झालू में हुए रचित हत्याकांड में सात पुलिसकर्मी सस्पेंड
बिजनौर। दिनदहाड़े भरे बाजार ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर युवक की हत्या कर देने के मामले में पुलिस के अभी तक हाथ खाली है अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना व चौकी प्रभारी समेत सात अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है गिरफ्तारी के बाद पुलिस को चकमा देकर फरार हुए आरोपी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि थाना हल्दौर के कस्बा झालू में 5 फरवरी को सरे बाजार दिनदहाड़े कई राउंड फायरिंग कर पांच बेखौफ बदमाशों ने रचित की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें पुलिस ने घेराबंदी कर चार युवकों को घटना में इस्तेमाल किए गए तमंचो सहित गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जबकि 1 आरोपी पुलिस के सामने ही चकमा देकर फरार हो गया था, जो तमाम प्रयासों के बाद अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका हैं। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। बिजनौर पुलिस द्वारा फरार अभियुक्त पर 25 हज़ार का इनाम भी घोषित किया गया है।
6 फरवरी को मृतक रचित के परिजनों ने एसपी ऑफिस का घेराव करते हुए बदमाशों पर सख्त कार्रवाई के साथ थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज को हटाने की भी मांग की थी। देर शाम आईजी मुरादाबाद रमित शर्मा ने भी घटनास्थल का दौरा करते हुए मामले की जांच पडताल कर घटना मे प्रगति की जानकारी प्राप्त की थी और परिजनों से वार्ता की थी।
रचित हत्याकांड में पांचवें आरोपी आसिफ आबदी की गिरफ्तारी न होने और 2 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के खाली हाथ रहने से नाराज बिजनौर एसपी डॉ धर्मवीर सिंह द्वारा की गई इस बड़ी कार्यवाही में रचित हत्याकांड की गाज हल्दौर थाना प्रभारी हरीश चंद्र जोशी, झालू चौकी इंचार्ज कुलदीप राणा, सिपाही रजनीश आस मौहम्मद, आशीष, दीपक धामा और बोहरन पर गिरी है,
दलित हत्याकांड में घटना की संवेदनशीलता और कानून व्यवस्था की दृष्टि से थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी सहित 7 पुलिकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
रिपोर्ट- मौ0 आरिफ़ बिजनौर