थाने पर धरना देने जा रहे रिटायर्ड आईपीएस को किया नजर बंद
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्म स्थली गोरखपुर में सिपाही एवं डॉक्टर के बीच हुई मारपीट के मामले में सिपाही के पक्ष में डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर धरना देने के लिए पहुंचे रिटायर्ड आईपीएस को पुलिस द्वारा नजर बंद कर दिया गया है मंगलवार को गोरखपुर में सिपाही एवं डॉक्टर के बीच हुई मारपीट के मामले में अपने ही विभागीय कर्मचारी के खिलाफ नजर आ रही पुलिस के विरुद्ध धरना देने के लिए गोरखपुर पहुंचे आजाद अधिकार सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने नजर बंद कर दिया है आजाद अधिकार सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर आज मंगलवार से कैंट आने पर सिपाही एवं डॉक्टर के बीच हुई मारपीट के मामले में डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना देने वाले थे।
गोरखपुर पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन के पास स्थित सिंचाई विभाग के डाक बंगले पर रुक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के मौजूद होने की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने अमिताभ ठाकुर को नजर बंद कर दिया है आप है कि इस दौरान पूर्व आईपीएस को समर्थकों से भी नहीं मिलने दिया जा रहा है।