पीड़ित को धमकाने पहुंचे पुलिसकर्मी बनाएं बंधक- अब हुए लाइन हाजिर
शाहजहांपुर। अनुसूचित जाति के 4 वर्षीय बच्चे की मौत हो जाने के मामले में जांच के नाम पर पीड़ित को धमका रहे सिपाहियों को गांव वालों ने बंधक बना लिया। मामले की जानकारी के बाद गांव में पहुंचे सीओ सदर ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर बंधक बनाए गए सिपाहियों को मुक्त कराया। मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने एक सिपाही को सस्पैंड करते हुए बाकी को लाइन हाजिर कर दिया है।
दरअसल निगोही थाना क्षेत्र के विक्रमपुर चकोरा गांव निवासी अनुसूचित जाति के अमित कुमार का गांव के ही दबंग मनोज सिंह के साथ पिछले दिनों किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। मामला बढ़ने पर मनोज सिंह ने अपने भाई बुधपाल, कल्लू सिंह व झम्मन के साथ अमित के घर में घुसकर मारपीट कर दी थी। मारपीट की चपेट में आकर अमित का 4 वर्षीय बेटा प्रिंस घायल हो गया था।
सोमवार को इलाज के दौरान जब प्रिंस की मौत हो गई तो परिजनों ने कार्यवाही की मांग को लेकर एसपी दफ्तर के सामने जाम भी लगा दिया था। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी थी।
बताया जा रहा है कि सोमवार की देर रात तकरीबन 12.00 बजे सीओ सदर के दफ्तर में तैनात सिपाही मोहित शुक्ला निगोही थाने में तैनात सिपाही अजीत कुमार एवं मुराद अहमद के साथ गांव में पहुंचा और जांच के नाम पर पीड़ित अमित एवं उसके परिवार वालों को धमकाने लगा। इसी बीच गांव वाले इकट्ठा हो गए और उन्होंने तीनों सिपाहियों को बंधक बना लिया। मामले की जानकारी मिलने पर जब सीओ सदर गांव में पहुंचे तो उन्होंने सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देते हुए उन्हें बंधन मुक्त कराया।
मंगलवार को जब सिपाहियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस अधीक्षक मोहित शुक्ला को निलंबित करने का फरमान सुना दिया है जबकि बाकी खेती दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है