SSP ने थाने ने का निरीक्षण कर लिया अर्दली रूम- दिए अफसरों को यह निर्देश
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने थाना छपार का निरीक्षण करते हुए तीन थानों के पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का अर्दली रूम लेते हुए उन्हें अपराधों की रोकथाम की बाबत आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मंगलवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह द्वारा थाना छपार का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने थाना परिसर की साफ सफाई, थाना कार्यालय, महिला हेल्प डेस्क, मालखाना, बंदी गृह, संतरी पहरा, कम्प्यूटर कक्ष, विवेचक कक्ष, साइबर हेल्प डेस्क आदि का निरीक्षण करते हुए थाना कार्यालय में रखे अभिलेखों का बारिकी से निरीक्षण किया।
इस दौरान एसएसपी द्वारा त्यौहार रजिस्टर, अपराध रजिस्टर, टॉप-10 अपराधियों की सूची का अवलोकन कर अपराधियों पर और अधिक प्रभावी कार्यवाही करने एवं नये सिरे से टॉप-10 अपराधियो को चिन्हित कर वैधानिक कार्यवाही हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान क्षेत्राधिकारी सदर राजू कुमार साव मौजूद रहे।
निरीक्षण के उपरान्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह द्वारा थाना छपार परिसर में सदर सर्किल के थाना छपार, थाना पुरकाजी एवं थाना चरथावल पर नियुक्त समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों का अर्दली रूम लिया गया। अर्दली रूम के दौरान एसएसपी द्वारा थानों पर लम्बित विवेचनाओं, महिला सम्बन्धी अपराध, प्रार्थना पत्रों, वांछित/वारण्टी अभियुक्तगण की गिरफ्तारी के विषय में जानकारी करते हुए सभी अधिकारीगण को लम्बित विवेचनाओं के निष्पक्ष निस्तारण एवं अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया।
साथ ही एसएसपी द्वारा सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को थानाक्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों, अवैध शराब, जुआ व सट्टा की पूर्णतः रोकथाम करने, शातिर अपराधियों/हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन करने तथा आम जनता से शालीनतापूर्ण व्यवहार करने, महिला सम्बन्धी अपराधों की जाँचकर प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही करने व थाना क्षेत्र में नियमित रूप से पैट्रोलिंग करने हेतु निर्देशित किया गया।
तदोपरान्त एसएसपी द्वारा गैंगस्टर अधिनियम के अन्तर्गत पंजीकृत अभियोगों में धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही कर अपराधियों की संपत्ति के जब्तीकरण की कार्यवाही किये जाने हेतु सम्बन्धित को कड़ाई से पालन करने एंव अवैध खनन, पशु, वन तथा भूमाफियाओं को अभियान चलाकर चिन्हित कर उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर कडी कानूनी करने तथा हिस्ट्रीशीटर्स की समय-समय पर चौकिंग करने एवं फ्लाई सीट में चेकिंग की प्रविष्टियां पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया।
अंत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं को जानकर तत्काल निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया।