जिले की पुलिस कप्तानी पर विशेषः IPS माधव की शानदार पुलिसिंग के 10 Point

जिले की पुलिस कप्तानी पर विशेषः IPS माधव की शानदार पुलिसिंग के 10 Point

लखनऊ। ताजनगरी आगरा में फिलहाल एसपी इंटेलिजेन्स की कमान संभाल रहे युवा आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव ने पश्चिमी यूपी के शामली जनपद का पुलिस अधीक्षक रहते हुए ऐसा रूतबा जमाया था कि जनपदवासी आज तक भी उनकी द्वारा किये गये कामों को अभी तक नहीं भूल पाये हैं। यह आईपीएस अधिकारी सुकीर्ति माधव ही थे, जिन्होंने उस समय शामली जिले में कानून का राज स्थापित करते हुए बदमाशों को जेल की सलाखों के पीछे तक पहुंचाया था। यह आईपीएस अफसर की हनक ही थी कि उस दौरान अनेक बदमाश जनपद शामली को छोड़कर अन्य स्थानों पर अपना ठिकाना बनाने को मजबूर हुए थे।

आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव के शामली जिले में कप्तान के रूप में एंट्री करते ही बदमाशों ने उनका बड़ी घटना को अंजाम देकर उनका स्वागत किया था। उस चुनौती पर टेढ़ी निगाहें रखते हुए युवा आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव ने अपनी टीम के साथ मिलकर अल्प समय में ही बदमाशों को मुठभेड़ में धूल चटाकर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था। इस मुठभेड़ की पूरे प्रदेश में चर्चा हुई थी क्योंकि कप्तान अपनी पुलिस टीम के आगे-आगे बदमाशों पर हमला बोलने जा रहे थे। आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव ने शामली जिले में ऑपरेशन स्माइल के तहत मई माह मे दर्जनों खोये हुए बच्चों को उनके माता-पिता से मिलवाया था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महाभियान को खुद संभालते हुए युवा आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव ने शामली जिले की पहली मुठभेड़ से लेकर कई मुठभेड़ों में खुद मॉनिटरिंग करते हुए बदमाशों को गोली का स्वाद चखाने का भी कार्य किया था। इसी बीच कोरोना ने पांव पसारे और कोविड-2 में लोगों को ऑक्सीजन की किल्लत हुई तो ऐसी स्थिति में भी युवा आईपीएस अफसर जरूरतमंद लोगों के लिये संकटमोचक बने थे। कोविड काल में ही पुस्तक के लिये एक बच्ची ने ट्वीट किया तो युवा अफसर ने उसके भविष्य को देखते हुए उसे पुस्तक पहुंचाई थी। जब एक बुजुर्ग सुकीर्ति माधव के पास अपनी शिकायत लेकर आया तो उसके चेहरे पूरी तरह से मायूसी छाई हुई थी लेकिन जब वह लौटे तो उनके चेहरे पर मुस्कान थी क्योंकि उनका समाधान उनके द्वारा कराया गया था।


युवा आईपीएस सुकीर्ति माधव के कार्यकाल में रौब दिखाने वाले अफसरों में खाकी खौफ पैदा हुआ तो थानों पर जाकर अपराध से तौबा करने लगे और भविष्य में अपराध करने की कसम खाने लगे थे। आईपीएस अफसर की शामली जिले की कार्यशैली का यहीं पर ही दी एंड नहीं होता बल्कि युवा अफसर ने अपने कार्यकाल में खोये हुए सैंकड़ों मोबाइल बरामद कर उनके स्वामियों को भी सौंपने का कार्य किया था। अपराधियो को सजा दिलवाने की बात की जाये तो उनके कार्यकाल में पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते सैंकड़ों दोषियों को अदालत द्वारा सजा सुनाई गई। नशे का कारोबार करने वालो अपराधियों पर भी सुकीर्ति माधव का हंटर जारी रहा। उनके कार्यकाल में पुलिस ने करोड़ों की स्मैक बरामद की थी तो वहीं 50 लाख रूपये की शराब भी नष्ट कराई गई थी। गैंगस्टरों की सम्पत्ति जब्त कराने में भी आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव पीछे नहीं रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में करोड़ों रूपये की अवैध सम्पत्ति को जब्त कराया था। आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव द्वारा शामली जिले में की गई शानदार पुलिसिंग के 10 Point पर पेश है खोजी न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट...

