हुआ खुलासा- ई रिक्शा लूट के लिए की गई थी समीर की हत्या- 2 अरेस्ट

हुआ खुलासा- ई रिक्शा लूट के लिए की गई थी समीर की हत्या- 2 अरेस्ट

मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली क्षेत्र के नियाजूपुरा के रहने वाले ई-रिक्शा चालक की हत्या उसकी रिक्शा की लूट के इरादे से अंजाम दी गई थी। बदमाशों ने लूट का विरोध करने पर चालक की बेल्ट से गला घोटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल की गई चमड़े की बेल्ट एवं लूटी गई ई रिक्शा की बैटरी बरामद की है।

मंगलवार को पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित की गई प्रेस वार्ता में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया है की इसी महीने की 13 सितंबर को थाना कोतवाली क्षेत्र के नियाजुपुरा के रहने वाले ई रिक्शा चालक समीर के बेटे ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसके पिता ई रिक्शा लेकर घर से गए थे। लेकिन वापस नहीं लौटे हैं। इस संबंध में कोतवाली पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर लापता हुए रिक्शा चालक की तलाश में लग गई थी।

15 सितंबर को गठित की गई पुलिस की टीम ने थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव पचैंडा के जंगल से समीर की ई रिक्शा को बरामद कर लिया था। समीर का पता लगाने के लिए पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की गहनता से जांच करने के बाद अन्य थानों से संपर्क किया।

23 सितंबर को जानकारी प्राप्त हुई एक व्यक्ति का शव शाहपुर थाना क्षेत्र में मिला है, जिसकी शिनाख्त समीर के रूप में की गई। पुलिस इसके बाद हत्यारों का पता लगाने में जुटी। मुजफ्फरनगर से लेकर शाहपुर तक लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच में समीर अपनी ई-रिक्शा में दो व्यक्तियों के साथ जाता हुआ दिखाई दिया है।

जब उनके फोटो साफ कराए गए तो रिक्शा में बैठे दोनों लोगों की पहचान सुशील पुत्र सीताराम निवासी ग्राम रथैडी थाना नई मंडी एवं विपु कुमार उर्फ दीपू उर्फ दीपक पुत्र धर्मवीर सिंह निवासी गढ़ी दुर्गनपुर थाना शाहपुर मुजफ्फरनगर के रूप में हुई।

पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने सारा राज उजागर कर दिया। पता चला कि वह ई-रिक्शा को बुक करने के बाद शाहपुर की तरफ ले गए थे। ग्राम गढ़ी दुर्गनपुर के जंगल में स्थित टयूबवैल पर दोनों ने ई-रिक्शा चालक को शराब पिलाई और नशा होने पर दोनों ने बेल्ट से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी और शव को गन्ने के खेत में छिपा दिया और उसकी ई रिक्शा को लेकर फरार हो गए।

एसपी सिटी ने घटना का अनावरण करने वाले प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह चौहान, उपनिरीक्षक सुधीर कुमार, हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार, कांस्टेबल राजवीर सिंह एवं कांस्टेबल सुमित कुमार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उनकी पीठ थपथपाई है और पुलिस टीम को 15000 रुपए के नगद पुरस्कार का ऐलान किया है।




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