बेटे ने दोस्त के साथ किया था डबल मर्डर- इसलिए खून में रंगे बेटे ने हाथ
मेरठ। मकान के भीतर लहूलुहान हालत में मिले दंपत्ति की हत्या उनके इकलौते बेटे ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दी थी। बेटा केवल अपने बाप की हत्या करना चाहता था लेकिन इस दौरान मां की आंख खुल जाने की वजह से उसने पकड़े जाने के डर से उसे भी मारकर ठिकाने लगा दिया।
मेट्रो सिटी मेरठ के शास्त्री नगर सेक्टर 6 में मंगलवार को हुई 50 वर्षीय प्रमोद एवं उसकी 45 वर्षीय पत्नी ममता की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक डबल मर्डर की इस वारदात का मृतक दंपति के इकलौते पुत्र आर्यन ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दिया है। पुलिस ने दंपति के बेटे और उसके दोस्त की निशानदेही पर दोनों के खून से सने कपड़े, हत्या में प्रयुक्त चाकू और खून से सनी स्कूटी भी बरामद कर ली है। आर्यन का आरोप है कि उसके पिता अक्सर दारू पीने के बाद उसकी मां ममता के साथ मारपीट करते थे। पिता के इस व्यवहार से वह बहुत आहत था, इसी के चलते उसने अपने पिता की हत्या का इरादा बनाया और प्लान के मुताबिक दादा-दादी तथा मां को मैंगोशेक में बेहोशी की दवा मिलाकर दे दी। लेकिन पिता को बगैर दवा का मैंगो शेक दिया।
परिजनों को मैंगो शेक देने के बाद वह स्कूटी उठाकर अपने दोस्त को छोड़कर आने की बात कहकर चला गया। आधी रात के बाद तकरीबन 1.00 बजे वह वापस घर लौटा और अपने पिता को फोन कर दरवाजा खुलवाया। आर्यन का दोस्त उस समय घर के बाहर खड़ा हुआ था। पिता ने दरवाजा खोला और सोने के लिए चले गए। आर्यन ने दोस्त को दरवाजा खोलकर अंदर बुलाया और आर्यन ने अपने दोस्त के साथ बेडरूम में पहुंचकर पिता प्रमोद का गला चाकू से रेत दिया, इसी दौरान पिता की चीख-पुकार को सुनकर उसकी मां ममता की आंख खुल गई। मां पुलिस को सामने सारा मामला ना बता दे, इसलिए दोनों ने ममता का भी गला रेत दिया और वहां से फरार हो गए। वारदात के बाद दोस्त तो घर छोड़कर गुड़गांव चला गया जबकि आर्यन ने सवेरे के समय प्लान के मुताबिक पिता के मोबाइल पर कॉल की। इसके बाद पड़ोस के शुभम के परिवार को फोन किया और बताया कि मम्मी पापा फोन नहीं उठा रहे हैं।