शिवाजी सेना का अध्यक्ष निकला हथियार तस्कर- साथियों समेत अरेस्ट
मुजफ्फरनगर। शिवाजी सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर हथियारों की तस्करी करने वाले बदमाश समेत पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। हथियार खरीदने के लिए शिवाजी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ऑनलाइन ऑर्डर देखकर ₹20000 हथियार सप्लायर के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देश पर अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान चला रही जनपद पुलिस की शाहपुर थाना पुलिस ने एसपी देहात आदित्य बंसल के पर्यवेक्षण में हथियारों की तस्करी करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
शाहपुर थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कसाना ने बताया है कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग अवैध रूप से हथियारों की तस्करी कर रहे हैं और हथियार खरीदने एवं बेचने के लिए कुछ लोग बाहर से आने वाले हैं।
मुखबिर से मिली इस सूचना के बाद सतर्क हुए प्रभारी निरीक्षक सुनील कसाना ने बताए गए स्थान पर पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर चेकिंग अभियान चलाना शुरु कर दिया।
थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर मार्ग पर कबीरपुर मोड के कच्चे रास्ते से जैसे ही हथियारों की डिलीवरी देने के लिए आए दो बदमाशों के साथ एक खरीदार को वहां पर देखा तो पुलिस ने घेराबंदी करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा की गई छानबीन में पता चला कि जो बदमाश हथियारों की डिलीवरी करने आए हैं, उनमें विक्रांत पंडित पुत्र अनिल शर्मा गांव पलड़ा और सादिक पुत्र यामीन ग्राम बसी कलां थाना शाहपुर का रहने वाला है।
पुलिस ने हथियार खरीदने आए बदमाश से जब उसके नाम पत्ते की जानकारी हासिल की तो पता चला कि वह कस्बा चरथावल के बाजार कलां की अग्रवाल धर्मशाला के पास रहने वाला अर्चित आर्य पुत्र अजय है।
पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से पांच तमंचे, मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पता चला है कि हथियारों का ऑनलाइन ऑर्डर दिया गया था और अर्चित आर्य ने ₹20000 बैंक में ट्रांसफर कर अवैध हथियार खरीदने के लिए आया था।
ऑनलाइन ऑर्डर देकर हथियार खरीदने वाला अर्चित आर्य शिवाजी सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया गया है जिसने दो दिन पहले ही कस्बा चरथावल में शिवाजी हुंकार रैली भी निकाली थी।