थाने में किशोरी से रेप- SHO के सस्पेंड के बाद पूरा थाना लाइन हाज़िर
ललितपुर। 13 वर्षीय किशोरी द्वारा एसएचओं पर थाने के भीतर दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाए जाने के बाद शासन और प्रशासन में बुरी तरह से हड़कंप मचा हुआ है। दुष्कर्म के आरोपी एसएचओ को जहां पुलिस अधीक्षक द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है? वहीं एडीजी जोन ने थाने के भीतर एसएचओ द्वारा रेप किए जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए अब पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। डीआईजी को इस मामले की जांच सौंपते हुए 24 घंटे के भीतर रिर्पोट दिये जाने के निर्देश दिये गये है।
ललितपुर में 13 वर्षीय किशोरी के साथ थाने के भीतर एसएचओ द्वारा रेप किए जाने के आरोपों के बाद शासन प्रशासन में बुरी तरह से हड़कंप मचा हुआ है। किशोरी की मां की ओर से एसएचओ तिलकधारी सरोज द्वारा किशोरी को कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किए जाने की शिकायत के बाद एसएचओं तो फरार हो गया है। उधर पुलिस अधीक्षक ने मामले का संज्ञान लेते हुए दुष्कर्म के आरोपी एसएचओ तिलकधारी सरोज को सस्पेंड कर दिया है।
बुधवार को एडीजी जोन भानु भास्कर थाना पाली के पूरे स्टाफ को लाइन में हाजिर होने का फरमान सुना दिया है। लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों में 6 सब इंस्पेक्टर, 6 हेड कांस्टेबल, 10 पुरुष सिपाही, पांच महिला आरक्षी, एक चालक तथा 1 फालोअर शामिल है। एडीजी जोन की ओर से इस मामले की जांच झांसी डीआईजी योगेंद्र सिंह को सौंपी गई है। एडीजी ने डीआईजी को 24 घंटे के भीतर जांच पूरी करते हुए रिपोर्ट दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
थाने में एसएचओं द्वारा रेप किये जाने की किशोरी की मां की शिकायत के बाद मचे हड़कंप के बीच अब पीड़िता किशोरी का मेडिकल कराया जा रहा है। इसके साथ ही आरोपी मौसी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को चाइल्ड लाइन की टीम को पीडिता 13 किशोरी मां ने बताया था कि 22 अप्रैल को चंदन, राजभान, हरिशंकर और महेंद्र चौरसिया किशोरी को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे। वहां 3 दिनों तक उसके साथ रेप किया और 25 अप्रैल को पीडिता को पाली कस्बे के थाने में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने किशोरी की मौसी को बुलाकर उसे सौंप दिया। 27 अप्रैल को ैएसएचओ ने किशोरी को बयान के लिए थाने बुलाया। आरोप है कि जहां देर शाम एसएचओ किशोरी को अपने कमरे में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। 30 अप्रैल को पुलिस ने उसे फिर थाने बुलाया और लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया। जहां चाइल्ड लाइन को पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई।