सिपाही का पुलिस के साथ खेला, दबिश से पहले भागा किडनैप का आरोपी

सिपाही का पुलिस के साथ खेला, दबिश से पहले भागा किडनैप का आरोपी

लखनऊ। 1000000 रुपए की फिरौती के लिए अपहृत किए गए कार बाजार संचालक के अपहरण का आरोपी सिपाही दबिश के पहले ही पुलिस को गच्चा देकर भागने में कामयाब रहा है। किडनैपिंग के आरोपी सिपाही की धरपकड़ के लिए पुलिस की दो टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। लेकिन विभाग के भेदियों की वजह से वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ पा रहा है।

दरअसल सीतापुर के रामपुर बहादुरपुर निवासी कार बाजार संचालक मोहन विश्वकर्मा का इसी महीने की 2 जुलाई को अपहरण कर लिया गया था। 1000000 रुपए की रंगदारी नही दिये जाने पर फिरौती के लिए अपहृत किए गए कार संचालक की बरामदगी के लिए जब अफसरों द्वारा गठित की गई पुलिस की टीमों ने जांच पड़ताल करते हुए इधर-उधर हाथ-पैर मारे तो किडनैपिंग के इस काम में सिपाही आलोक तिवारी का हाथ सामने आया।

अब अपहरण के इस मामले में सिपाही का हाथ होने की जानकारी मिलते ही पुलिस नेपाल स्थित चोरी की कार खरीदने वाले गिरोह की पड़ताल में जुट गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी सिपाही अपने साथियों के साथ नेपाल में चोरी की कार खरीदने वाले गिरोह की मदद से फरारी काट रहा है। सिपाही की गिरफ्तारी और कार बाजार संचालक की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार सर्विलांस की मदद लेते हुए आरोपी को दबोचने के प्रयासों में लगी हुई है।

शनिवार को पुलिस ने जब आरोपी सिपाही के पैतृक आवास पर दबिश दी तो पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही वह वहां से भाग निकला। मध्य प्रदेश स्थित सिपाही की ससुराल में होने की सूचना पर जब वहां दबिश दी गई तो वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका।

बताया जा रहा है कि कार स्टैण्ड संचालक के अपहरण के आरोपी सिपाही की पुलिस विभाग में अच्छी पकड़ है जिसका फायदा उठाते हुए विभागीय अधिवेशन पुलिस टीम की दबी की जानकारी उसे दे देते हैं जिसके चलते पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भाग जाता है

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