पार्टनर ने ही भेजा था रंगदारी का पत्र- पुलिस ने किया 72 घंटे में खुलासा

शामली। पार्टनरशिप में खरीदे प्लॉट के बंटवारे के विवाद में धमकी भरा पत्र भेजकर रंगदारी मांगी थी। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के निर्देशन में थाना आदर्शमंडी पुलिस ने 72 घंटे के अल्प समय में मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को अरेस्ट किया है। रंगदारी मांगे जाने में साथी पार्टनर ही अपराधी निकला। पुलिस ने तमाम आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें कारागार भेज दिया है।
गौरतलब है कि दिनांक 10.11.2021 को हरेन्द्र सिंह पुत्र कँवल सिंह निवासी ग्राम पिण्डौरा थाना आदर्शमण्डी जनपद शामली द्वारा पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर शिकायती पत्र दिया था, जिसमें उसको अज्ञात व्यक्ति द्वारा धमकी भरा पत्र भेजा गया था और 10 लाख रूपये की रंगदारी की मांग की गई थी। जिस पर पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव द्वारा थाना आदर्शमण्डी को तत्काल एफआईआर दर्ज करने के आदेश किये गये थे, साथ ही शिकायतकर्ता को घटना का अनावरण होने तक सुरक्षा उपलब्ध कराये जाने को निर्देशित किया गया था। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के आदेश पर थाना आदर्शमण्डी पर सुसंगत धाराओं में अज्ञात के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव द्वारा रंगदारी मांगे जाने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए, घटना के शीघ्र अनावरण हेतु थाना आदर्शमण्डी के साथ सर्विलांस एवं एसओजी टीम को लगाया गया था। तीनों टीमों द्वारा घटना के सम्बन्ध में तत्परता से कार्यवाही करते हुए धमकी भरा पत्र भेजे जाने के सोर्स के साथ सीसीटीवी की करीब 100 फुटेज ली गई। इसके साथ ही मेन्युअल एवं इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस पर कार्य करते हुए अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारियां जुटाई गई।
इस क्रम में आज दिनांक 12.11.2021 में थाना आदर्श मण्डी एवं एसओजी तथा सर्विलांस की टीम द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर छापेमारी करते हुए घटना की सूचना के 72 घंटे की अल्पसमय अवधि में रंगदारी दिये जाने हेतु पत्र भेजने के मामले का अनावरण करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से एक पत्र, एक बुर्का, 3 मोबाइल और घटना में प्रयुक्त गाड़ी स्विफ्ट बरामद की गई है। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में अपना नाम देवेंद्र पुत्र ओमपाल निवासी वैष्णो धाम कॉलोनी थाना कंकरखेड़ा जनपद मेरठ, स्थाई निवासी ग्राम बहावड़ी थाना कोतवाली जनपद शामली, शीतल पत्नी अजय निवासी आर के सिटी थाना कंकरखेड़ा जनपद मेरठ, स्थाई निवासी ग्राम कुराली थाना जानी जनपद मेरठ बताया है।
पुलिस को पूछताछ में ज्ञात हुआ कि देवेन्द्र और हरेंद्र (जिससे रंगदारी की मांग की गई) के साले बिट्टू उर्फ विकास ने पार्टनरशिप में एक प्लॉट शामली में खरीदा था। बिट्टू द्वारा पार्टनरशिप में खरीदे गये उस प्लॉट का देवेन्द्र से बंटवारे का हिसाब-किताब नहीं किया जा रहा था। जिस पर देवेन्द्र को आशंका हुई कि बिट्टू का जीजा हरेन्द्र प्लॉट का बंटवारा नही होने दे रहा है। अतः हरेंद्र को डराने के लिए उसने 10 लाख रुपए की मांग करने वाला धमकी भरा पत्र अपनी मित्र शीतल के सहयोग से कस्बा बुढ़ाना मुजफ्फरनगर के एक कोरियर सर्विस सेन्टर के ऑफिस से हरेंद्र के घर भेजा था जिससे कि पत्र भेजे जाने वाले की पहचान न हो सके। कोरियर सर्विस सेन्टर के ऑफिस पर शीतल बुर्का पहनकर गई थी, जिससे कि शीतल की पहचान ना हो सके । देवेन्द्र कोरियर सर्विस सेन्टर के ऑफिस से दूर गाड़ी लेकर खड़ा रहा। देवेन्द्र ने रंगदारी के लिए धमकी भरा पत्र अपने गाँव के रहने वाले अतुल से लिखवाया था। पुलिस ने तमाम आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी पवन शर्मा मय टीम, उपनिरीक्षक वीरेन्द्र कसाना, अशोक कुमार, कांस्टेबल आकाश, महिला कांस्टेबल मीनू चौधरी शामिल रहे।
