बार बालाओं को पिंजरे में कैद कर नचाया- सड़क पर हुआ हंगामा
पटना। हम 21वीं सदी में जी रहे हैं और अभी भी हमारे देश में कुछ लोग महिलाओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। वह भी पैसे के बल पर। भले ही महिलाएं कुछ काम मजबूरी में होकर करती है, मगर इसका मतलब यह नहीं कि लोग अपनी मानवीय भावनाओं को भी भूल कर सब कुछ ताक पर रख दे।
मामला बिहार के आरा से है जहां पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, यहां पर कुछ डांसर पिंजरे के अंदर बंद होकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान लॉकडाउन के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया गया और कोविड-19 प्रोटोकॉल की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई।
बताया जा रहा है यह वीडियो बिहार की आरा स्थित कोइलवर के वार्ड संख्या 10 मियां चंद मोहल्ले में रहने वाले मोहम्मद नकीब की बेटी की है। बारात भागलपुर से ग्रामीण इलाके से पहुंची थी। बारात में डांसरों को पिंजरे में बंद कर डांस चल रहा था और लोग उनके डांस का आनंद ले रहे थे। बता दें कि पिंजरे में डांस करने के लिए लड़कियों को 4000 रुपये दिए गए और उन्हें मुजफ्फरपुर से लाया गया था।
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं डांसर का कहना है कि उन्हें अपने पेट पाने के लिए ऐसा करना पड़ता है। स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
वीडियो में साफ साफ दिखाई दे रहा है कि पिंजरे को ताला लगाकर उसके अंदर लड़कियों को डांस कराया जा रहा था। लोगों को कहना कि पिंजरे में इतनी भी जगह नही थी कि डांसर थकने के बाद नीचे बैठ सकें।
इस मामले में BDO बीपी पाठक ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले की जानकारी मिली है। थाने से बात कर इसकी जांच की शुरूआत हो गई है। जांच के बाद लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पिंजरे में बार बालाओं के डांस करने के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह कार्यक्रम आए दिन होते हैं। लेकिन पिंजरे में बंद कर लड़कियों से डांस कराने को कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता। इन तस्वीरों को देख कर सरकार के महिला सशक्तिकरण के दावों की भी पोल खुलती नजर आ रही है।