प्रियंका ने सीएए को रद्द करने समेत दी पांच गारंटियां
दिसपुर। असम में कांग्रेस की मेगा रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि असम यहां के लोगों की मां है और असम के लोग अपनी पहचान व अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। भाजपा ने जो वादे यहां के लोगों से किए उन्हें पूरा नहीं किया और असम के लोगों की पहचान पर भी हमला किया। उन्होंने वायदा करने के बजाय सीएए कानून को रदद करने समेत असम के लोगों को 5 गारंटियां दी।
मंगलवार को असम के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन तेजपुर में कांग्रेस द्वारा मेगा रैली का आयोजन किया गया। मैदान में खचाखच भरे असम के लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही किसान, मजदूर व गरीबों के हितों व मान सम्मान की लड़ाई लड़ती आई है। भाजपा ने पिछले चुनाव में लोगों को अच्छे दिन लाने का वायदा करते हुए सुनहरे सब्जबाग दिखाए। लेकिन सत्ता में आने के बाद जनता से किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया। उल्टे स्थानीय लोगों की पहचान पर भी उसने हमला किया। उन्होंने कहा कि असम यहां के लोगों की मां है और असम के लोग अपनी पहचान व अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अन्य राजनैतिक दलों की तरह वायदा नही करते बल्कि मैं गारंटी देती हूं कि यदि उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में आई तो राज्य में सीएए कानून को लागू नहीं किया जाएगा।
हम ऐसा कानून बनाएंगे जिससे सीएए लागू ही ना हो सके। उन्होंने कहा कि असम की मेहनती महिलाओं की दशा और दिशा संवारने के लिए प्रत्येक ग्रहणी को 2000 रूपये प्रति माह की ग्रहणी सम्मान राशि दी जाएगी। बिजली बिलों के भुगतान की किल्लत को दूर करने के लिए राज्य के प्रत्येक घर को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। जिससे हर महीने लोगों के 14 सौ रुपए बचेंगे। उन्होंने गारंटी दी कि हम चाय के बागान श्रमिकों को प्रतिदिन 365 रूपये का पारिश्रमिक देने की व्यवस्था करेंगे। युवाओं से उन्होंने कहा राज्य के 5 लाख युवाओं को पार्टी के सत्ता में आने पर रोजगार दिया जाएगा। गौरतलब है कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव राज्य के दो दिवसीय दौरे पर असम आई हुई है। सवेरे के समय उन्होंने चाय बागानों में श्रमिक महिला मजदूरों के साथ बातचीत करते हुए उनकी परेशानियों को जाना था। इस दौरान प्रियंका गांधी ने सिर पर टोकरी लटकाकर महिला श्रमिकों के साथ बागान में चाय की पत्तियां भी तोडी थी। बागानों में काम कर रही महिला मजदूर प्रियंका गांधी को अपने बीच पाकर काफी प्रफुल्लित दिखाई दी थी।