कूकड़ा गांव में चल रही नकली खाद बनाने की फैक्ट्री का ऐसे हुआ भंडाफोड़
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में चल रही खाद की किल्लत का फायदा उठाते हुए नक्कालों ने फैक्ट्री लगाते हुए नकली खाद बनाने का काम शुरू कर दिया। पुलिस ने फैक्ट्री का राजफांस करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में खाद बनाने के उपकरण, नमक की बोरी, बदरपुर, मशीन और अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस फरार हुए आरोपी की तलाश में दबिश देने में जुटी हुई है।
मुजफ्फरनगर के थाना नई मंडी कोतवाल पंकज पंत ने बताया है कि कोतवाली क्षेत्र के गांव कूकड़ा में नकली खाद बनाने की सूचना पर गठित की गई टीम की ओर से रविवार की दोपहर ईदगाह के सामने स्थित मकान पर छापामार कार्यवाही की गई। पुलिस को मौके पर एक व्यक्ति मिला, जिसे दबोच लिया गया। पूछताछ किए जाने पर आरोपी व्यक्ति ने अपना नाम रमेश पाल निवासी बचन सिंह कॉलोनी बताया। पुलिस ने मौके से एक इलेक्ट्रिक मिक्सर मशीन, सिलाई मशीन, इफको डीएपी के 59 खाली बोरे, आईपीएल डीएपी के 116 खाली बोरे, 4 नमक की बोरियां, 2 कुंतल बदरपुर, चार बोरी गेरू, फावड़ा और बेलचा समेत अन्य सामान बरामद किया है। कोतवाल ने बताया है कि इस मामले में शामिल जनपद सहारनपुर के बड़गांव निवासी धर्मेंद्र फरार होने में कामयाब रहा है। पकड़ा गया व्यक्ति और फरार हुआ धर्मेंद्र नकली खाद फैक्ट्री के मालिक हैं और दोनों पिछले दो माह से नकली खाद बनाकर बाजार में बेच रहे थे। कोतवाल ने बताया है कि आरोपी जनपद मुजफ्फरनगर के साथ-साथ सहारनपुर में भी नकली खाद और पोटाश की सप्लाई करते थे। कुछ दिन पहले ही आरोपियों ने सहारनपुर में खाद के नकली कट्टे बड़ी संख्या में आपूर्ति किए थे। इसके अलावा पोटाश के कट्टो की भी आपूर्ति की गई थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वह डीएपी का कट्टा 12 सौ और पोटाश का कट्टा 6 सौ रूपये में बेचते थे। नमक, गेरू और बदरपुर मिलाकर खाद को तैयार किया जाता है। आरोपी खाद विक्रेताओं से जमी हुई खाद खरीदने के बाद उसे मिक्सर मशीन में गेरू, नमक और बदरपुर के साथ मिला देते थे। इसके बाद तैयार की गई नकली खाद को नामचीन कंपनियों के खाली बोरों में भर देते थे। खाद भरने के बाद कट्टे को अच्छी तरह सील करते थे। ताकि किसी को जरा भी शक न हो।