उमेश मर्डर केस में पहली गोली चलाने वाले को पुलिस ने थमाया यमलोक का टिकट
लखनऊ। प्रयागराज में उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद सड़क से लेकर सदन तक हंगामा हुआ था। इस हत्याकांड के बाद सदन में जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे, का बयान दिया था उस पर भी खूब चर्चा हुई थी लेकिन प्रयागराज पुलिस ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले दूसरे कातिल को एनकाउंटर के बाद यमलोक का टिकट थमा दिया है।
गौरतलब है कि बसपा के विधायक रहे राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। जिसका आरोप माफिया से नेता बने अतीक अहमद पर लगा था। बीते दिनों उमेश पाल पर हमला कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उसकी सुरक्षा में तैनात सिपाही संदीप निषाद की भी मौत हो गई थी तथा उसके साथ दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह की भी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद सड़क से लेकर सदन तक हंगामा मचा जब विपक्ष के लोगों ने सदन में अपराधियों के हौसले बुलंद होने की बात कही तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सदन में ही ऐलान कर दिया था कि वह माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सदन में भी खूब हंगामा हुआ। इसी कड़ी में पुलिस उमेश पाल के हत्यारों के पीछे लगी हुई है। प्रयागराज पुलिस ने बीते दिनों भी इस हत्याकांड से जुड़े एक शूटर अरबाज को भी पिछले दिनों एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इसके बाद पुलिस अन्य शूटरों की तलाश में जुटी हुई है। बताया जाता है कि प्रयागराज के कौंधियारा थाना इलाके में इस घटना के दूसरे आरोपी, जिस पर सबसे पहले गोली चलाने का इल्जाम बताया जा रहा है, उस विजय उर्फ उस्मान के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में उस्मान पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। जिस को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन बताया जाता है तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। विजय उर्फ उस्मान चौधरी पर 50000 रुपये का इनाम था।