पुलिस ने किया भंडाफोड़- गाड़ियों के दुश्मन पांच शातिर गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर। रातों-रात अमीर बनने के चक्कर में गाड़ियों में प्रयुक्त यूरिया बनाने की फैक्ट्री लगाकर समाज के दुश्मन गाड़ियों के ही दुश्मन बन बैठे। शहर कोतवाली पुलिस ने गाड़ियों में प्रयोग होने वाले नकली यूरिया बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए पांच शातिर नक्कालों को गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार को एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देश पर नकली सामान बनाकर लोगों के बीच खपाने वाले समाज के दुश्मनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत सहायक पुलिस अधीक्षक व्योम बिंदल के कुशल नेतृत्व में शहर कोतवाल अक्षय शर्मा ने अपनी टीम में शामिल सब इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह नागर, एसओजी इंस्पेक्टर अखिल चौधरी, प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर आशीष खोकर, एसओजी के हेड कांस्टेबल अमरदीप सिरोही, एसओजी के हेड कांस्टेबल भूपेंद्र, एसओजी हेड कांस्टेबल जोगेंद्र, एसओजी हेड कांस्टेबल पिंटू, एसओजी हेड कांस्टेबल राजीव भारद्वाज, कोतवाली कांस्टेबल हरिशंकर, कांस्टेबल कोतवाली कोहित कुमार एवं कोतवाली कांस्टेबल राहुल कुमार के साथ बुढ़ाना मोड पर चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान मुखबिर से मिली सूचना के बाद सामने से आ रहे एक टेंपो को रुकवाया, जिसमें चार लोग सवार थे और टेंपो में टाटा मोटर्स एवं आईसर मोटर्स कंपनी की यूरिया की उसमें बाल्टी लदी हुई थी।
पूछताछ किए जाने पर पता चला कि टेंपो में लदा हुआ माल नकली यूरिया है जो गाड़ियों में प्रयुक्त किया जाता है। पुलिस ने टेंपो से दबोचे गए लोगों की सूचना पर खांजापुर में जंगल में स्थित फैक्टरी पर छापा मार कार्यवाही करते हुए वहां से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
पकड़े गए व्यक्तियों ने अपने नाम फरीद पुत्र याकूब निवासी मोहल्ला दीन मोहम्मद थाना खालापार मुजफ्फरनगर, सनव्वर पुत्र नुसरत निवासी गांव ढांसरी थाना ककरौली, विश्वास पुत्र जगपाल निवासी ग्राम लडवा थाना तितावी, सचिन पुत्र गुल्लू निवासी रहमतपुर थाना भोपा मुजफ्फरनगर हाल निवासी काशीराम कॉलोनी खांजापुर बुढ़ाना मोड कोतवाली तथा पारस पुत्र सहेंद्र निवासी लडवा थाना तितावी बताएं।
शातिरों से की गई पूछताछ में पारस ने बताया कि खांजापुर के जंगल में उसकी हर्षित इंटरप्राइजेज के नाम से डाओनेड वाटर बनाने की फार्म है। मार्केट में टाटा मोटर्स डीजल एग्जास्ट एवं आईसर ईको मैक्स कंपनी के यूरिया की अधिक मांग को देखते हुए उसने अपने साथी विश्वास एवं सचिन के साथ नकली यूरिया बनाने की फैक्ट्री लगा डाली और नकली यूरिया की पैकिंग के लिए बारकोड, बाल्टी, ढक्कन एवं हैंडल आदि का इंतजाम दिल्ली से कर लिया। पारस ने बताया है कि वह दिल्ली से खरीद कर लाई गई बाल्टियों में नकली माल भरकर उसके ऊपर टाटा मोटर्स एवं आईसर का लेवल बारकोड आदि लगाकर बाजार में बेच देते हैं।