया था। एसएसपी ने उपनिरीक्षक गढ़ी सखावत चौकी से तबादला कर राकेश शर्मा को थाना नई मंडी की गांधी कॉलोनी चौकी का इंचार्ज बनाया, जहां चार महीने की पोस्टिंग के बाद वर्ष 2021 में शहर कोतवाली का एसएसआई बना दिया गया था।
शहर कोतवाली पर पोस्टिंग के दौरान पिछले वर्ष संपन्न हुई दीपावली की पंच दिवसीय श्रंखला के पर्व के मौके पर शहर के नामचीन सर्राफ रामकुमार ज्वेलर्स के यहां हुई तकरीबन 76 लाख रुपए के गहनों की चोरी को दुकान पर रहने वाले केतन की शह पर अंजाम दिया गया था। इस टीम के खुलासे के लिये एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय की अगुवाई में टीम का गठन किया गया था और इसका खुलासा करने के लिये उपनिरीक्षक राकेश शर्मा को आईओ बना गया था। इस 76 लाख की चोरी का पर्दा उठाने में राकेश शर्मा का अहम योगदान रहा। इस वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को अरेस्ट किया था। इस गुडवर्क की एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल व एसएसपी अभिषेक यादव द्वारा भी प्रशंसा की गई थी।
शहर कोतवाली में एक साल तक पोस्टिंग रहने के बाद एसएसपी अभिषेक यादव द्वारा राकेश शर्मा को ट्रांसफर कर थाना खतौली पर भेज दिया था। खतौली में भी राकेश शर्मा द्वारा अवैध शस्त्र फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया था। खतौली में सिर्फ एक माह की तैनाती के बाद उपनिरीक्षक राकेश शर्मा को थाना रतनपुरी का एसएसआई बनाया गया। थाना रतनपुरी के एसएसआई के रूप में राकेश शर्मा ने भनवाड़ा के जंगल में बंद पड़े ईट के भट्टे पर छापेमारी कर अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान उन्होंने मौके से 15 तमंचे, 1 रायफल, 1 बंदूक, 1 वेल्डिंग मशीन, दर्जनों अधबने तमंचे व भार मात्रा में शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किये थे।
थाना रतनपुरी पर तीन माह की तैनाती के बाद थाना सिविल लाइन में एसएसआई के पद पर राकेश शर्मा को कार्यरत किया गया था। थाना सिविल में हुई पोस्टिंग के बाद अपराधियों पर कार्रवाई करने पर राकेश शर्मा ने यहां भी कसर नहीं छोड़ी। एक दिन में मोबाईल लूट, व बाइक तथा सरिया चोरी की 3 अलग-अलग घटनाओं का पर्दाफाश करते हुए 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पांचो बदमाशों से चोरी तथा लूट का माल भी बरामद किया था। थाना सिविल लाइन में तीन माह की तैनाती के बाद एसएसपी अभिषेक यादव ने अब दोबारा से उपनिरीक्षक राकेश शर्मा को खालापार चौकी इंचार्ज बनाया है।
चौकी इंचार्ज राकेश शर्मा ने बदमाशों को संदेश देते हुए कहा है कि जो कार्रवाई पहले अपराधियों के खिलाफ की गई थी। अगर कोई भी व्यक्ति अपराध करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कारागार की सींखचों के पीछे डाल दिया जायेगा। राकेश शर्मा ने कहा कि चौकी पर फरियाद लेकर आये फरियादी की समस्या गंभीरता से सुनाई जायेगी और जल्द से जल्द उस समस्या का निपटारा किया जायेगा।