लखनऊ के थाने में पुलिस का सम्मेलन
लखनऊ। राजधानी में क्राइम कंट्रोल को लेकर पुलिस अफसर दिन रात सड़कों पर चहलकदमी करते हुए नजर आते हैं। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के नेतृत्व में थाना पुलिस को ड्यूटी के प्रति सतर्क और सजग रखने के साथ ही जनता के प्रति संवेदनशील बनाने का काम किया जा रहा है। राजधानी के दक्षिणी जोन में अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) सुरेश चंद्र रावत पैट्रोलिंग में जुटे रहते हैं। अपने इस अभियान के दौरान वह पुलिस को पब्लिक के बीच मुस्तैद रहने की हिदायत देते दिखाई देते हैं तो वहीं पुलिस कर्मियों की समस्याओं को भी वह सुनकर उनको समाधान तक ले जाने को प्रयासरत हैं।
एडीसीपी सुरेश चन्द्र रावत ने बुधवार को दक्षिणी लखनऊ की सड़कों पर फोर्स के साथ फ्लैग मार्च करते हुए नजर आये। उन्होंने शाम के समय अपने सर्किल के थाना नगराम क्षेत्र के अन्तर्गत समेसी बाजार में पहुंचकर पुलिस फोर्स के साथ पैदल गश्त किया। इस दौरान थाना नगराम के प्रभारी निरीक्षक वीरेन्द्र सोनकर पूरी टीम के साथ मौजूद रहे। इस पैदल गश्त के दौरान एडीसीपी सुरेश चन्द्र ने रुक-रुक कर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग भी कराई। उन्होंने रास्तों में ठहरकर राह चलते लोगों, व्यापारियों और दुकानदारों से भी बातचीत की और उनको कोविड-19 प्रोटोकाल के संबंध में जागरूक करते हुए मास्क का प्रयोग करने की हिदायत दी। बाजार का गश्त पूरा करने के बाद एडीसीपी पुलिस फोर्स के साथ वापस थाना नगराम परिसर में पहुंचे। यहां पर उन्होंने पुलिस फोर्स का सम्मेलन करते हुए ब्रीफ किया। इस दौरान एडीसीपी सुरेश चंद्र रावत ने पुलिस कर्मियों की समस्याओं को भी संवेदनशीलता से सुना, वहीं उनके द्वारा पुलिस फोर्स को ड्यूटी के प्रति दायित्व का बोध कराते हुए अपने आसपास हर छोटी से छोटी घटना या गतिविधि पर सतर्क दृष्टि बनाये रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व, अपराधी या घटना के मामले में पुलिस कार्यवाही पूर्ण शालीनता व दृढ़ता से करें, हमारा व्यवहार और आचरण ऐसा होना चाहिए कि किसी भी दशा में आम जनता के व्यक्ति से दुव्र्यवहार की शिकायत नहीं आये।