कप्तान ने हर मोड़ पर तोड़ी बदमाशों की कमर- अब मुजफ्फरनगर की मिली कमान
मुज़फ्फरनगर। हरियाणा सीमा से सटे हुए जनपद शामली के पुलिस अधीक्षक के पद पर 2 दिसम्बर 2019 को शासन ने वर्ष 2014 बैच के जांबाज युवा आईपीएस अफसर को कार्यरत किया। युवा आईपीएस को पुलिस के कप्तान के रूप में पहला जनपद शामली मिला। शामली में एंट्री करते ही आईपीएस विनीत जायसवाल को बदमाशों ने बड़ी चुनौती दी। इस चुनौती को अपनी सूझबूझ से सिर्फ 12 घंटे में हल करके पाठक परिवार हत्याकांड के आरोपी को कारागार के सींखचों के पीछे डाल दिया। हरियाणा सीमा से सटे हुए इस जनपद में तैनात पुलिस कप्तान के सामने नशे के कारोबार पर नियंत्रण करना भी एक चुनौती से कम नहीं था। इस जनपद में आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल ने नशे के कारोबार पर भी शिकंजा कसने का काम किया और स्मैक की बड़ी खेप पकड़कर अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज कराया। आईपीएस अफसर ने अपराध पर अंकुश लगाते हुए अपराध के ग्राफ को शामली में नीचे की ओर ही रखा। शामली जनपद में श्गुड पुलिसिंगश् का ही नतीजा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस कांड को शांत करने के लिये आईपीएस विनीत जायसवाल को चुनकर पुलिस कप्तान के रूप में 2 अक्टूबर 2020 को हाथरस भेजा था।
आईपीएस विनीत जायसवाल का कहना है कि पुलिस सर्विस भी एक मैनेजमेंट है। हाथरस जनपद में बतौर कप्तान रहते हुए अपने सूबे के मुखिया के भरोसे पर खरा उतरते हुए हाथरस कांड की तपिश को ठंडा करने का वर्क किया। आईपीएस अफसर ने हाथरस में चार्ज संभालने के कुछ दिनों बाद ही करोड़ों रूपये का गांजा बरामद किया था। एक बुजुर्ग महिला का अपहरण करने के बाद उसके बदले 80 लाख की फिरौती मांगी गई थी। इसकी जानकारी मिलते ही आईपीएस अफसर ने अपनी स्पेशल टीम लगाकर तीन घंटे में वृद्धा सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दी थी। आईपीएस अफसर की स्टोरी का यहीं 'दी एंड' नहीं होता। चार साल की मासूम बच्ची से दरिंदगी करने वाले अपराधी के खिलाफ अभियोजन की सख्त पैरवी की गई, जिसका यह रिजल्ट था कि 50 दिन के भीतर दुष्कर्मी को उम्रकैद की सजा मिल गई। पुलिस से बचने के लिये 33 साल से फरार इनामी अपराधी नाम बदलकर रह रहा था लेकिन आईपीएस अफसर द्वारा गठित की गई टीम के चंगुल से बच नहीं पाया। आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल अपराधियों का हॉफ एनकाउंटर करने में भी पीछे नहीं रहे हैं। बड़े बदमाशों को पुलिस की पीतल का मजा चखाते हुए बड़ेघर को रवाना किया।
हाथरस में डेढ़ साल से अधिक कार्यकाल के बाद आईपीएस विनीत जायसवाल ने अमरोहा में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। चार्ज संभालते ही पुलिस मैनेजमेंट के मास्टर विनीत जायसवाल ने अपराधियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि जनपद में कोई भी अपराधी और भूमाफिया बख्शें नहीं जायेंगे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि 'मिशन शक्ति अभियान' के तहत महिलाओं को सुरक्षा दी जायेगी। आईपीएस विनीत जायसवाल ने सीएम के 'मिशन शक्ति अभियान' को भी हाथरस में बतौर पुलिस कप्तान के रूप में बढ़ाया। हाथरस की लड़कियों को उन्होंने आत्मनिर्भर बनाने के लिये ट्रेनर द्वारा ट्रेनिंग दिलाई थी। शासन ने आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल का अमरोहा से तबादला कर मुजफ्फरगनर का एसएसपी बनाया है। आईपीएस विनीत जायसवाल की खास बात यह है कि वह सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिये सादे कपड़ों में भी निकल जाते हैं। साल 2014 बैच के जांबाज आईपीएस एवं मुज़फ्फरनगर के एसएसपी विनीत जायसवाल पर पेश है खोजी न्यूज की स्पेशल रपट...
