सनसनीखेज - बेटे ने ही रचा था पूरा षड्यंत्र

सनसनीखेज - बेटे ने ही रचा था पूरा षड्यंत्र

बाराबंकी। फतेहपुर पुलिस ने घर में हुई लाखों के जेवरात व नकदी चोरी का सनसनीखेज खुलासा किया है। घर के ही चिराग ने जेवरात व नकदी हड़पने की नीयत से अपने ही घर में चोरी की थी और बेहोश होने का नाटक किया था। पुलिस ने चोरी हुआ माल बरामद करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

जानकारी के अनुसार बाराबंकी जनपद के फतेहपुर थाने के ग्राम खैरा निवासी शिवनारायण वर्मा पु़त्र स्व. भुसैली ने विगत 20 दिसम्बर को पुलिस को तहरीर दी थी। उसने बताया था कि 20 दिसम्बर को वह अपनी पत्नी के साथ अपने घर में नीचे सो रहे थे, जबकि उसका लड़का दीपक ऊपर बने कमरे में सो रहा था। प्रातः के समय जब दीपक नीचे नहीं आया, तो वे ऊपर पहुंचे। उन्होंने देखा कि दीपक बेहोश था और उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे व मुंह पर तौलियां बंधा था। बराबर में रखे बक्से का ताला टूटा हुआ था, जिसमें से जेवरात, कपड़े, नकदी आदि गायब था। दीपक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी थी।


एसपी बाराबंकी अरविंद चतुर्वेदी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी उत्तरी आरएस गौतम के निर्देशन, सीओ फतेहपुर योगेन्द्र कुमार के पर्यवेक्षण व प्रभारी निरीक्षक फतेहपुर संजय मौर्य के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। पुलिस जांच में पता चला कि दीपक का अपनी पत्नी के साथ विवाद चल रहा था, जिसके चलते उसकी पत्नी अपने मायके में रह रही थी। सबसे कि चौकाने वाली बात जांच के दौरान यह सामने आई कि फ्लोर पर जाने के लिए सीढ़ी के अलावा कोई भी रास्ता नहीं था और किसी भी दरवाजे को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा था। सवाल यह था कि आखिर बिना दरवाजे को नुकसान पहुंचाये कोई कैसे ऊपर गया और चोरी करके आराम से फरार भी हो गया। इस पर पुलिस को दीपक की भूमिका पर संदेह हुआ। पुलिस ने जब दीपक के मोबाइल का डेटा आदि निकलवाया, तो पता चला कि घटना वाले दिन वह अपने घर पर न होकर सीतापुर में था। इस पर पुलिस ने दीपक को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की। उसने स्वयं ही चोरी की घटना को कारित करना कबुल किया। दीपक ने बताया कि उसकी पत्नी के आभूषण माता-पिता के पास रखे थे। उन आभूषणों व नकदी को हड़पने की नीयत से उसने उन्हें स्वयं ही चोरी किया था और अनाज भंडार के कमरे में रखे धान के ढेर में छिपा दिया था। उसने खुद ही अपने हाथ-पैर बांधे थे और बेहोश होने का नाटक किया था। कुछ दिनों बाद उसकी आभूषण बेचने की योजना थी।


पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चोरी किये गये एक लाख रुपये नकद, पांच जोड़ी चांदी की पायल, 2 मंगलसूत्र सोने के, 2 सोने के तार, 1 सोने का बुंदा, 1 जोड़ी कान की बाली, 15 लीटर मेंथा आॅयल, 1 बैटरी आदि बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। मामले का खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक के अलावा एसआई दिनेश कुमार यादव, हैड कांस्टेबिल चन्द्रमोहन, कांस्टेबिल अरविंद कुमार, गौरव कुमार आदि शामिल रहे।

रिपोर्टः प्रवीण गर्ग

Next Story
epmty
epmty
Top