1. परिजनों के चेहरे पर स्माइल लौटाने में कारगर रहा सुकीर्ति का ऑपरेशन

कुछ लोग या बच्चे अपना रास्ता भटकने की वजह से गुम हो जाते हैं या फिर उन्हें अपह्रत कर लिया जाता है। जब किसी परिवार का कोई सदस्य बिछड़ जाता है तो उसका दर्द पीड़ित या भुक्तभोगी ही समझ सकते हैं। परिवार के लोग अपने बिछड़े हुए सदस्य को वापस पाने के लिये बैचेन रहते हैं कि किसी तरह उनका सदस्य उनके पास फिर से वापस आ जाये। लोगों का दर्द समझते हुए गुमशुदा हुए बच्चों को सकुशल बरामद कर उनके परिवार को लौटाने के लिये उत्तर प्रदेश पुलिस ने ऑपरेशन स्माइलश् चलाया हुआ है। ऑपरेशन स्माइल के अंतर्गत तत्कालीन एसपी सुकीर्ति माधव के नेतृत्व में जनपद के विभिन्न थानों की पुलिस ने माह मई 2022 में दर्जनों गुमशुदा/अपह्रत बालक/बालिकाओं को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों से मिलाया। गुमशुदा हुए अपने परिवार के सदस्य को पाकर पूरे परिवार का दिल प्रसन्न हो उठा, जिसके बाद परिवार ने शामली पुलिस को थैंक्स बोलने के साथ ही उज्जवल भविष्य के लिये दुआएं दी थी।


2. खुद संभाली थी मुख्यमंत्री योगी के महाभियान की कमान- मुठभेड़ में दी बदमाशों को मात

युवा आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव का आगमन जनपद शामली में हुआ था, तो उस समय कहीं न कहीं बदमाशों के मन में था कि जिले में नये कप्तान आये हैं। यह सोचते हुए उन्होंने नये पुलिस कप्तान का खौफ ना मानते हुए एक साथ ताबड़तोड़ कई वारदातों को अंजाम दिया था लेकिन शामली के तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव की एक्टिव पुलिसिंग के आगे बदमाशों का पकड़ा जाना तय था। लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को सुकीर्ति माधव अपनी टीम को लेकर खुद पकड़ने के लिये पहुंच गये थे। इसी बीच मुठभेड़ हो गई कप्तान ने अपनी जान की परवाह ने करते हुए बदमाशों से डटकर मुकाबला किया और जवाबी कार्रवाई में सीएम योगी के महाभियान के तहत बदमाशों को मुठभेड़ में पुलिस की गोली का स्वाद चखाने का कार्य किया था। इतना ही नहीं बल्कि पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव बदमाशों को अरेस्ट करने खुद टीम को लेकर पहुंच जाते थे। गिरफ्तार करने गये एसपी सुकीर्ति माधव की बदमाशों के संग कई बार मुठभेड़ हुई परंतु हर बार बदमाशों को उनके आगे घुटने टेकने पड़े।

.3. जब संकट के दौर में मदद के लिये गूंजा सोशल मीडिया पर सुकीर्ति माधव का नाम

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत हुई तो संक्रमित मरीज को बेड नहीं मिल रहे थे। महामारी का लोगों में इतना भय था कि लोग चाहकर भी एक-दूसरे की मदद करने में भी कतरा रहे थे लेकिन इस संकट के दौर में आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव पीडितों की मदद के लिये सोशल मीडिया पर एक्टिव मोड़ में नजर आ रहे थे। सोशल मीडिया पर मदद के लिये शामली के तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव का नाम ही गूंज रहा था और वह तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव अपनी जान की परवाह न करते हुए आगे आकर लोगों की सहायता की थी। यही वजह थी कि सोशल मीडिया पर मदद के लिये सुकीर्ति माधव का नाम ही गूंज रहा था।

