अतिक्रमण हटाओ अभियान से मचा हड़कंप- काटे दुकानदारों के चालान
खतौली। कोतवाली परिसर में पुलिस और नगर पालिका परिषद की बैठक लेने के बाद उप जिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी ने पुलिस एवं नगर पालिका परिषद की टीम को साथ लेकर नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। पुलिस और प्रशासनिक अमले के बडे अरसे बाद सड़क पर उतरते ही सड़क पर अपना डेरा जमाए बैठे दुकानदारों में हड़बड़ी मच गई। इस दौरान टीम द्वारा अस्थाई कब्जा करने वाले दुकानदारों के धड़ाधड़ चालान काटे गए।
मंगलवार को पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी ने बडे अरसे बाद हरकत में आते हुए अतिक्रमण के मकडजाल में फंसे नगर को इससे मुक्त करने का अभियान चलाया। अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने से पहले उप जिलाधिकारी खतौली एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी खतौली ने कोतवाली परिसर में पुलिस एवं नगर पालिका परिषद की बैठक आयोजित की। जिसमें अतिक्रमण हटाओ अभियान की रूपरेखा तैयार की गई।
अपने कील कांटे दुरुस्त करने के बाद एसडीएम एवं सीओ खतौली पुलिस तथा नगर पालिका परिषद के अमले को साथ में लेकर नगर की सड़क पर उतरे। सबसे पहले जानसठ रोड स्थित फ्लाईओवर के नीचे सरकारी जमीन पर अपना कब्जा जमाकर बैठे दुकानदारों की खबर ली गई।
नगर पालिका परिषद की टीम ने पुलिस और प्रशासन के अफसरों के साथ सरकारी जमीन पर कब्जा करते हुए दुकान के सामान को सड़क तक फैला कर रखने वाले दुकानदारों के चालान काटे। दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही होते देखकर अन्य दुकानदारों में बुरी तरह से हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही से बचने के लिए दुकानदार सड़क तक फैलाकर रखे गए अपने सामान को समेटकर दुकान के भीतर रखने में जुट गए।
पुलिस और प्रशासन की टीम ने इस दौरान अनेक दुकानों के चालान काटे और चेतावनी दी कि अगली बार सड़क तक सामान लगा हुआ मिलने पर उनके सामान को जप्त करने के साथ उनके खिलाफ अन्य कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि नवरात्र महोत्सव के साथ ही त्यौहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन नगर के बाजार और सडकें अतिक्रमण के मकड़जाल में बुरी तरह से फंसे हुई हैं। जानसठ रोड जिस पर सबसे अधिक यातायात रहता है, यह मार्ग जानसठ तिराहे से लेकर भूड स्थित राजबाहे तक अतिक्रमण के मकड़जाल में इतनी बुरी तरह से फंसा हुआ है कि देर रात तक भी इस सड़क पर जाम से निजात नहीं मिल पाती है।
पुलिस और प्रशासन की ढिलाई की वजह से ठेलीनुमा थ्री व्हीलर और छोटा हाथी सरेआम सडक पर अपनी गाडी खडी करके साग सब्जी और फल आदि सामान लाउडस्पीकर से आवाज लगाते हुए बेचते है। हालांकि सीएम द्वारा लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई है। मगर ठेली वाले इसकी परवाह किये बगैर पूरे दिन लाउडस्पीकर के सहारे अपना सामान बेचते हुए ध्वनि प्रदूषण फैलाये रहते है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस के रजिस्टर में कोई कार्यवाही दर्ज नही मिलेगी।
मुख्य बात यह है कि अतिक्रमण के मकडजाल में फंसी जानसठ रोड भूड चौकी के सामने से होकर गुजरती है। लेकिन पुलिस थोड़ी-थोड़ी देर बाद लगने वाले जाम को सुचारु करने के लिए सड़क पर कब्जा जमाए बैठे लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती है। जिसके चलते जानसठ रोड पूरे दिन जाम से हलकान हुआ रहता है। अब देखने वाली बात यह रह गई है कि पुलिस और प्रशासन इस अभियान को आगे भी जारी रख पाता या नही?