STF ने नियुक्त फर्जी शिक्षक को किया गिरफ्तार

STF ने नियुक्त फर्जी शिक्षक को किया गिरफ्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने दूसरे व्यक्ति के शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से संतकबीरनगर में नियुक्त शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गोरखपुर के कैण्ट इलाके में रामनगर कालोनी,मोहल्ला मोहद्दीपुर निवासी दीपक कुमार सिंह डिप्टी एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के पद पर न्यूज 18 इण्डिया नोएडा, गौतमबुद्वनगर में कार्यरत हैं, जिनकेे शिक्षिक दस्तावेजों के आधार पर बस्ती जिले के रूधौली इलाके के कथकपुरवा प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त फर्जी शिक्षक शिक्षक दीपक कुमार सिंह को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार फर्जी शिक्षक मूल रुप से संतकबीरनगर जिले के कोतवाली खलीलाबाद के गजपुर गांव का नाम शेषनाथ सिंह है।

उन्होंने बताया कि एसटीएफ को बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षक भर्तियोें में हुयीअनियमितता/फर्जीवाड़ें की शिकायतेें प्राप्त हो रही हैं। इसी क्रम एसटीएफ मुख्यालय पर एक गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि संतकबीरनगर खलीलाबाद कोतवाली इलाके का गजपुर निवासी शेषनाथ सिंह दीपक कुमार सिंह के शैक्षिक दस्तावेजों की कूटरचित अंकपत्र/डिग्री बनवाकर बस्ती के रूधौली विकास खण्ड में प्रधानाध्यापक के पद पर नौकरी कर रहा है। इस सम्बन्ध में निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित कर आवशक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया, जिसके अनुपालन जानकारी की गई।

प्रवक्ता ने बताया कि बस्ती के जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से सूचना के सम्बन्ध में पत्राचार कर सूचना का आदान-प्रदान किया गया। सटीक सूचना पर एसटीएफ ने दीपक कुमार सिंह के शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से नियुक्त शेषनाथ सिंह को कल शाम बर्दहिया बाजार रोड रेलवे क्रासिंग की तरफ जाते समय रोक लिया और और नाम पता पूछा गया तो इसने अपना नाम दीपक कुमार सिंह बताया और उसे बस्ती बीएसए कार्यालय बस्ती चलने के लिए कहा। एसटीएफ की टीम कथित दीपक कुमार सिंह को लेकर बीएसए कार्यालय बस्ती पहुंची, जहां पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारीजगदीश प्रसाद शुक्ल एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी रुदौली राम कुमार सिंह भी मौजूद थे।


उन्होंने बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी दीपक कुमार सिंह ने दीपक कुमार सिंह को पहचान कर बताया कि वर्तमान में प्रधानाध्यापक के पद पर प्राथमिक विद्यालय कथकपुरवा में नियुक्त हैं। सम्बन्धित शैक्षिक दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतियां एसटीएफ कार्यालय को पूर्व में प्रेषित की जा चुकी है। अधिकारियों के समक्ष उपस्थित उसने पूछताछ पर सारी सच्चाई बता दी। उसने बताया कि उसके कक्षा 10 हीरालाल राम निवास इण्टर कालेज, खलीलाबाद से वर्ष 1986 में उत्तीर्ण किया। कक्षा 12 की परीक्षा भाटपार रानी देवरिया से 1989 में उत्तीर्ण की और बीएसी की परीक्षा 1992 में किसान डिग्री कालेज बस्ती से उत्तीर्ण किया और नौकरी नहीं मिलने पर वह खेती करने लग गया।

प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ पर उसने बताया कि वर्ष 2005-06 में गोरखपुर निवासी यदुनंदन यादव से उसकी मुलाकात हुई, जिसने बताया कि पचास हजार रूपये खर्च होगें, सरकारी विद्यालय में शिक्षक के पद पर नौकरी लगवा दूंगा। यदुनंदन यादव ने उसे इस्माइल बाबू नामक किसी व्यक्ति से दीपक कुमार सिंह के शक्षिक दस्तावेज उपलब्ध कराते हुये वर्ष 2007 में बस्ती जिले से फार्म भरवाया था। दीपक कुमार सिंह के प्रामण पत्रों के आधार पर वर्ष 2009 में सहायक अध्यापक के पद पर प्राथमिक विद्यालय सिन्दुरिया विकास खण्ड विक्रमजोत बस्ती में नियुक्त हुआ। इसके बाद वर्ष 2013 में प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नत होकर प्राथमिक विद्यालय कथकपुरवा रूधौली में नौकरी कर रहा था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार फर्जी शिक्षक को जेल भेज दिया।

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