बोले SHO नेमचंद- पीड़ित को मिलेगा इन्साफ- अपराध पर लगेगी लगाम

बोले SHO नेमचंद- पीड़ित को मिलेगा इन्साफ- अपराध पर लगेगी लगाम

मुज़फ्फरनगर। एसएसपी संजीव सुमन द्वारा थाना तितावी प्रभारी निरीक्षक के पद पर इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह का तबादला किया गया। तितावी थाने पहुंचकर इंस्पेक्टर नंचनद सिंह ने SHO का चार्ज संभाल लिया है।

SHO नेमचंद सिंह द्वारा बताया गया कि उनकी प्राथमिकता अपराध पर लगाम लगाते हुए पीड़ित को इन्साफ दिलाना है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गस्त बढ़ाई जाएगी, जिससे किसानों की ट्यूबवेल से होने वाली चोरियों सहित सभी अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाया जायेगा। क्राइम करने वाले क्रिमिनलों की बक्शीश नहीं की जाएगी, ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते उन्हें जेल भेज दिया जायेगा।

बाबरी थाना और शामली कोतवाली में प्रभारी की कमान संभाल चुके इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह ने अपराध का ग्राफ को नीचे गिराने का कार्य तो किया ही था लेकिन उसके साथ-साथ उन्होंने थानों को भी संवारने का काम किया। इंस्पेक्टर नेमचंद की कार्यशैली को देखकर कप्तान से लेकर एडीजी तक तारीफ कर चुके हैं और जनपद से लेकर राष्ट्र तक सम्मान पा चुके है। वर्ष 2023 में जनवरी से माह जून तक जनपद शामली में 14 बदमाशों के हाफ एनकाउंटर हुए, जिनमें से तत्कालीन शामली कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नेमचंद सिंह की अगुवाई में 9 बदमाशों के हाफ एनकाउंटर हुए थे।

गौरतलब है कि जनपद के थाना बाबरी में 24 सितम्बर 2018 को इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह को बाबरी थानाध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी। उन्होंने बाबरी थाने की कमान तीन साल तक संभाली थी, जिसके बाद उनका वहां से तबादला कर दिया गया था। इन तीन सालों में उन्होंने बेहतर पुलिसिंग कर दिखाई थी। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह की तैनाती से पहले कई थानाध्यक्ष बाबरी थाने पर ज्यादा वक्त तक नहीं रूक पाये थे। यही वजह थी कि जब इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह को बाबरी थानाध्यक्ष बनाया गया था। इस दरम्यान लोगों की मन में था कि यह भी ज्यादा दिन नहीं रूक पायेंगे। लेकिन उपनिरीक्षक नेमचंद सिंह ने आते ही अपराध के ग्राफ का नीचे स्तर पर ले जाने का कार्य शुरू कर दिया था। थाने पर शिकायत लेकर आने वाले फरियादी का आते ही पानी और कुर्सी मिली और न्याय जल्द से जल्द दिलाने का प्रयास किया था। तीन वर्षों में इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह ने जनता के बीच में जो कम्युनिटी पुलिसिंग कर क्राईम कंट्रोल करने का कार्य किया था। बताया जा रहा है कि उनके कार्यकाल में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। जो सामाजिक झगड़े होते हैं वह थाने में ही बैठकार सुलझाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने जनता को कोर्ट कचहरी में अनावश्यक परेशान न होना दिया। इन कार्यों से थाना बाबरी के इलाके की पब्लिक में नेमचंद सिंह की शीघ्र ही ईमानदार थाना प्रभारी की छवि बन गई थी।

जनपद शामली में आठ थाने हैं लेकिन इतना लम्बा कार्यकाल किसी का नहीं रहा, जितना नेमचंद सिंह का रहा। तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह ने देश में थाने को तीसरा और प्रदेश में प्रथम स्थान दिलाने का कार्य किया था। बाबरी थाना पर तैनाती के दौरान ही उनकी पुलिसिंग को देखकर उन्हें आईएसओ सर्टिफिकेट दिया गया। कोरोना संक्रमण में एक कॉल पर थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह 6 परिवारों को खाना खुद लेकर गये थे। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कोरोना संकट काल में 450 परिवारों को खाना पहुंचाने का वर्क किया था। उन्होंने थाने पर कक्ष का आधुनिकीकरण, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णाेद्धार, कर्मचारियों को हष्ट पुष्ट रखने के लिए बॉलीबॉल ग्राउंड और मानसिक अवसादातनाव को कम करने के लिए छोटा फिशपॉन्ड एवं कर्मचारियों को शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए जिम्नेशियम के अलावा भी कई कार्य किये थे।

तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने कई बार क्राइम मीटिंग टॉप की, कई बार लगातार जिला टॉप किया फिर उत्तर प्रदेश के 1526 थानों में से अव्वल बना और देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की टीम के वार्षिक रेंकिग के 80 बिन्दुओं वाली रिर्पाेट के आधार पर शामली जनपद के थाना बाबरी पुलिस कोे गुडवर्क में नम्बर वन पाकर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय गृह सचिव के हस्ताक्षर से जारी सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स से नवाजा गया। तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने अपनी टीम के साथ मिलकर शराब माफियाओं की कमर तोडी वहीं तीन लूट की घटनाओं को कुछ ही घंटो में वर्कआउट कर क्षेत्र में पुलिस बदमाशों पर हावी है का भी मैसेज देने का काम किया है। थानों मे आने वाले फरियादयों की तत्काल सुनवाई करने के साथ साथ नेेमचन्द ने गुणवत्ता के आधार पर विवेचनाओं का निस्तारण भी किया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की टीम ने बाबरी थाना क्षेत्र का भ्रमण कर आम जनता से थाना पुलिस का रवैया जाना तो टीम का बाबरी पुलिस का फीड़बेक बेहतर मिला यही वजह रही कि बाबरी पुलिस को भारत सरकार ने यूपी के 1526 थानों में नम्बर वन चुना और देश के तीसरे स्थान पर चुना। बाबरी पुलिस को सर्टिफिकेट आफ एक्सीलेन्स से नवाजा गया।

अंतर्राष्ट्रीय मानक संस्था (आईएसओ) द्वारा बाबरी थाने का ऑडिट कराया गया था। ऑडिट के दौरान आठ बिन्दुओं पर थाने की समीक्षा की गई थी। इन बिन्दुओं में विवेचनाओं के सही समय पर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, पुलिस का आमजन के साथ मृदु एवं सहयोगत्मक व्यवहार, पुलिस की गुणवत्तापरक कार्यशैली, अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए उत्तम आवासीय गुणवत्ता, भोजनालय, पेयजल, शौचालयों की गुणवत्ता, थाना कार्यालय में अभिलेखों का रखरखाव, अपराधियों को बन्दी गृह में रखने की गुणवत्ता, थाना परिसर का सौन्दर्यकरण, वृक्षारोपण, जिम, खेल ग्राउन्ड व वाटिका का रखरखाव शामिल था। थाना बाबरी पर उपरोक्त सभी निर्धारित बिन्दुओं पर पूर्णतया सफल पाया गया। इसी के चलते अंतर्राष्ट्रीय मानक संस्था के आरडी गौतम जनपद शामली में पहुंचकर तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह को आईएसओ सर्टिफिकेट प्रदान किया था।

बाबरी थाना पर पहुचंकर अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल ने थाने का भ्रमण किया। तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह द्वारा थाने पर कर्मचारियों के कल्याण के लिये कक्ष का आधुनिकीकरण, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णाेद्धार, कर्मचारियों को हष्ट पुष्ट रखने के लिए बॉलीबॉल ग्राउंड और मानसिक तनाव को कम करने के लिए छोटा फिशपॉन्ड एवं कर्मचारियों को शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए जिम्नेशियम, वृक्ष वाटिका, जनता की रसोई, मुख्य आरक्षी के बैरक को आदर्श बैरक बनवाने का काम किया, जिसका अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल व्यवस्थाओं का जायजा तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह की सराहना की थी।

तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह को थानाक्षेत्र के बुटराडा में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कंपनी में काम करने वाले एक श्रमिक ने फोन पर बताया कि कंपनी में काम करने वाले मध्य प्रदेश राज्य के पन्ना जिले के 6 परिवारों के 25 मजदूर फैक्ट्री के गोदाम में रह रहे हैं तथा उनके परिवार का राशन खत्म हो गया है, जिससे उनके परिवारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस सूचना पर तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह अपनी टीम को लेकर तत्काल मौके पर पहुंचे और जरूरतमंद परिवार से बात की तथा सभी छ परिवारों को जन सहयोग के माध्यम से तैयार कराए गए एक सप्ताह का राशन (10 किलोग्राम आटा, 3 किलोग्राम दाल, 3 किलोग्राम चीनी, एक पैकेट चाय, एक पैकेट नमक, मसाले, 2 लीटर सरसों का तेल, बिस्किट एवं हाथ धोने के लिए साबुन) वितरित किया गया तथा बताया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु आप लोग समय-समय पर हाथ धोते रहें और सोशल डिस्टेसिंग का बखूबी पालन करें ऐसा करने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। पुलिस प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाएं निरंतर प्रयासरत हैं कि सभी जरूरतमन्दों की सहायता की जाए। अतः आप लोग निश्चिंत होकर रहे तथा किसी भी जरूरत के लिए हमसे तत्काल संपर्क करें। इससे पहले भी तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने लगभग 450 परिवारों को राशन मुहैया कराने का काम किया।

गौरतलब है कि बाबरी थाने की तर्ज पर ही शामली कोतवाली का चार्ज मिलने के बाद इस्पेक्टर नेमचंद सिंह शामली कोतवाली को भी संवारने में जुट गये थे। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह द्वारा शामली कोतवाली परिसर के नवनिर्मित भवन में प्रभारी निरीक्षक कार्यालय, विवेचकों के लिए विवेचना कक्ष, जनता जलपान ग्रह, आगन्तुक कक्ष एवं स्ट्रैस फ्री प्वाइंट/फिश पॉण्ड बनवाया गया, जिनका उद्घाटन 29 मार्च 2023 को पुलिस अधीक्षक अभिषेक द्वारा किया गया।

Next Story
epmty
epmty
Top