DG जेल के प्रयास से बंदी बन रहे आत्मनिर्भर- PM ने की सराहना
लखनऊ। शासन ने जब से वरिष्ठ आईपीएस अफसर आनन्द कुमार को सूबे की जेलों की कमान सौंपी है, तब से यूपी के जेलों में सुधार होने लगा है। उनके प्रयास से जेल में निरूद्ध बंदियों को भी आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं बल्कि डीजी जेल आनंद कुमार के कमान संभालने के बाद से लगातार यूपी की जेल चर्चाओं में आने लगी है। कोरोना संक्रमण महामारी के दौरान उनके प्रयासों से कोरोना किट और मास्क बनाने में जेल देश में अव्वल आई थी। सीएम से लेकर पीएम तक जेलों में कराये जा रहे कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं।
कुछ नया करने की इच्छा हो और उसे दृढ़ शक्ति के साथ किया जाये, तो वह अवश्य ही पूर्ण होता है। ऐसा ही कुछ नया कर दिखाया है आईपीएस आनंद कुमार ने। आईपीएस आनंद कुमार को जब से जेलों की कमान सौंपी गई हैं, उन्होंने इसमें भी एक नया कार्य कर दिखाया है, जिसकी हर ओर प्रशंसा हो रही है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कौशाम्बी जेल के कैदियों द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना की है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में कारागारों में बंद बंदियों के सहयोग से कई रचनात्मक कार्य कराये जा रहे हैं। डीजी जेल आनंद कुमार के निर्देशन में इसी कड़ी में कौशाम्बी जेल के कैदियों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कौशाम्बी जेल के कैदियों द्वारा गायों को ठंड से बचाने के लिए पुराने व फटे कम्बलों के कवर बनाकर गौशाला को भेजा जा रहा है। गौशाला में उक्त कवरों से गायों को सर्दी से बचाने के लिए ढंकने का कार्य किया जा रहा है।
PM ने की कौशाम्बी जेल के कैदियों के प्रयास की सराहना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कौशाम्बी जेल के कैदियों द्वारा किये गये अभिनव प्रयास की मन की बात कार्यक्रम के खुले दिल से प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जेल में बंद कैदी गायों को ठंड से बचाने के लिए कवर बना रहे हैं। इन कम्बलों को कौशाम्बी जेल समेत अन्य जिलों से एकत्र कर गौशाला भेजा जाता है। कौशाम्बी जेल में बंद कैदी प्रत्येक सप्ताह अनेकों कवर तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक सराहनीय प्रयास है और दूसरों को भी सेवा भाव के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सेवाभाव के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। यह समाज की संवेदनाओं को सशक्त करता है।
"मन की बात" कार्यक्रम में आदरणीय PM श्री @narendramodi जी को सुनना दिव्य अनुभूति प्रदान करता है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 27, 2020
आज आपके द्वारा गो-माता को ठंड से बचाने हेतु कौशाम्बी जेल, उ.प्र. के कैदियों द्वारा तैयार किए जा रहे कवरों की चर्चा से अनेक लोग प्रेरित होंगे।
आपका हार्दिक धन्यवाद प्रधानमंत्री जी। pic.twitter.com/7KKfp0n3eo
CM योगी ने PM मोदी का जताया आभार
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कौशाम्बी जेल के कैदियों के अभिनव प्रयास की चर्चा मन की बात कार्यक्रम में करने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों की चर्चा से अन्य लोग भी प्रेरित होंगे।
Proud moment for all of us.. Kaushambi jail found mention in Hon'ble PM's Mann ki baat for doing a stellar job in cow protection by making coats to protect them from the cold weather...
— DG PRISONS U.P (@DgPrisons) December 27, 2020
Congrats to Mukund and his team and hats off to the empathetic inmates..
👏👏👏👍👍👍👍
PM की बात सुनकर गदगद है कौशाम्बी जेल प्रशासन
प्रधानमंत्री द्वारा कौशाम्बी जेल के कैदियों का जिक्र करने पर डीजी जेल ने भी खुशी जताते हुए उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि कौशाम्बी जिला और जेल प्रशासन गदगद है। उन्होंने कहा कि गौरक्षा एक पुनीत कार्य है और कैदियों द्वारा बहुत ही प्रेरित करने वाला कार्य किया जा रहा है। इस नेक कार्य के लिए डीजी जेल ने जेल अधीक्षक बीएस मुकुन्द और उनकी टीम को बधाई दी।
जेल अधीक्षक बीएस मुकुन्द ने बताया कि कई जेलों से पुराने और फटे कम्बल एकत्र किये गये हैं। उन्हें कपड़ों की शीट की मोटी चादर के साथ सिलाई करके गायों के लिए कोट बनाने का कार्य किया जा रहा है। सर्दियों के दौरान कैदियों को आवंटित कम्बल लगभग तीन साल चलता है। उसके बाद घिसे-फटे कम्बल का प्रयोग कोट बनाने के लिए किया जा रहा है। एक महीने में करीब एक हजार कोट बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
रिपोर्टः प्रवीण गर्ग