आईपीएस सुकीर्ति माधव समय-समय पर जरूरतमंदों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। उनका मदद करने का तरीका भी कुछ अलग ही है, जहां कुछ लोग किसी की थोड़ी सी मदद करने पर भी स्वयं को गौरवान्वित महसूस करने लगते हैं। वहीं आईपीएस सुकीर्ति माधव किसी जरूरतमंद की मदद को करने के बाद भूल ही जाते हैं। कुछ माह पूर्व ट्विटर के माध्यम से एक बालिका ने उनसे पुस्तक मांगी थी, जिसके बाद उन्होंने अपने हमराह के माध्यम से वह पुस्तक बाजार से मुहैया की और बालिका को भिजवा दी। उनके ट्वीट को देखकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने इसे हंसकर टालते हुए कहा था कि किसी की मदद करके उसे याद रखना जरूरी नहीं बल्कि जरूरत इस बात की है कि आगे मदद मांगने वाले व्यक्ति की सहायता की जाए। जिंदगी का सफर बहुत लंबा है समाज के सभी लोग एक जैसे नहीं है, जिसके चलते संपन्न वर्ग के लोगों को जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए अग्रसर रहना चाहिए। रुपया पैसा कमाना एक अलग बात है लेकिन जो कमाई किसी की मदद करके होती है। उसका एक अलग ही प्रतिफल होता है।


4. एके-47 के साथ शामली में बड़ा बदमाश गिरफ्तार- डीन पर हमले से भी जुड़े थे तार

शामली जनपद में कानून, शांति और सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए चेकिंग कर रही थानाभवन थाना क्षेत्र की कादरगढ़ चौकी पुलिस ने तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव के निर्देशन में गांव हडौली निवासी एक बड़े बदमाश को एके-47 के अलावा 1300 मैगजीन के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी। आरोपी बदमाश क्रेटा कार में सवार होकर अपने साथियों के साथ हरियाणा की तरफ जा रहा था। मोदीपुरम में सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के डीन राजबीर सिंह के ऊपर हुए जानलेवा हमला करने के मामले में जेल में बंद बदमाश अनिल बंजी निवासी गांव सिसौली इस एके-47 को खरीदवाने में शामिल रहा था। मेरठ के मोदीपुरम स्थित कृषि विश्वविद्यालय के डीन राजवीर सिंह के ऊपर हमला करने में भी इस बदमाश का हाथ रहा।


5. रियल कप्तान- भीगी आंखों से आया- लौटा तो चेहरे पर थी मुस्कान

आईपीएस सुकीर्ति माधव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर एक फोटो अपलोड किया था। यह फोटो एक बुजुर्ग का, जो सफेद कुर्ता, सिर पर सफेद टोपी और हाथ में एक लाठी लिये थाना दिवस पर शिकायत लेकर आये थे। इस तस्वीर में बुजुर्ग बाबा काफी खुश और उनकी आंखों में पानी भी दिखाई दे रहा था। उनकी यह तस्वीर बयां कर रही थी कि जब बुजुर्ग बाबा आये होंगे तो उनके दिल में काफी दर्द होगा और शामली जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के प्रयास से उनके चेहरे पर भरपूर खुशी और आंखों में पानी आ गया था।

6. माधव की कार्यशैलीः खाकी के खौफ के चलते अपराधियों ने किया था पुलिस के सामने सरेंडर

