आतंक का अंत- एनकाउंटर में ऐसे मारा गया 9 लोगों की जान लेने वाला
नई दिल्ली। 9 महीने के भीतर 9 लोगों की जान लेकर अपना आतंक मचाने वाले बाघ को शूटर्स ने खेत के भीतर घेराबंदी करते हुए 4 गोलियां शरीर में उतारकर ढेर कर दिया है। 26 दिनों से लगातार हो रही तलाश के बाद जब गोवर्धन थानाक्षेत्र के एक खेत के भीतर बाघ की दहाड़ सुनाई दी तो पहले से तांक में लगी टीम ने तीन तरफ से उसे घेर लिया। आज भी ढेर होने से पहले आदमखोर बने बाघ ने मां बेटे की जान ले ली थी।
शनिवार को बिहार के बगहा में 9 महीनों के भीतर 9 लोगों की जान लेते हुए आतंक का पर्याय बन चुके बाघ को शूटर्स ने खेत के भीतर घेराबंदी करते हुए 4 गोलियां दागकर ढेर कर दिया है। मरने से पहले शनिवार को आदमखोर बाघ ने मां बेटे की जान ले ली थी। पिछले 3 दिनों के भीतर बाघ के हमलों में 4 लोगों की मौत हो जाने के बाद आतंक को खत्म करने का बीड़ा उठाया गया।
शनिवार को गोवर्धन थाना क्षेत्र के बलुआ गांव के खेत के भीतर जब उसकी दहाड़ सुनाई दी तो वन विभाग की एक्सपर्ट टीम को यकीन हो गया कि आदमखोर बाघ गन्ने के खेत के भीतर छिपा हुआ है। इसके बाद आपरेशन अंत शुरू करते हुए खेत के चारों तरफ जाल लगाते हुए बाघ की घेराबंदी की गई। राइफल से लैस हुई टीम हाथी के ऊपर सवार होते हुए गन्ने के खेत के भीतर घुसी।
वहां पहुंचते ही बाघ पर टीम की नजर पड़ गई और एनकाउंटर शुरू कर दिया गया। फायरिंग के दौरान चार गोलियां बाघ के ऊपर दागी गई, इनमें से दो गोली उसके शरीर में उतर गई, जिससे बाघ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया है।