देश-विदेश तक सम्मान- बदमाश बदहवास- पब्लिक में प्रशंसा- IPS अजय बने DIG
जौनपुर। यूपी में कई आईपीएस अफसर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं, जिन्होंने बदमाशों से हुई मुठभेड़ में उन्हें धूल चटाई और खुद की भी बाल-बाल जान बची। ऐसे ही एक आईपीएस अधिकारी हैं, जिनका नाम हैं अजय कुमार साहनी। सिद्धार्थनगर जिले में मुठभेड़ के दौरान बदमाश की गोली आईपीएस अधिकारी अजय साहनी की जैकेट में लगी थी। आईपीएस अधिकारी अजय कुमार साहनी ने कई जिलों में कप्तान के रूप में रहकर कई दर्जनों बदमाशों का एनकाउंटर किया है।
आईपीएस अधिकारी तब मेरठ के एसएसपी थे तो उस दौरान कोरोना की पहल लहर आई तो आईपीएस अधिकारी अजय साहनी ने गरीबों को खाना उपलब्ध कराया। दूसरी लहर आने पर मेरठ पुलिस को कोविड हॉस्पिटल दिया और मशहूर क्रिकेटर की नानी से लेकर आज जनता तक ऑक्सीजन मुहैया कराकर उनकी जीवन की डोर टूटने से बचाई। आईपीएस अधिकारी के कार्यो। की प्रदेश से लेकर देश और विदेश तक प्रशंसा हो चुकी है। आईपीएस अधिकारी को कई मेडल भी हासिल कर चुके है। अब आईपीएस अधिकारी अजय कुमार साहनी जौनपुर के कप्तान के रूप में कमान संभाले हुए हैं और उन पर कहर बनकर टूट रहे हैं। जौनपुर में भी लखटकिया बदमाश को ढेर किया तो वहीं एक 50 हजारी ने कप्तान के सामने आत्मसमर्पण किया। बीते दिन सूची जारी कर दर्जनों आईपीएस अधिकारियों को प्रमोशन मिला ह। डीआईजी बनने वाली लिस्ट में आईपीएस अधिकारी अजय कुमार साहनी का नाम भी शामिल हैं। अब आईपीएस अधिकारी अजय कुमार साहनी डीआईजी रैंक के अधिकारी हो गये हैं। आईपीएस अधिकारी अजय कुमार साहनी पर पेश है खोजी न्यूज की विशेष रिपोर्ट....
बता दें अजय कुमार साहनी ने उत्तर प्रदेश के जनपद महाराजगंज में बी.एन साहनी के परिवार में जन्में थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गृह जनपद से ही हुई। आईपीएस अजय साहनी ने अर्थशास्त्र से एम.ए किया उसके बाद बी.एड किया। आईपीएस अजय साहनी साल 2009 के आईपीएस बन गये। आईपीएस अजय साहनी ने कप्तान के रूप में कई जनपदों अच्छी पारी खेली है। आईपीएस अजय साहनी आजमगढ, बिजनौर, सिद्वार्थनगर, अलीगढ, बाराबंकी आदि जनपदों में कप्तान के रूप में कार्य संभाल चुके है। आईपीएस अजय साहनी सूबे की राजधानी लखनऊ में पीएससी कमांडेंट के पद पर भी तैनात रहे। अलीगढ में पुलिस कप्तान के पद पर रहते हुए अपने कार्यकाल में आईपीएस अजय साहनी ने 7 बदमाशों को यमलोक पहुचांने का काम किया था।
दो लाख के इनामी बदमाश सहित तकरीबन एक दर्जन बदमाशों का किया मेरठ में एनकाउंटर
गौरतलब है कि जनपद मेरठ में आईपीएस अजय साहनी को शासन ने 2 जुलाई 2019 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात किया था। आईपीएस अजय साहनी को चार्ज ग्रहण किये सिर्फ 10 दिन ही हुए थे। उस 10 दिन बाद ही बड़ी सफलता मिली। आईपीएस अजय साहनी ने 25-25 हजार के दो अपराधियों को अंत किया तो उसके चार दिन बाद ही फिर 16 जुलाई को अमित उर्फ शेरू व रविन्द्र कालू को यमलोक पहुचांया। 12 सितम्बर को 25-25 हजार के दो बदमाशों पंकज उर्फ बन्टी व शहजाद को दुनिया से रिहा किया। उसके बाद 20 अक्टूबर को 75 हजार के ईनामी बदमाश संजीव उर्फ पकौडी का अंत किया। 73वें गणतंत्र दिवस पर 1,50,000 के ईनामी बदमाश चांद को दुनिया से आजादी दे दी और उसके बाद 18 फरवरी को दो लाख का ईनामी शक्ति को मुठभेड़ में पुलिस ने ढेर कर दिया। मेरठ जिले में लूट की वारदात को अंजाम देकर भाग रहे डेढ़ लाख के इनामी बदमाश चांद मोहम्मद उर्फ काले की पुलिस से मुठभेड़ में गोली मारकर ढेर कर दिया था। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। चांद का पूरे जोन में आतंक था। उन्होंने लगभग एक दर्जन बदमाशों को यमलोक पहुंचाने का कार्य किया है। आईपीएस अजय साहनी को एनकाउन्टर स्पेशलिस्ट माना जाता है।
प्रदेश से लेकर देश और विदेश तक हो चुकी हैं साहनी के कार्यों की प्रशंसा