12 घंटे में पाठक परिवार हत्याकांड को किया बेपर्दा
आईपीएस विनीत जायसवाल के जनपद शामली में एंट्री करने के बाद उन्हें बदमाशों ने चुनौती दी थी। आदर्शमंडी थाना क्षेत्र के पंजाबी कॉलोनी में रहने वाले सुप्रसिद्ध भजन गायक अजय पाठक, उनकी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी गई थी। बेटे को अगवा कर उनकी कार में आरोपी ले गया था। बेटे का भी शव अधजली हालत में हरियाणा के पानीपत से बरामद हुआ था। पुलिस ने पाठक परिवार हत्याकांड को 12 घंटे में ही बेपर्दा कर दिया था। पुलिस ने आरोपी हिमांशु के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे कारागार भेज दिया था।
एक घंटे में लूट का खुलासा कर लौटाई बुजुर्ग के चेहरे पर स्माइल
6 अगस्त 2020 को एक बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा डायल 112 पर सूचना दी गयी कि दो अज्ञात मोटरसाईकिल सवार बदमाशों ने तमंचे के बल पर 29,500/- रूपये से भरा थैला लूट लिया। आईपीएस विनीत जायसवाल के हुक्म पर कांधला पुलिस की चेकिंग के दौरान हुई मुठभेड़ में पुलिस ने बदमाश को लंगड़ा कर दबोच लिया। पुलिस ने अवैध असलहा और तीन मोबाइल सहित बुजुर्ग से लूटी गई रकम को एक घंटे के भीतर ही बरामद कर लिया। बुजुर्ग का चेहरा रूपये वापस मिलने से खिल उठा और शामली पुलिस को धन्यवाद अदा किया।
भ्रष्टाचार मामले में दो दरोगाओं को दिया निलंबन का तोहफा
थाना आदर्श मंडी के क्षेत्र में पड़ने वाली चौकी टिटौली पर तैनात दो दरोगा (गौतम सिंह और नंदकिशोर) की भ्रष्टाचार की शिकायत शामली तत्कालीन एसपी विनीत जायसवाल को मिली कि दरोगाओं ने गांव बधेव में एक पारिवारिक मामले में समझौता कराने के नाम पर रूपये ले लिया। इसकी सूचना मिलते ही आईपीएस विनीत जायसवाल ने मामले की जांच कराते हुए दरोगाओं को निलम्बित कर दिया था।
शामली और हाथरस के स्मैक तस्करों पर शिकंजा
शामली तत्कालीन एसपी विनीत जायसवाल के नेतृत्व में झिंझाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान नशे का बड़ा धंधा करने यूपी से हरियाणा जा रहे एक कंटेनर संख्या यूपी 25 डीटी 5201 को पुलिस ने रोका और तलाशी के दौरान साढ़े चार किलों स्मैक बरामद की। भारी मात्रा में हरियाणा जा रहे आरोपी जनपद बरेली से स्मैक लेकर आये थे। पुलिस द्वारा बरामद की गई स्मैक साढ़े चार करोड़ रूपये की आंकी गई थी, जिसके बाद आईपीएस विनीत के नाम एक रिकॉर्ड दर्ज हुआ था। इसके बाद हाथरस में तैनाती होने के बाद आईपीएस विनीत जायसवाल की अगुवाई में थाना कोतवाली सादाबाद पुलिस एवं एसओजी टीम ने मुखबिर की सटीक सूचना पर भार्गव कॉलोनी हंसराज चौहान के मकान के सामने निर्माणाधीन प्लाट पर छापेमारी कर ट्रक व कार से पैकेट उतार कर निर्माणाधीन प्लाट की नीव में रख रहे 840 किलो अवैध गाँजा बरामद किया था, जिसकी कीमत लगभग सवा एक करोड़ रुपये आंकी गई थी।
50 दिन के अंदर दिलाई दुष्कर्मी को सजा
