धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
गौतमबुद्धनगर। कमिश्नर आलोक कुमार के निर्देशन में थाना सेक्टर-58 पुलिस ने ड्राई फ्रूट्स के नाम धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से ऑडी कार व इनोवा कार के अलावा अन्य कागजात बरामद किये हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।
थाना सेक्टर -58 पुलिस ने ड्राइ फ्रूट्स के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 2 आरोपियों को मेगदूतम के पास सेक्टर 50 नोएडा से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से तीन मोबाइल फोन विभिन्न कम्पनी के, 60 किला ड्राई फ्रूट्स सेम्पल, एक ऑडी कार जिसका नंबर यूपी 16 सी -7262, एक इनोवा कार जिसका नंबर एचआर 26 डीजेड -1122, इलेक्ट्रानिक्स सामान व अन्य अभिलेख बरामद किये हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी मोहित गोयल व अन्य शातिर मास्टर माइंड जालसाज अपराधी हैं और इनके द्वारा पूरे भारत में लगभग एक हजार से अधिक लोगों से अरबों की धोखाधड़ी व गबन किया जा चुका है। जो भी कम्पनी इनके द्वारा खोली जाती है। उसका कम्पनी एम0डी0/प्रेसिडेन्ट/प्रोपराईटर ऐसे व्यक्ति को बनाते हैं, जिसका उस कम्पनी से कोई सम्बन्ध नहीं होता है। उसको कुछ पैसे महीने का देते हैं, जो कि डमी व्यक्ति की तरह काम करता है। आरोपियों द्वारा एक हिस्सा लीगल कार्यवाही के लिये रखते थे तथा दबाव बनाने के लिये अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। इसके अलावा वादी/पीड़ित जो भी इनके खिलाफ मुकदमा लिखवाता था। इसके खिलाफ गलत तथ्य को प्रस्तुत कर वादी/पीड़ित के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराते हैं। थाना सूरजपुर और थाना कंकरखेडा मेरठ में जांच के दौरान प्रकाश में आया है तथा मेरठ में इसके खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवाने की कार्यवाही की गयी है। साथ ही साथ ये अपने कम्पनी के एम0डी0/प्रेसिडेन्ट/प्रोपराईटर के खिलाफ फ्राड़ करने के बाद दूसरे थाने पर मुकदमा गलत तथ्यों को प्रस्तुत कर लिखवाया जाता रहा है, जो भी व्यापारी इनके खिलाफ आवाज उठाता है। उसके खिलाफ षडयंत्र रचकर हनीट्रेप में फंसाकर जेल भिजवा देते है।
ऐसे ही पांच व्यापारियों को हनीट्रेप में राजस्थान से जेल भिजवाया था तथा 25 लाख रूपये लेते हुए दिल्ली के नेहरू पैलेस थाने से गिफ्तार हुआ था। अभी तक के पूछताछ में ये संज्ञान में आया है कि भारत वर्ष में ड्राई फ्रूट्स/मसाले आदि में जो भी फ्राड हुआ है, वो इसी गैंग के द्वारा किया गया है। आरोपी मोहित गोयल ने भी धोखाधडी से रूपये कमायें हैं। वह अपनी एक निजी कम्पनी जिसका ऑनर ये खुद व इसकी पत्नी धारणा गर्ग के नाम से ऐप कम्पनी वीआर के गेम्स में लगाता है। इस कम्पनी में लगभग 10 करोड रूपये लगा चुका है। अरोपियों ने अपना नाम ओमप्रकाश जांगीड पुत्र काना राणा जांगीड निवासी बिलन्द्रपुर थाना अमरसर तहसील अमरसर जनपद जयपुर राजस्थान, मोहित गोयल पुत्र राजेश गोयल हाल पता सेक्टर -50 मेगदूतम आपर्टमेन्ट टॉवर वाई फ्लेट नंबर-21 नोएडा मूलपता गांधी गंज मण्डी अपोजिट योगेश कोरेयर मकान नंबर 121 जनपद शामली बताया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।