शामली के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने जनपद में आते ही अपराधियों पर हल्ला बोलना शुरू कर दिया था। उन्होंने हर मोड़ पर एक्टिव पुलिसिंग के जरिये बदमाश को उसके अंजाम तक पहुंचाने का काम किया। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव काफी बदमाशों के हाफ एनकाउंटर कर चुके थे। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव की बदमाशों के प्रति कड़कदार पुलिसिंग का ही रिजल्ट था कि उनके कार्यकाल में भारी मात्रा में अपराधी अपराध से तौबा करते हुए थाने पहुंचकर भविष्य में अपराध ना करने की कसम खाई थी। जनपद में अपराधियों ने खाकी का खौफ खाते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के कार्यकाल में मार्च 2022 तक 58 अपराधियों ने थाने पर पहुंचकर कार्रवाई के डर से खाकी के सामने घुटने टेक दिये थे।


7. स्मार्टफोन बरामदगी का मारा था सैंकड़ा- स्वामियों के चेहरे पर दिखीं थी मुस्कराहट

शामली के तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव ने अपने पिछले जन्मदिन से एक दिन पूर्व यानी 28 फरवरी 2021 नागरिकों को उपहार दिया। जिन लोगों के मोबाइल चोरी हो गये थे, उनकी बरामदगी के लिए तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव ने सर्विलांस सेल को लगाया था। सर्विलांस सेल ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चोरी किये गये 52 मोबाइल बरामद किये थे। उक्त 52 मोबाइलों को उनके असली मालिकों के हवाले कर दिया गया था। इसके बाद शामली के तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव ने 26 मई 2022 को 62 स्मार्टफोन को बरामद कर स्वामियों को उनके मोबाइल सौंपकर शतक लगाने का काम किया था।

8. सिर्फ एक माहः पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते 66 दोषियों को अदालत ने सुनाई थी सजा

शामली के तत्कालीन एसपी सुकीर्ति माधव की अगुवाई में पुलिस व अभियोजन द्वारा प्रभावी पैरवी के चलते माह मई 2022 में 49 अभियोगों में 66 अभियुक्तों को न्यायालय ने सजा सुनाई थी, जिसमें 6 अभियुक्तगणों को आजीवन कारावास, 7 अभियुक्तगणों को 10-10 वर्ष का कठोर कारावास, 17 अभियुक्तगणों को 5 वर्ष से लेकर 9 वर्ष तक का कठोर कारावास तथा 36 अभियुक्तगणों को 5 वर्ष से कम के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी।

9. नशे का कारोबार करने वाला कसा शिंकजा- एक करोड़ से अधिक पकड़ी थी स्मैक- अवैध शराब कराई थी नष्ट

शामली के तत्कालीन पुलिस कप्तान सुकीर्ति माधव के नेतृत्व में थाना कैराना पुलिस ने चेकिंग के दौरान सूचना पर 1 किलो 100 ग्राम स्मैक एवं तस्करी में प्रयुक्त इनोवा गाडी सहित 2 स्मैक तस्करों को अरेस्ट किया गया था बरामद की गई स्मैक की कीमत लगभग 1 करोड़ 10 लाख रूपये बताई गई थी। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया था। वहीं आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव के निर्देशन में थाना कैराना पुलिस द्वारा अवैध शराब की 830 पेटी नष्ट कराई गई थी। नष्ट कराई गई शराब की कीमत 50 लाख रूपये थी।


10. शामली में गैंगस्टरों पर भी रहा सुकीर्ति का प्रहार- की थी करोड़ों रूपये की सम्पत्ति जब्त

शामली जिले में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने गैंगस्टरों पर भी कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। यूं तो तत्कालीन एसपी सुकीर्ति माधव द्वारा पूर्व में कई गैंगस्टरों पर कार्रवाई करते हुए उनकी सम्पत्ति जब्त की गई थी लेकिन 21 जून 2022 को तत्कालीन एसपी सुकीर्ति माधव की अगुवाई में पुलिस द्वारा गैंगस्टर मोमीन की लगभग दो करोड रुपये की 19 बीघा अचल सम्पत्ति धारा 14(1) गैंगस्टर अधिनियम के अन्तर्गत जब्त की गई थी।

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