फेम इंडिया मैगजीन वर्ष में एक बार देश के महत्वपूर्ण लोगों की सूची जारी करती है। इसमें सभी समाजसेवी, सशक्त नारी, शिक्षाविद, सांसद, केन्द्रीय व राज्यों के मंत्री, विधायक, अभिनेता, आईएएस अफसर, आईपीएस अधिकारी एवं खिलाडी आदि शामिल रहते हैं। इस बार मैगजीन ने देश के बेहतरीन आईपीएस की सूची जारी की है। फेम मैगजीन ने देशभर में लगभग सात सौ से ज्यादा पुलिस कप्तानों में से शानदार पुलिसिंग करने वाले 50 का चयन किया था। इस सूची में आईपीएस अजय साहनी का भी नाम था। कई चरणों को सर्वे हुआ था, जिसके पश्चात यह सूची जारी हुई। इसमे प्रदेश के सिर्फ 6 आईपीएस अफसरों को चुना गया था। जिसमें आईपीएस अजय साहनी का भी नाम शामिल था। आईपीएस अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों शौर्य पुरस्कार भी पा चुके हैं। इनके अलावा आईपीएस अधिकारी अजय साहनी को गोल्ड, प्लेटिनम, सिल्वर मेडल के साथ-साथ दो बार राष्ट्रपति के वीरता पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं।
कोरोना संकट काल में मसीहा बने थे मेरठ के कमांडर
कोरोना संक्रमण की पहली लहर से लेकर दूसरी लहर तक आईपीएस अजय साहनी ने जरूरतमंदों को खाना खिलाने की पहल की। अगर किसी व्यक्ति को खाना की आवश्यकता पड़ती तो वहां मेरठ पुलिस मसीहा बनकर तुरंत पहुंच गई। उन्होंने पुलिसकर्मियों के लिये भी अहम कदम उठाते हुए पुलिस कोविड हॉस्पिटल तैयार किया। उत्तर प्रदेश में पहला पुलिस कोविड हॉस्पिटल बना। उनकी यह सराहनीय पहल की मेरठ दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण कर आईपीएस अजय साहनी को शाबासी देते हुए उनकी पीठ थपथपाई थी। आईपीएस अजय साहनी को अब जौनपुर के पुलिस कप्तान की कमान संभाल रहे हैं।
कोरेाना संक्रमण के दौरान लगे लॉकडाउन में गरीब लोग खाने के लिये काफी परेशान थे। इस दौरान मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने इन लोगों को खाना मुहैया कराने के लिये भी शुरूआत की थी और मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी के नेतृत्व में शहर के दो स्थानों बेगम पुल चौराहा, होटल ली ग्राउंड के सामने दिल्ली रोड पर गरीब मजदूरों, कामगारों, रिक्शा चालक एवं ऐसे प्रवासी मजदूर, दिहाडत्री मजदूर जो लॉकडाउन से प्रभावित हुए थे, के लिये प्रतिदिन सुबह व शाम दोनों समय निःशुल्क खाद्य वितरण की व्यवस्था मेरठ पुलिस द्वारा की गई है, जिसमें ऐसे समस्त जरूरतमंद परिवार एवं लोगों को निःशुल्क खाना मुहैया कराया गया था। इस पहल के पहले दिन ही लगभग 2 हजार लोगों को राशन वितरित व खिलाया गया था।
कप्तान के प्रयास से पुलिस को मिला पहला कोविड हॉस्पिटल- मुख्यमंत्री ने निरीक्षक कर की थी सराहना
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने सराहनीय पहल करते की यूपी में ही नहीं बल्कि देश में भी प्रशंसा की गई थी क्योंकि उन्होंने पुलिसकर्मियों के उपचार के लिये पुलिस लाइन में बदहाल चिकित्सालय का जीर्णाेद्धार कराकर उसे पुलिस कोविड हॉस्पिटल बनाया था। यूपी में यह पहला पुलिस कोविड हॉस्पिटल है। यह पुलिस कोविड हॉस्पिटल काफी मशक्क्त के साथ अल्प समय में तैयार किया गया था। इसमें 30 बेड लगाकर एल-2 कैटेगरी का हॉस्टिल बनाया गया था। कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों की टेस्टिंग और रेडियोलॉजी जांचों व दवाईयां, ऑक्सीजन, इंजेक्शन सहित कोरोना से बचाव के लिये सभी आवश्यक सुधिवधाएं उपलब्ध कराई गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरठ दौर पर आये, इसी दौरान उन्होंने पुलिस कोविड हॉस्पिटल का भी निरीक्षण किया। सुविधाएं देखकर उन्होंने एसएसपी अजय साहनी की पहल की प्रशंसा करते हुए उनकी पीठ थपथपाई थी।
अफसर ने संकट काल में रिटायर्ड शिक्षिका को दिया मदर्स-डे पर तोहफा
जनपद मेरठ की सूरजकुंड निवासी राजरानी रिटायर्ड शिक्षिका को सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही थी, परेशानी होने पर उनके परिजन घबरा गये थे। उन्होंने मार्किट से दो ऑक्सीजन कैन खरीदे। इन ऑक्सीजन कैन पर 499 रूपये एमआरपी लिखा हुआ था, लेकिन विक्रेता ने इन्हें 7000 रूपये में आक्सीजन कैन दी। राजरानी देवी ने मेरठ पुलिस से सहायता मांगी। मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने मामला का संज्ञान लेते हुए उन्होंने एसओजी और सर्विलांस टीम को लगाया था। पुलिस ने विक्रेता पर कार्रवाई करते हुए राजरानी के सात हजार रूपये वापस कराकर मदर्स डे पर उन्हें तोहफा दिया था। इसकी लोग सोशल मीडिया पर काफी प्रशंसा कर रहे थे। विक्रेता के पास से पुलिस ने कई ऑक्सीजन कैन भी बरामद की थी। यह कैन काफी दामों में बेची जा रही थी।
मशहूर क्रिकेटर के रिश्तेदारों से लेकर की थी आम जनता तक की सेवा- नहीं टूटने दी थी जीवन की डोर
मशहूर किक्रेटर सुरेश रैना ने 6 मई दोपहर लगभग 3ः01 बजे अपने ट्वीटर हैंडल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए ट्वीट करके मेरठ में होम आइसोलेट अपनी नानी के लिये ऑक्सीजन सिलेंडर मांगा। सुरेश रैना की नानी कोरोना से संक्रमित हो गई थीं, जिनके लिये उन्होंने यह सहायता मांगी थी। अभिनेता सोनू ने दोपहर 3ः47 बजे रिट्वीट करते हुए सुरेश रैना से मरीज की डिटेल्स मांगी थी और ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी का विश्वास दिलाया था। इसी बीच मेरठ पुलिस ने ट्वीट कर बताया था कि रैना की ट्वीट करने के 20 मिनट के अंदर ही उनके परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करा दिया गया था। सुरेश रैना ने मेरठ पुलिस को धन्यवाद करते हुए ट्वीटर कर लिखा था कि 'आपकी मुस्तैदी के लिये धन्यवाद'। जरूरत की इस घड़ी में हमारी मदद की। कृपया सुरक्षित रहें। मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने भी क्रिकेटर सुरेश रैना का ट्वीट कर लिखा था कि मेरठ पुलिस कल से ही आपके भाई विवेक के संपर्क में है, पुलिस द्वारा ऑक्सीजन का प्रबन्ध कर दिया गया और भी कोई आवश्यकता होगी तो तुरंत उपलब्ध कराई जायेगी।
6 मई को ही लगभग 5ः37 पर मेरठ पुलिस को टैग करते हुए हिमांशु सिंघल नाम के व्यक्ति ने सुधा गोयल नाम के मरीज के लिये ऑक्सीजन सिलेंडर मांगा था। उसने ट्वीटर पर मोबाइल नंबर व पता भी लिखा था। मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने उसको ट्वीट करते हुए बताया कि सहायता प्रदान की गई। जी शुक्रिया। हिमांशु सिंघल ने मदद होने पर ट्वीट कर मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी का धन्यवाद अदा किया था। एसएसपी अजय साहनी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि हम संपर्क करेंगे और जो भी संभव होगा वह करेंगे। मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी निरंतर लोगों की मदद करने के लिये जुटे हुए थे।
आईपीएस अधिकारी अजय साहनी के कार्यों को देख पब्लिक ने की थी प्रशंसा
मेरठ के तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी द्वारा किये गये कार्यों की लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशंसा की थी। इस दौरान लोगों ने लिखा था कि मेरठ पुलिस निरंतर गत वर्ष से कोविड महामारी में जनहित के काम कर रही है कानून व्यवस्था ओर कोविड सार्थक ओर प्रभावी भूमिका रही है।, हृदय से आभार है इस खाकी का और आपका जो आज हम लोगों की सुरक्षा के लिए बिना अपनी जान की परवाह किये सड़कों पर हर सम्भव मदद के लिए तैयार खड़े रहते हैं।
मेरठ के बाद जौनपुर के बदमाशों पर आफत बन कर टूटे आईपीएस अजय
जौनपुर के एसएसपी अजय साहनी ने आतंक का पर्याय बन चुके लखटकिया इनामी बदमाश विनोद सिंह पुत्र रणजी सिंह निवासी गांव छित्तमपट्टी थाना सरपतहां को मुठभेड़ में ढेर कर यमलोक पहुंचा दिया था। मुठभेड़ में ढ़ेर हुए बदमाश के विरूद्ध लूट, हत्या और डॉक्टरों से रंगदारी मांगने सहित डेढ़ दर्जन से अधिक गंभीर मामले दर्ज थे। अगर खाकी के खौफ के चलते 50 हजार रूपये के इनामी बदमाश रवि तिवारी उर्फ वीर पुत्र अखिलेश तिवारी ने आत्मसर्मपण कर दिया था।