थाना सासनी इलाके के एक गांव की चार साल की बच्ची के साथ पड़ोस में निवास करने वाले 21 वर्षीय व्यक्ति अरविन्द उर्फ भूरा पुत्र नाथूराम ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने अपराधी के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया था, जिसके बाद विवेचक ने फॉरेन्सिक साक्ष्य संकलन कर गुणवत्तापूर्वक विवेचना पूरी कर 9 दिन में अपराधी के विरूद्ध न्यायलय में प्रेषित कर दिया था। अभियोजन व पुलिस की प्रभावी पैरवी का ही रिजल्ट था कि वारदात के 50 दिन के अंदर ही पोक्सो कोर्ट जज द्वारा अभियुक्त अरविंद उर्फ भूरा पुत्र नाथूराम को धारा 376एबी आईपीसी व 5/6 पोक्सो अधिनियम के तहत आजीवन कारावास के साथ एक लाख दो हजार रूपये के अर्थदंड से सजा सुनाई गई थी। हाथरस के तत्कालीन एसपी विनीत जायसवाल के द्वारा किये गये इस कार्य की जनता ने वाहवाही की थी।
तीन घंटे में उठा 80 लाख की फिरौती मांगने का पर्दा- 65 वर्षीय महिला सकुशल बरामद- अधीनस्थों को दिया इनाम
थाना कोतवाली हाथरस क्षेत्र में रहने वाले शैलेश दीक्षित पुत्र राधाकिशन दीक्षित ने पुलिस को सूचना दी कि 11 अक्टूबर 2021 को उनकी 65 वर्षीय मां सुनीता दीक्षित भागवत कथा सुनने धर्मशाला गई थी, जिसके बाद वह घर नहीं लौटी। इसके कुछ देर बाद उनके पास एक अज्ञात कॉल आई, जिसने उनका अपहरण करना बताते हुए उनके छोड़ने के लिये 80 लाख रूपये की फिरौती मांगी। पुलिस को बताने पर माता को जान से मारने की धमकी दी। इस सूचना के तुरंत हाथरस तत्कालीन एसपी विनीत जायसवाल ने अपने स्पेशल टीम को लगाया और तीन घंटे ही अपहरण की घटना का खुलासा कर अपहृता को सकुशल बरामद किया। अपहृता को सकुशल बरामद करते हुए चंद घंटों में ही अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे डालकर पुलिस ने पब्लिक से प्रशंसा बटोरी। अपने अधीनस्थों का हौसला बढ़ाने के लिये आईपीएस विनीत जायसवाल ने 15 हजार रूपये का नकद इनाम दिया था।
33 साल से फरार 25 हजारी इनामी को खिलाई जेल की हवा
कहावत है कि कानून के बहुत लम्बे हाथ होते है। कोई अपराधी कहीं भी जाकर छुप जाये पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल की हवा खिला ही देती है। तत्कालीन हाथरस एसपी विनीत जायसवाल के निर्देशन में थाना हाथरस जंक्शन पुलिस एवं एसओजी टीम की संयुक्त कार्यवाही में विगत 33 वर्षों से पैरोल से फरार 25 हजार रुपये का इनामिया एवं दुष्कर्म के मुकदमें में सजायफ्ता अपराधी को बुराड़ी संतनगर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। अपराधी अपनी चल-अचल सम्पत्ति बेचकर दिल्ली में नाम बदलकर कपड़े की दुकान पर काम कर रहा था। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये आरोपी को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया।
लखटकिया और 40 हजार के इनामी का किया हॉफ एनकाउंटर
थाना सासनी इलाके के एक गांव के किसान ने बेटी के साथ छेड़खानी करने के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था। लखटकिया इनामी गौरव और रूद्राक्ष पंडित ने जेल से लौटने के बाद किसान को दिन-दहाडे गोली से भून दिया था। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ नामजद करते हुए आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। सूचना मिलने पर गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें पुलिस ने लखटकिया इनामी बदमाश गौरव उर्फ रूद्राक्ष पंडित और 40 हजार का इनामी सोनू का पीतल से वेलकम करते हुए उन्हें लंगड़ा कर दिया था। इलाज के उपरांत पुलिस ने आरोपियों की कारागार की सींखचों के पीछे डाल दिया था।